मुकेश अंबानी के नेतृत्व वाली कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) ने वित्त वर्ष 2025-26 की दूसरी तिमाही (Q2 FY26) के लिए मजबूत वित्तीय नतीजे घोषित किए हैं। कंपनी का कंसॉलिडेटेड नेट प्रॉफिट (टैक्स के बाद मुनाफा) साल-दर-साल (YoY) आधार पर 14% बढ़कर ₹22,092 करोड़ पहुंच गया है। पिछली तिमाही की तुलना में यह थोड़ा कम रहा, जिसका मुख्य कारण पिछली तिमाही में मिला एक असाधारण लाभ था।
आय में जोरदार बढ़ोतरी
इस तिमाही में ऑपरेशंस से कुल आमदनी ₹2,83,548 करोड़. रही, जो पिछले साल की समान अवधि के ₹2,58,027 करोड़ के मुकाबले 9. 9% अधिक है और यह जून 2025 की पिछली तिमाही के ₹2,73,252 करोड़ के मुकाबले भी तिमाही-दर-तिमाही आधार पर बढ़ोतरी दर्शाता है।
जियो प्लेटफॉर्म्स का शानदार प्रदर्शन
जियो प्लेटफॉर्म्स लिमिटेड (JPL) की आय में सालाना आधार पर 14. 9% की वृद्धि हुई है। मोबाइल और होम दोनों सेगमेंट में तेजी से बढ़ते सब्सक्राइबर बेस, बेहतर ARPU (प्रति। यूजर औसत आमदनी) और डिजिटल सेवाओं के लगातार विस्तार ने इस वृद्धि को बढ़ावा दिया। कंपनी का EBITDA यानी ऑपरेटिंग मुनाफा भी 17 और 7% बढ़ा, जिसका कारण आय में वृद्धि और 140 बेसिस पॉइंट का मार्जिन विस्तार रहा। ARPU 8. 4% बढ़कर ₹211 और 4 प्रति यूजर हो गया है।
O2C और रिलायंस रिटेल का दमदार प्रदर्शन
रिलायंस के ऑयल टू केमिकल्स (O2C) सेगमेंट का रेवेन्यू साल-दर-साल आधार पर 3. 2% बढ़ा और बिक्री के लिए तैयार उत्पादन में 2. 3% की वृद्धि देखी गई और जियो-bp के माध्यम से फ्यूल रिटेलिंग में भी तेजी आई, जिसमें HSD (डीजल) में 34% और MS (पेट्रोल) में 32% की वॉल्यूम ग्रोथ हासिल हुई। O2C सेगमेंट का EBITDA 20. 9% बढ़ा, जिसका मुख्य कारण परिवहन ईंधन की बढ़ी हुई मांग और घरेलू बाजार में मजबूत बिक्री रहा। वहीं, रिलायंस रिटेल की तिमाही आय (Q2 FY26) सालाना आधार पर 18% बढ़कर ₹90,018 करोड़ हो गई है, जबकि कंपनी का EBITDA 16 और 5% बढ़कर ₹6,816 करोड़ तक पहुंच गया। इस तिमाही में 412 नए स्टोर खोले गए, जिससे कुल स्टोर्स की संख्या 19,821 हो गई और कंपनी का क्विक हाइपर-लोकल कॉमर्स बिजनेस भी लगातार मजबूत गति से बढ़ रहा है।