IND vs ENG / रोहित के पास इतिहास दोहराने का मौका, क्या 2011 वाला फिर से होगा कारनामा

चैंपियंस ट्रॉफी से पहले भारत ने इंग्लैंड से वनडे सीरीज जीत ली है। रोहित शर्मा ने शानदार शतक लगाकर फॉर्म में वापसी की। अहमदाबाद में 12 फरवरी को आखिरी वनडे जीतने पर भारत 2011 की तरह इंग्लैंड का सूपड़ा साफ कर सकता है। सभी की निगाहें इस ऐतिहासिक मुकाबले पर हैं!

IND vs ENG: भारतीय क्रिकेट प्रेमियों के लिए यह समय जश्न मनाने का है, क्योंकि टीम इंडिया ने इंग्लैंड के खिलाफ वनडे सीरीज जीत ली है। चैंपियंस ट्रॉफी से पहले यह जीत टीम के आत्मविश्वास को और मजबूत करेगी। खास बात यह है कि कप्तान रोहित शर्मा का बल्ला एक बार फिर आग उगल रहा है। कटक में खेले गए दूसरे वनडे में उन्होंने शानदार शतक जड़कर अपनी फॉर्म में वापसी के संकेत दिए। अब जब सीरीज का आखिरी मुकाबला अहमदाबाद में खेला जाना है, तो रोहित शर्मा के पास इतिहास रचने का सुनहरा अवसर है।

क्या रोहित दोहरा पाएंगे 2011 का इतिहास?

भारतीय टीम ने अब तक तीन मैचों की इस सीरीज के पहले दो मुकाबले जीत लिए हैं, और अगर तीसरा भी जीत लेती है तो इंग्लैंड का पूरी तरह सूपड़ा साफ हो जाएगा। ऐसा इतिहास में पहले भी हो चुका है—2008 और 2011 में, जब भारतीय टीम ने इंग्लैंड को वनडे सीरीज में एक भी मैच नहीं जीतने दिया था। 2011 में एमएस धोनी की कप्तानी में भारत ने पांच मैचों की सीरीज में इंग्लैंड को 5-0 से हराकर एक बड़ी उपलब्धि हासिल की थी। अब रोहित शर्मा के पास भी वही कारनामा दोहराने का मौका है।

पिछले रिकॉर्ड्स क्या कहते हैं?

2011 के बाद से इंग्लैंड की टीम भारत में जब भी वनडे सीरीज खेलने आई है, उसने कम से कम एक मैच जरूर जीता है।

  • 2013 में भारत ने पांच मैचों की सीरीज 3-2 से जीती थी।

  • 2017 में तीन मैचों की सीरीज 2-1 से भारत के नाम रही थी।

  • 2021 में भी भारत ने 2-1 से सीरीज अपने नाम की थी।

इस बार, अगर टीम इंडिया इंग्लैंड को 3-0 से हराने में सफल होती है, तो यह एक ऐतिहासिक उपलब्धि होगी।

अहमदाबाद में निर्णायक मुकाबला

अब अहमदाबाद में होने वाले आखिरी वनडे मुकाबले पर सबकी नजरें टिकी हुई हैं। भारतीय टीम पहले ही सीरीज जीत चुकी है, लेकिन रोहित शर्मा और टीम इस मौके को हल्के में नहीं लेना चाहेंगे।

  1. रोहित शर्मा के पास इतिहास रचने का मौका: 2011 में जिस तरह धोनी की टीम ने इंग्लैंड का सूपड़ा साफ किया था, अब रोहित शर्मा भी वही कर सकते हैं।

  2. चैंपियंस ट्रॉफी से पहले मनोबल बढ़ाने का मौका: यह मैच भारत के लिए चैंपियंस ट्रॉफी से पहले अंतिम वनडे मुकाबला होगा। ऐसे में एक बड़ी जीत से टीम का आत्मविश्वास बढ़ेगा।

क्या अहमदाबाद में होगा क्लीन स्वीप?

क्रिकेट प्रेमी बेसब्री से इस मैच का इंतजार कर रहे हैं। हालांकि, कई बार देखा गया है कि जब टीमें सीरीज जीत लेती हैं, तो अंतिम मैच में नए खिलाड़ियों को मौका दिया जाता है। लेकिन इस बार ऐसा कम ही संभावना है, क्योंकि भारतीय टीम अपने आत्मविश्वास को और ऊंचा करने के इरादे से मैदान में उतरेगी।

अब सबकी निगाहें 12 फरवरी को अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम पर टिकी हैं। क्या टीम इंडिया 3-0 से सीरीज जीतकर इतिहास दोहराएगी? इसका जवाब कुछ ही घंटों में मिल जाएगा।