- भारत,
- 09-Dec-2025 11:36 AM IST
एलन मस्क की सैटेलाइट कम्यूनिकेशन कंपनी स्टारलिंक ने भारत में अपनी सेवाओं को लेकर हाल ही में सामने आई खबरों पर स्पष्टीकरण जारी किया है और पहले ऐसी खबरें थीं कि स्टारलिंक के मासिक इंटरनेट प्लान की कीमत 8600 रुपये होगी और हार्डवेयर के लिए 34000 रुपये का एकमुश्त भुगतान करना होगा। इन दावों ने भारतीय उपभोक्ताओं और उद्योग जगत में काफी हलचल मचा दी थी, क्योंकि यह पहली बार था जब कंपनी की संभावित मूल्य निर्धारण संरचना के बारे में कोई ठोस जानकारी सामने आई थी।
कीमतों को लेकर फैले भ्रम का स्पष्टीकरण
स्टारलिंक ने अब इन खबरों को पूरी तरह से खारिज कर दिया है। कंपनी ने साफ किया है कि उसकी भारतीय वेबसाइट पर जो मासिक प्लान की कीमतें दिखाई दे रही थीं, वे केवल एक डमी परीक्षण डेटा था। यह डेटा एक तकनीकी गड़बड़ी या 'ग्लिच' के कारण साइट पर सार्वजनिक रूप से दिख रहा था और ये वास्तविक प्लान कीमतें नहीं थीं। इस स्पष्टीकरण ने उन सभी अटकलों पर विराम लगा दिया है जो कथित कीमतों को लेकर चल रही थीं। कंपनी ने जोर देकर कहा है कि वह अंतिम सरकारी मंजूरी प्राप्त करने के बाद ही अपनी वास्तविक योजनाओं और कीमतों का खुलासा करेगी।स्टारलिंक बिजनेस ऑपरेशंस की वीपी का बयान
स्टारलिंक बिजनेस ऑपरेशंस की वीपी लॉरेन ड्रेयर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व। में ट्विटर) पर एक पोस्ट के माध्यम से इस पूरे मामले को स्पष्ट किया। उन्होंने बताया कि प्रदर्शित कीमतें 'प्लेसहोल्डर्स' से ज्यादा कुछ नहीं थीं, जो कॉन्फ़िगरेशन में गड़बड़ी के कारण लाइव हो गई थीं। ड्रेयर ने अपने पोस्ट में यह भी स्पष्ट किया कि स्टारलिंक अभी भारत में लॉन्च नहीं हुआ है और कंपनी वर्तमान में ग्राहकों से कोई ऑर्डर नहीं ले रही है। उन्होंने यह भी बताया कि स्टारलिंक इंडिया की वेबसाइट भी अभी पूरी तरह से लाइव नहीं हुई है और जो। डेटा पहले दिखाई दे रहा था, वह भारत में स्टारलिंक की सेवाओं की वास्तविक लागत को प्रदर्शित नहीं करता था।तकनीकी गड़बड़ी और उसका निवारण
लॉरेन ड्रेयर ने पुष्टि की कि जिस बग या ग्लिच के कारण यह गड़बड़ी हुई थी, उसे तुरंत ठीक कर लिया गया था। हालांकि, इस तकनीकी त्रुटि के कारण कीमतों को लेकर जो खबरें सामने आईं, उन्होंने स्टारलिंक की सेवाओं की संभावित लागत और भारत में उनकी उपलब्धता को लेकर एक बड़ी बहस छेड़ दी थी। यह घटना दर्शाती है कि कैसे एक छोटी सी तकनीकी चूक भी सार्वजनिक धारणा और मीडिया। कवरेज पर बड़ा प्रभाव डाल सकती है, खासकर जब बात एलन मस्क जैसी हाई-प्रोफाइल कंपनी की हो।भारत में स्टारलिंक सेवाओं का इंतजार
स्टारलिंक के आधिकारिक स्पष्टीकरण के बाद, यह उचित है कि पहले आई कीमतों से संबंधित सभी खबरों को खारिज कर दिया जाए। सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर कंपनी स्टारलिंक का लक्ष्य देश के दूरदराज के इलाकों में अपनी सेवाएं प्रदान करना है, जहां पारंपरिक इंटरनेट कनेक्टिविटी अक्सर एक चुनौती होती है और कंपनी ने अपने मासिक प्लान और हार्डवेयर की लागत के बारे में पहले आई सभी जानकारियों को 'नकली' करार दिया है। इस घटना के बाद, एक बार फिर से यह चर्चा तेज हो गई है। कि भारत के लोगों को स्टारलिंक की सेवाओं का लाभ कब से मिलना शुरू होगा।नियामक अनुमोदन की स्थिति
जैसा कि ज्ञात है, स्टारलिंक महीनों से भारत में अपनी सेवाओं को शुरू करने की। तैयारी कर रहा है, लेकिन इसका रोलआउट अभी भी अंतिम नियामक चरण में अटका हुआ है। स्टारलिंक की उपलब्धता के संबंध में, भारत अभी भी 'पेंडिंग रेगुलेटरी अप्रूवल' (नियामक अनुमोदन लंबित) श्रेणी में है। हालांकि, उद्योग जगत की चर्चाओं से संकेत मिलता है कि अनुमोदन की प्रक्रिया धीरे-धीरे आगे बढ़ रही है। कंपनी को उम्मीद है कि जैसे ही उसे हरी झंडी मिलेगी, वह अपनी सेवाएं शुरू कर देगी। यह नियामक प्रक्रिया ही है जो स्टारलिंक के भारत में प्रवेश की समय-सीमा को निर्धारित करेगी, और जब तक यह पूरी नहीं हो जाती, तब तक वास्तविक कीमतों और लॉन्च की तारीखों पर कोई भी जानकारी केवल अटकलें ही रहेंगी।भविष्य की संभावनाएं और उपभोक्ता अपेक्षाएं
स्टारलिंक की सैटेलाइट इंटरनेट सेवा भारत जैसे विशाल और विविध देश के लिए गेम-चेंजर साबित हो सकती है, खासकर उन क्षेत्रों में जहां फाइबर ऑप्टिक या मोबाइल नेटवर्क की पहुंच सीमित है। उच्च गति और कम विलंबता वाली इंटरनेट कनेक्टिविटी प्रदान करने की इसकी क्षमता ग्रामीण और दूरस्थ क्षेत्रों में डिजिटल विभाजन को पाटने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। उपभोक्ताओं को अब कंपनी की आधिकारिक घोषणाओं का बेसब्री से इंतजार है, जो वास्तविक प्लान, कीमतों और भारत में सेवाओं की उपलब्धता के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान करेंगी। यह स्पष्टीकरण एक महत्वपूर्ण कदम है जो कंपनी की पारदर्शिता को दर्शाता है और भविष्य में सही जानकारी के लिए आधिकारिक स्रोतों पर निर्भर रहने की आवश्यकता पर जोर देता है।The Starlink India website is not live, service pricing for customers in India has not yet been announced, and we are not taking orders from customers in India.
— Lauren Dreyer (@LaurenDreyer) December 8, 2025
There was a config glitch that briefly made dummy test data visible, but those numbers do not reflect what the cost… https://t.co/TU8cUjcYGL
