Delhi Riots / चार्जशीट में सलमान खुर्शीद और बृंदा करात का नाम, लोगों को सरकार के खिलाफ भड़काने के आरोप

News18 : Sep 24, 2020, 07:36 AM
नई दिल्ली। नॉर्थ-ईस्ट दिल्ली (Northeast Delhi Riots) के कई इलाकों में इस साल फरवरी में हुए दंगों के सिलसिले में पुलिस ने जो नई चार्जशीट दायर की है। इसमें कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद (Salman Khurshid), माकपा नेता बृंदा करात (Brinda Karat) और उदित राज के नाम शामिल हैं। इन पर नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के विरोध में हो रहे प्रदर्शनों के दौरान भड़काऊ भाषण देने का आरोप है। पुलिस ने दंगों से संबंधित मामले में कांग्रेस की पूर्व पार्षद इशरत जहां और सुरक्षा प्राप्त एक गवाह का हवाला देते हुए कहा कि इन नेताओं ने अपने बयानों से लोगों को भड़काया। नॉर्थ-ईस्ट दिल्ली में इस साल 24 फरवरी से 27 फरवरी तक दंगे हुए थे। इसमें 53 लोगों की जान चली गई थी, जबकि 200 लोग घायल हो गए थे।

चार्जशीट में कहा गया है कि सुरक्षा प्राप्त गवाह ने बयान में कहा है कि कई जाने माने लोग मसलन नेता उदित राज, पूर्व केंद्रीय मंत्री खुर्शीद, बृंदा करात खुरेजी स्थित प्रदर्शन स्थल पर आए थे। उन्होंने ‘भड़काऊ भाषण’ दिए। गवाह ने कहा है कि उदित राज, सलमान खुर्शीद, बृंदा करात, उमर खालिद जैसे कई लोग CAA, NPR और NRC के खिलाफ भाषण देने प्रदर्शन स्थल पर आया करते थे।

दिल्ली पुलिस ने चार्जशीट में इशरत जहां के बयान का हवाला देते हुए कहा है कि CAA विरोधी प्रदर्शनों को जारी रखने के लिए खुर्शीद, फिल्मकार राहुल रॉय और भीम आर्मी के सदस्य हिमांशु जैसे लोगों को उन्होंने और कार्यकर्ता खालिद सैफी ने जामिया समन्वय समिति (जेसीसी) के निर्देशों पर बुलाया था।

चार्जशीट में इशरत जहां के बयान के मुताबिक, ‘प्रदर्शन को लंबे समय तक जारी रखने के लिए मैंने और खालिद सैफी ने जेसीसी के निर्देशों पर सलमान खुर्शीद, राहुल रॉय, भीम आर्मी के सदस्य हिमांशु, चंदन कुमार को बुलाया।।।उन्होंने भड़काऊ भाषण दिए। जिसके कारण प्रदर्शन में बैठे सभी लोग सरकार के खिलाफ गुस्से से भर जाते थे।’

दिल्ली दंगों के बारे में पुलिस ने कपिल मिश्रा से की थी पूछताछ, मौजपुर में भाषण देने से किया इंकार: चार्जशीट

वहीं, सैफी ने बयान में कहा है कि जनवरी 2020 में हुए CAA विरोधी प्रदर्शनों में स्वराज अभियान के नेता योगेंद्र यादव, प्रशांत भूषण, सलमान खुर्शीद भी भाषण देने आते थे। सैफी का ये बयान चार्जशीट का हिस्सा है।


SUBSCRIBE TO OUR NEWSLETTER