देश / कंगना को लाखों लोगों के त्याग से मिली आज़ादी भीख लगती है, इन्हें इलाज की ज़रूरत है: मालीवाल

Zoom News : Nov 14, 2021, 03:26 PM
Swati Maliwal letter to President: दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने राष्ट्रपति को पत्र लिखकर अभिनेत्री कंगना रनौत को दिए गए पद्मश्री पुरस्कार को वापस लेने की मांग की है. स्वाति मालीवाल ने कहा है कि कंगना रनौत ने शहीदों का अपमान किया है, इसीलिए उनसे पद्मश्री पुरस्कार वापस लिया जाए, साथ ही कंगना पर देशद्रोह की धाराओं में FIR भी दर्ज की जाए.

स्वाति मालीवाल ने राष्ट्रपति को लिखे पत्र की एक कॉपी ट्वीटर पर शेयर की है. इसके साथ ही उन्होंने ट्वीट में लिखा, "कंगना रनौत ऐसी महिला है, जिसे गांधी, भगत सिंह की शहादत मजाक लगती है और लाखों लोगों की त्याग, तपस्या से हासिल आज़ादी भीख लगती है! इसको पुरस्कार की नहीं इलाज की जरूरत है! मैंने राष्ट्रपति को पत्र लिखा है कि तुरंत रनौत का पद्मश्री वापिस लेकर उस पर राष्ट्रद्रोह की FIR होनी चाहिए!"

क्या है विवाद?

अभिनेत्री कंगना रनौत ने बुधवार शाम को एक समाचार चैनल के कार्यक्रम में कहा था कि 'भारत को 1947 में आजादी नहीं बल्कि भीख मिली थी. भारत को 2014 में आजादी, जब नरेंद्र मोदी की सरकार बनी.' कंगना रनौत के इसी बयान पर काफी बवाल मचा हुआ है. उनका काफी विरोध हो रहा है. लोगों ने उनके घर के सामने प्रदर्शन भी किए हैं. हालांकि, कंगना यहीं नहीं रुकीं, इसके बाद उन्होंने इंस्टाग्राम स्टोरीज में एक लंबी पोस्ट लिखी. उन्होंने लिखा, '1857 स्वतंत्रता के लिए पहली सामूहिक लड़ाई थी और सुभाष चंद्र बोस, रानी लक्ष्मीबाई तथा वीर सावरकर जी जैसे महान लोगों ने बलिदान दिया.' उन्होंने आगे लिखा, '1857 मुझे पता है लेकिन 1947 में कौन सा युद्ध हुआ था, मुझे नहीं पता, अगर कोई मुझे बता सकता है तो मैं अपना पद्मश्री लौटा दूंगी और माफी भी मांग लूंगी.'

कंगना रनौत के उन्हीं बयानों की पृष्ठभूमि में अब स्वाति मालीवाल ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को लिखकर उनसे कंगना रनौत को दिए गए पद्मश्री पुरस्कार को वापल लेने की मांग की है.

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