Bollywood / श्वेता सिंह कीर्ति ने रिहा चक्रबोर्ती के इंटरव्यू को ब्लॉक करवाने की गुहार लगायी

बॉलीवुड एक्टर सुशांत सिंह राजपूत की डेथ मिस्ट्री दिन पर दिन नया मोड़ लेती है। हर दिन कोई नया अपडेट आता है जिसकी वजह से यह केस और गंभीर होता जा रहा हैं। सीबीआई के टेक ओवर करने के बाद से केस में काफी बड़े खुलासे हो रहे है और अब लेटेस्ट नारकोटिक कण्ट्रोल ब्यूरो ने रिहा और कुछ लोगों के खिलाफ FIR दर्ज़ की है , नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रॉपिक सुब्स्टेन्सेस एक्ट के तहत।

न्यूज हैल्पलाइन . मुम्बई | बॉलीवुड एक्टर सुशांत सिंह राजपूत की डेथ मिस्ट्री दिन पर दिन नया मोड़ लेती है।  हर दिन कोई नया अपडेट आता है जिसकी वजह से यह केस और गंभीर होता जा रहा हैं। सीबीआई के टेक ओवर करने के बाद से केस में काफी बड़े खुलासे हो रहे है और अब लेटेस्ट नारकोटिक कण्ट्रोल ब्यूरो ने रिहा और कुछ लोगों के खिलाफ FIR दर्ज़ की है , नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रॉपिक सुब्स्टेन्सेस एक्ट के तहत।

सुशांत की बहिन श्वेता सिंह कीर्ति अपने सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहती है ,जबसे यह इन्वेस्टीगेशन शुरू हुई है. वह अपने भाई के इंसाफ की जंग में करोड़ो लोगों को अपने साथ लेकर आगे बढ़ रही है और अब उन्होंने सुशांत के करोड़ो फैंस और देश की जनता से एक गुहार लगायी है। अपने ट्वीट में श्वेता ने लिखा है , "आज तक रिहा चक्रबोर्ती का इंटरव्यू कर रहा है पूरे २ घंटे का और उनकी टीम इस इंटरव्यू को नेशनल प्लेटफार्म पर ऑन एयर करना चाह रही है। अगर ऐसा हुआ तो यह 130 करोड़ भारतीय जो सुशांत के इन्साफ के लिए लड़ रहे है , उनके लिए शर्म की बात होगी।#ArrestRheaChakraborty"

अगले ट्वीट में वह लिखती है , "भारत की सरकार को देखना चाहिए की जो इस केस में मैन एक्यूस्ड है वह पब्लिक स्टंट्स के लिए ऐसे पब्लिक इंटरव्यूज न दे सके। उसको इंटरव्यू करने वाला कोई और नहीं बल्कि राजदीप सरदेसाई है जिसने मेरे भाई को एक मेडिओक्र एक्टर कहा था। प्राइम एक्यूस्ड को इंटेररोगेशन के लिए तुरंत कस्टडी में ले लेना चाहिए। मेरी अपनी एक्सटेंडेड फॅमिली से दरख्वास्त है की वे सब इस इंटरव्यू को ब्लॉक कर दे। #ArrestRheaChakraborty."

इस से पहले भी श्वेता ने एक पोस्ट शेयर किया था जिसमे उन्होंने दो दिन की सीबीआई इन्वेस्टीगेशन की वजह से हुए खुलासो को सबके साथ शेयर किया। उन्होंने बताया:

1. रिहा और गैंग ने मिलकर सुशांत को महीनो ड्रग्स दिए उसपर कंट्रोल  रखने के लिए।इन सबने मिलकर उसके पैसे लुटे और उसके परिवार को उस तक पहुंचने नहीं दिया।

2. जब मेरे भाई ने इसपर आवाज़ उठाई और 18 मई को उसने अपने परिवार से बात  करने की कोशिश की ,तो यह सब घबरा गए और इन्होने  एक दूसरे को मेसज भेजे की कैसे यह सब अभी भी भाई के पैसो पर कंट्रोल  कर सके।

3. 8 तारीख को जब रिहा भाई के घर से गयी तोह उसने IT टीम को भेजा मेरे भाई के हार्ड ड्राइव्स से डाटा इकठा करने के लिए। इन्होने 8 हार्ड ड्राइव का सामान लिया और जब मेरे भाई ने रोकना चाहा तोह उसे एक धमकी की कॉल आयी। यह सब सीबीआई के द्वारा रिकॉर्ड किया गया है।

4. उसी रात दिशा की मौत हुई।

हर दिन नयी अपडेट की वजह से यह केस और उलझता जा रहा है। हम आशा करते है की जल्द ही सीबीआई इस केस को सोल्व कर पाए।