Zoom News : Feb 04, 2022, 05:27 PM
Sourav Ganguly said I do my job as BCCI President: सौरव गांगुली ने भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) के अध्यक्ष के तौर पर चुनौतीपूर्ण 26 महीनों के अंदर कई तरह की आलोचनाओं का सामना किया जिसमें उन्हें कोविड-19 के कारण पैदा हुई परेशानियों से तो रूबरू होना ही पड़ा लेकिन उन पर चयनकर्ताओं को प्रभावित करने और अपने कार्यकाल में महिला क्रिकेट के लिये ज्यादा कुछ नहीं करने के आरोप भी लगे.लेकिन पीटीआई को दिये विशेष साक्षात्कार में पूर्व भारतीय कप्तान ने खुद पर लगे आरोपों को ही खारिज नहीं किया बल्कि अपने आलोचकों को भी याद दिलाया कि बीसीसीआई अध्यक्ष बनने से पहले मशहूर क्रिकेटर थे और 424 अंतरराष्ट्रीय मैच खेल चुके थे जिसमें 113 टेस्ट शामिल थे.विराट कोहली के कप्तानी कार्यकाल को लेकर हुए ड्रामा से दूर रहते हुए गांगुली ने अन्य संवेदनशील मुद्दों पर पूछे सवालों के जवाब दिये जैसे हाल में रणजी ट्राफी की दो चरण में बहाली की घोषणा, भारत के नये टेस्ट कप्तान पर फैसले के इंतजार और महिला इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) की शुरूआत.उन्होंने यह भी खुलासा किया कि इस महीने कोलकाता में भारत और वेस्टइंडीज के बीच टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच दर्शकों के बिना कराये जायेंगे और जब उनसे बोर्ड सचिव जय शाह से संभावित मतभेद की अटकलबाजी के बारे में पूछा गया तो वह हंस पड़े.साक्षात्कार के कुछ अंश :सवाल : आरोप हैं कि आप चयन समिति को प्रभावित कर रहे हैं और आप चयनकर्ताओं पर दबाव डालने के लिये बैठकों में हिस्सा लेते हो?उत्तर : मुझे नहीं लगता कि मुझे किसी को इस पर जवाब देने की जरूरत है और इन आधारहीन आरोपों में से किसी को अहम बनाने की जरूरत है. मैं बीसीसीआई अध्यक्ष हूं और बीसीसीआई अध्यक्ष को जो काम करना चाहिए, वह करता हूं.और आपको यह भी बता दूं, मैंने सोशल मीडिया पर एक फोटो देखी जिसमें मुझे चयन समिति की बैठक में बैठे हुए दिखाया जा रहा था.मैं स्पष्ट करना चाहूंगा कि यह फोटो (जिसमें गांगुली, जय शाह, कप्तान विराट कोहली और संयुक्त सचिव जयेश जॉर्ज बैठे हैं) चयन समिति की बैठक की नहीं थी. जयेश जॉर्ज चयन समिति का हिस्सा नहीं हैं. मैं भारत के लिये 424 अंतरराष्ट्रीय मैच खेल चुका हूं. कभी कभार लोगों को यह दिलाने का विचार बुरा नहीं है. (हंसते हुए)सवाल : बीसीसीआई में पिछले 26 महीनों में जय शाह के साथ काम करने में रिश्ते किस तरह के रहे हैं?उत्तर : जय के साथ मेरा शानदार रिश्ता है. वह अच्छा मित्र है और विश्वासपात्र सहयोगी है. मैं, जय, अरूण (धूमल) और जयेश (जॉर्ज) हम इन दो वर्षों में विशेषकर कोविड-19 के मुश्किल दौर में बोर्ड को आगे ले जाने में मिलकर काम कर रहे हैं. यह सुनिश्चित करने के लिये क्रिकेट खेला जाये. मैं कहूंगा कि ये दो साल शानदार रहे. हमने बतौर टीम ऐसा किया है.