Pratyusha Banerjee Death / प्रत्यूषा की दुखद मौत: एक्स-बॉयफ्रेंड राहुल राज सिंह ने साझा किए चौंकाने वाले खुलासे और आरोप

प्रत्यूषा बनर्जी के एक्स-बॉयफ्रेंड राहुल राज सिंह ने 2016 में उनकी दुखद मौत के दिन को याद किया। उन्होंने दावा किया कि जब उन्हें प्रत्यूषा मिलीं, तब वह जीवित थीं, उन्होंने सीपीआर का प्रयास किया और उनके पिता द्वारा कथित दुर्व्यवहार व वित्तीय शोषण का खुलासा किया। सिंह ने 24 साल की उम्र में प्रत्यूषा की चौंकाने वाली आत्महत्या के बाद खुद पर लगे आरोपों का भी विस्तृत वर्णन किया।

हिंदी टीवी इंडस्ट्री की प्रतिभाशाली अभिनेत्री प्रत्यूषा बनर्जी, जिन्हें 'बालिका वधू' में 'आनंदी' के किरदार और 'बिग बॉस 7' में अपनी उपस्थिति के लिए जाना जाता था, ने 2016 में 24 साल की कम उम्र में आत्महत्या कर ली थी और उनकी मौत ने पूरे देश को स्तब्ध कर दिया था। अब, उनके एक्स-बॉयफ्रेंड राहुल राज सिंह ने उस दुखद घटना को याद किया है और उनकी अचानक मौत से जुड़ी कुछ 'अनसुनी' बातें साझा की हैं, जिससे इस मामले में एक नया मोड़ आ गया है।

1 अप्रैल 2016 का दुखद दिन

राहुल राज सिंह ने हाल ही में फ्री प्रेस जर्नल को दिए एक इंटरव्यू में 1 अप्रैल, 2016 के उस भयावह दिन का विस्तृत ब्योरा दिया, जब प्रत्यूषा बनर्जी ने कथित तौर पर फांसी लगाकर अपनी जान ले ली थी और राहुल ने बताया कि जब उन्होंने प्रत्यूषा को उनके मुंबई वाले घर पर फंदे से लटका हुआ पाया, तब वह जीवित थीं। उन्होंने उस पल को याद करते हुए कहा कि वह सबसे पहले मौके पर पहुंचे थे। दरवाजा अंदर से बंद था और जब उन्होंने घंटी बजाई तो प्रत्यूषा ने दरवाजा नहीं खोला। एक लॉकस्मिथ की मदद से दरवाजा खोलने के बाद, राहुल ने प्रत्यूषा को एक काले साटन की ड्रेस में लटका हुआ देखा और यह दृश्य अत्यंत दर्दनाक और चौंकाने वाला था। राहुल ने हिम्मत जुटाई और तुरंत उन्हें फंदे से उतारकर अस्पताल ले गए। उन्होंने दावा किया कि अस्पताल ले जाते समय प्रत्यूषा जीवित थीं और उन्होंने उन्हें सीपीआर देने की भी कोशिश की, लेकिन दुर्भाग्यवश, उन्हें बचाया नहीं जा सका। यह घटना राहुल के लिए एक गहरा सदमा थी, और उन्होंने उस दिन की हर बारीकी को याद किया, जब उन्होंने अपनी प्रेमिका को बचाने की आखिरी कोशिश की थी।

