दूरसंचार विभाग (DoT) का नागरिक-केंद्रित 'संचार साथी' ऐप हाल के दिनों में काफी चर्चा में रहा है, और इस चर्चा का परिणाम ऐप के डाउनलोड में अभूतपूर्व वृद्धि के रूप में सामने आया है। पिछले एक महीने में, ऐप के डाउनलोड में चार गुना का इजाफा देखा गया है, जो इसकी बढ़ती लोकप्रियता और उपयोगिता को दर्शाता है। यह वृद्धि ऐसे समय में हुई है जब ऐप एक महत्वपूर्ण विवाद। का विषय बना था, जिसने अंततः इसकी पहचान को और मजबूत किया है।
विवाद और लोकप्रियता में वृद्धि
'संचार साथी' ऐप को लेकर हाल ही में एक बड़ा विवाद खड़ा हो गया था, जब सरकार ने मोबाइल फोन निर्माताओं के लिए इसे अपने डिवाइस में पहले से इंस्टॉल करना अनिवार्य कर दिया था। इस कदम पर एप्पल सहित कई प्रमुख मोबाइल कंपनियों ने आपत्ति जताई थी, जिसके बाद सरकार ने इस अनिवार्यता को वापस ले लिया और ऐप को उपयोगकर्ताओं के लिए वैकल्पिक बना दिया। हालांकि, इस विवाद ने ऐप की लोकप्रियता को कम करने के बजाय, इसे और बढ़ा दिया। लोगों ने ऐप के फायदों को जानना शुरू किया, जिसके परिणामस्वरूप लाखों की संख्या में नए उपयोगकर्ता इसे डाउनलोड कर रहे हैं। दूरसंचार विभाग ने अपने आधिकारिक X हैंडल के माध्यम से इस वृद्धि की जानकारी साझा की है।
डाउनलोड के आंकड़े और प्रभाव
'संचार साथी' ऐप के डाउनलोड के आंकड़ों में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई है। दिसंबर के महीने में, ऐप को प्रतिदिन 3 लाख से अधिक बार डाउनलोड किया जा रहा है, जबकि नवंबर में यह आंकड़ा प्रतिदिन लगभग 80 हजार था और यह लगभग चार गुना की वृद्धि है, जो ऐप के प्रति लोगों की बढ़ती रुचि और विश्वास को दर्शाता है। लॉन्च होने के कुछ ही महीनों के भीतर, इस ऐप को 1. 4 करोड़ से अधिक भारतीय उपयोगकर्ताओं द्वारा डाउनलोड किया जा चुका है, जो इसकी व्यापक पहुंच और स्वीकार्यता का प्रमाण है। यह आंकड़े दर्शाते हैं कि विवाद के बावजूद, या शायद विवाद के। कारण ही, ऐप ने जनता के बीच अपनी जगह बना ली है।
संचार साथी ऐप के मुख्य उद्देश्य
दूरसंचार विभाग ने 'संचार साथी' ऐप को कई महत्वपूर्ण उद्देश्यों के साथ लॉन्च किया है और इसका प्राथमिक लक्ष्य साइबर अपराध को रोकना और डिजिटल सुविधाओं के बारे में जागरूकता बढ़ाना है। यह ऐप उपयोगकर्ताओं को फर्जी मोबाइल फोन की पहचान करने में मदद करता है और उन्हें किसी भी संदिग्ध संचार, जैसे फर्जी कॉल, मैसेज और अंतर्राष्ट्रीय कॉल की रिपोर्ट करने की सुविधा प्रदान करता है। यह एक महत्वपूर्ण कदम है जो उपयोगकर्ताओं को ऑनलाइन धोखाधड़ी और स्पैम से बचाने में मदद करता है।
ऐप के प्रमुख लाभ और कार्यप्रणाली
'संचार साथी' ऐप के माध्यम से रिपोर्ट की गई किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर दूरसंचार विभाग द्वारा त्वरित कार्रवाई की जाती है। विभाग के अनुसार, साइबर धोखाधड़ी में शामिल हजारों मोबाइल फोन को प्रतिदिन ब्लॉक किया जाता है, जिससे अपराधियों के लिए अपनी गतिविधियों को अंजाम देना मुश्किल हो जाता है। इसके अतिरिक्त, यह ऐप लोगों के खोए हुए मोबाइल फोन को ट्रैक करने और उनके IMEI नंबर को ब्लॉक करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इस सुविधा के माध्यम से लाखों मोबाइल हैंडसेट सफलतापूर्वक खोजे जा चुके हैं, जिससे उपयोगकर्ताओं को उनके कीमती उपकरणों को वापस पाने में मदद मिली है। ऐप इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की प्रामाणिकता (जेनुइनिटी) की जांच करने और यह पता लगाने में भी सहायक है कि आपके नाम पर कितने सिम कार्ड पंजीकृत हैं, जिससे किसी भी अनधिकृत उपयोग को रोका जा सके। दूरसंचार विभाग ने लाखों की संख्या में ऐप डाउनलोड करने और उपयोगकर्ताओं। द्वारा ऐप पर विश्वास जताने के लिए सभी को धन्यवाद दिया है।