Rohit vs Surya / 92 T20I मैचों के बाद रोहित शर्मा बनाम सूर्यकुमार यादव: कौन रहा आगे?

92 टी-20 इंटरनेशनल मैचों के बाद रोहित शर्मा और सूर्यकुमार यादव के रिकॉर्ड की तुलना की गई है। सूर्यकुमार यादव ने रन, औसत, अर्धशतक, चौके और छक्कों में रोहित शर्मा को पीछे छोड़ा है, जबकि शतक के मामले में दोनों बराबरी पर हैं।

भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चल रही पांच टी-20 इंटरनेशनल मैचों की सीरीज के दौरान, भारतीय टीम की कप्तानी सूर्यकुमार यादव कर रहे हैं और इस फॉर्मेट में एक बल्लेबाज के तौर पर सूर्यकुमार यादव के आंकड़े काफी प्रभावशाली रहे हैं। ऐसे में, आज हम उनके रिकॉर्ड की तुलना भारतीय क्रिकेट के दिग्गज और हाल ही में टी-20 इंटरनेशनल से संन्यास लेने वाले रोहित शर्मा से करेंगे। यह तुलना दोनों खिलाड़ियों के करियर के शुरुआती 92 टी-20 इंटरनेशनल मैचों के आधार पर की गई है, जिससे यह पता चल सके कि अपने करियर के इस पड़ाव पर कौन सा बल्लेबाज अधिक प्रभावी रहा था। रोहित शर्मा ने टी-20 विश्व कप 2024 का खिताब जीतने के बाद इस फॉर्मेट से संन्यास ले लिया था, जिससे उनकी विरासत और भी मजबूत हो गई है।

रन बनाने की क्षमता और औसत

टी-20 इंटरनेशनल में रन बनाने की बात करें तो सूर्यकुमार यादव ने अपने 92 मैचों में कुल 2710 रन बनाए हैं, जिसमें उनका औसत 37. 12 का रहा है और यह आंकड़े उनकी निरंतरता और तेजी से रन बनाने की क्षमता को दर्शाते हैं। दूसरी ओर, रोहित शर्मा ने अपने टी-20 इंटरनेशनल करियर में कुल 159 मैच खेले थे, लेकिन जब हम उनके शुरुआती 92 मैचों के रिकॉर्ड को देखते हैं, तो उन्होंने 84 पारियों में 32. 68 के औसत से 2288 रन बनाए थे। इन आंकड़ों से स्पष्ट होता है कि 92 मैचों के बाद रन बनाने और औसत के मामले में सूर्यकुमार यादव का पलड़ा रोहित शर्मा की तुलना में भारी नजर आता है। सूर्यकुमार की यह उपलब्धि उन्हें इस फॉर्मेट में एक असाधारण बल्लेबाज के रूप में स्थापित करती है।

शतक और अर्धशतक का रिकॉर्ड

टी-20 फॉर्मेट में शतक और अर्धशतक किसी भी बल्लेबाज की मैच जिताने की क्षमता और बड़े स्कोर बनाने की आदत को दर्शाते हैं। सूर्यकुमार यादव ने अपने 92 टी-20 इंटरनेशनल मैचों में 4 शतक लगाए हैं, जो उनकी विस्फोटक बल्लेबाजी का प्रमाण है। इसके अलावा, उन्होंने इस दौरान 21 अर्धशतकीय पारियां भी खेली हैं, जो उनकी निरंतरता को और मजबूत करती हैं। रोहित शर्मा की बात करें तो, उन्होंने भी अपने शुरुआती 92 टी-20 मैचों के बाद 4 शतक लगाए थे, जिससे शतक लगाने के मामले में दोनों खिलाड़ी बराबरी पर खड़े हैं। हालांकि, अर्धशतक के मामले में रोहित शर्मा ने 16 अर्धशतक लगाए थे, जो सूर्यकुमार यादव के 21 अर्धशतकों से कम हैं और यह दर्शाता है कि सूर्यकुमार यादव ने इस पड़ाव पर अधिक बार 50 से अधिक रन की पारियां खेली हैं।

उच्चतम व्यक्तिगत स्कोर

किसी भी बल्लेबाज का उच्चतम व्यक्तिगत स्कोर उसकी एक पारी में सबसे बड़ी छाप छोड़ने की क्षमता को दर्शाता है। सूर्यकुमार यादव का 92 मैचों के बाद एक पारी में उच्चतम स्कोर 117 रन का रहा है, जो उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ एक यादगार मुकाबले में बनाया था। यह पारी उनकी 360 डिग्री बल्लेबाजी और किसी भी गेंदबाज पर हावी होने की क्षमता का उत्कृष्ट उदाहरण है और वहीं, रोहित शर्मा का 92 टी-20 मैचों के बाद उच्चतम स्कोर 118 रन का रहा है, जो उन्होंने श्रीलंका के खिलाफ एक शानदार प्रदर्शन में हासिल किया था। उच्चतम स्कोर के मामले में रोहित शर्मा ने सूर्यकुमार यादव को मामूली अंतर से पीछे छोड़ा है, जो उनकी आक्रामक बल्लेबाजी शैली का परिचायक है।

चौके और छक्कों का बोलबाला

टी-20 क्रिकेट में चौके और छक्के मैच का रुख बदलने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, और ये दोनों बल्लेबाज अपनी बाउंड्री-हिटिंग क्षमता के लिए जाने जाते हैं। सूर्यकुमार यादव ने अपने 92 टी-20 इंटरनेशनल मैचों में 246 चौके और 150 छक्के लगाए हैं। यह आंकड़े उनकी आक्रामक खेल शैली और मैदान के चारों ओर शॉट खेलने की क्षमता को उजागर करते हैं। दूसरी ओर, रोहित शर्मा ने इतने ही टी-20 इंटरनेशनल मैचों के बाद 204 चौके और 102 छक्के लगाए थे। इन आंकड़ों से स्पष्ट है कि चौके और छक्के लगाने के मामले में भी सूर्यकुमार यादव का पलड़ा रोहित शर्मा की तुलना में भारी नजर आता है। सूर्यकुमार की यह क्षमता उन्हें आधुनिक टी-20 क्रिकेट के सबसे खतरनाक बल्लेबाजों में से एक बनाती है।

भारतीय क्रिकेट में योगदान

दोनों ही बल्लेबाज भारतीय टी-20 क्रिकेट के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण रहे हैं। रोहित शर्मा ने एक सलामी बल्लेबाज के रूप में टीम को कई तूफानी शुरुआत दी हैं और अपनी कप्तानी में भारत को टी-20 विश्व कप भी जिताया है। सूर्यकुमार यादव, मध्यक्रम में आकर तेजी से रन बनाने और मैच का रुख पलटने की अपनी क्षमता के लिए जाने जाते हैं। 92 मैचों के बाद के आंकड़े बताते हैं कि सूर्यकुमार यादव ने अपने करियर के इस चरण में रोहित शर्मा की तुलना में अधिक प्रभावशाली व्यक्तिगत प्रदर्शन किया है, खासकर रन बनाने, औसत और बाउंड्री हिटिंग में। यह दर्शाता है कि भारतीय टी-20 टीम में एक नए युग का उदय हो रहा है, जिसमें सूर्यकुमार यादव जैसे खिलाड़ी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।