माता-पिता द्वारा दुर्व्यवहार और वित्तीय दबाव के आरोप

राहुल राज सिंह ने प्रत्यूषा बनर्जी के साथ अपनी आखिरी बातचीत को भी याद किया और उनके परिवार के बारे में कुछ चौंकाने वाले दावे किए। राहुल ने बताया कि जब वे पहली बार मिले थे, तब प्रत्यूषा की मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी। उन्होंने 10 महीने तक एक-दूसरे को डेट किया। राहुल ने दावा किया कि उनके रिश्ते के दौरान उन्हें पता चला कि प्रत्यूषा के पिता कथित तौर पर एक बुरे इंसान थे और उन्हें गाली देते थे। राहुल ने प्रत्यूषा के परिवार के बारे में बात करते हुए कहा कि उनकी आखिरी बातचीत में प्रत्यूषा ने उनसे कहा था कि उन्हें गाली सुनना पसंद नहीं है और जब राहुल ने पूछा कि उन्हें कौन गाली दे रहा है, तो प्रत्यूषा ने अपने पिता का नाम लिया। राहुल ने इस बात पर जोर दिया कि जब कोई पिता अपनी बेटी को गाली देता है, तो इसका उस पर बहुत बुरा असर पड़ता है और उन्होंने अपनी बेटी का उदाहरण देते हुए कहा कि अगर वह अपनी बेटी को गाली दें, तो उसे कितना बुरा लगेगा। राहुल ने यह भी दावा किया कि प्रत्यूषा उनसे कहती थीं कि वह कमा रही हैं, लेकिन उनके पिता सारा पैसा शराब पीकर खर्च कर रहे हैं। राहुल के अनुसार, यह स्थिति प्रत्यूषा के दिमाग पर बहुत बुरा असर डाल रही थी और उन्हें मानसिक रूप से परेशान कर रही थी।

प्रत्यूषा बनर्जी की विरासत और अनसुलझे सवाल

प्रत्यूषा बनर्जी की मौत के बाद राहुल राज सिंह को भारी आरोपों और सार्वजनिक जांच का सामना करना पड़ा। उसी इंटरव्यू में राहुल ने बताया कि प्रत्यूषा की मौत के बाद सारा इल्जाम उन पर डाल दिया गया और जांच पूरी तरह से पटरी से उतर गई और उन्हें प्रत्यूषा के श्मशान घाट तक नहीं जाने दिया गया। राहुल ने कहा कि लोग उन्हें 'हत्यारा' कहते रहे और उन पर प्रत्यूषा को मारने या आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाते रहे। राहुल ने अपनी सफाई में सवाल उठाया कि उनकी अपनी गर्लफ्रेंड को मारने का उनका क्या मकसद हो सकता था। उन्होंने कहा कि क्या वह अपनी ही गर्लफ्रेंड को मारने के लिए मुंबई आए थे? राहुल ने इस बात पर दुख व्यक्त किया कि लोग आज भी उन्हें। 'हत्यारा' कहते हैं, जबकि उन्होंने हमेशा प्रत्यूषा को बचाने की कोशिश की थी। इन आरोपों ने उनके जीवन पर गहरा प्रभाव डाला और उन्हें वर्षों तक मानसिक पीड़ा झेलनी पड़ी।

सार्वजनिक रूप से लगाए गए इन आरोपों ने उनकी प्रतिष्ठा को धूमिल किया और उन्हें एक ऐसे व्यक्ति के रूप में चित्रित किया, जिसने अपनी प्रेमिका को नुकसान पहुंचाया, जबकि राहुल के अनुसार, सच्चाई कुछ और थी। प्रत्यूषा बनर्जी की मौत ने हिंदी टीवी इंडस्ट्री में एक खालीपन छोड़ दिया था और 'बालिका वधू' में 'आनंदी' के रूप में उनकी मासूमियत और अभिनय कौशल ने उन्हें घर-घर में पहचान दिलाई थी। उनकी अचानक मौत ने कई सवाल खड़े कर दिए थे, जिनके जवाब आज भी पूरी तरह से नहीं मिल पाए हैं। राहुल राज सिंह के हालिया खुलासे इस दुखद कहानी में एक और परत जोड़ते हैं, जो प्रत्यूषा के निजी जीवन की जटिलताओं और उनके सामने आने वाले कथित दबावों को उजागर करते हैं। उनकी मौत के बाद से ही यह मामला सुर्खियों में रहा है, और राहुल के ये बयान एक बार फिर इस त्रासदी पर बहस छेड़ सकते हैं। प्रत्यूषा की विरासत उनके काम के माध्यम से जीवित है, लेकिन उनकी मौत के आसपास के रहस्य और आरोप आज भी कई लोगों के मन में अनसुलझे सवाल छोड़ जाते हैं।