LATA MANGESHKAR / नहीं रहीं स्वर कोकिला लता मंगेशकर, 92 साल की उम्र में दुनिया को कहा अलविदा

Zoom News : Feb 06, 2022, 10:20 AM
सिनेमाजगत के लिए बेहद दुखद खबर है. कई दशकों से अपनी मधुर आवाज से लोगों के दिलों में जगह बनाने वाली स्वर कोकिला लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) का निधन हो गया है. लता जी ने सुबह 8:12 मिनट पर अंतिम सांस ली. ब्रीच कैंडी अस्पताल के अनुसार लता दीदी का निधन मल्टीपल ऑर्गन फेलियर की वजह से हुआ. 

27 दिनों से थीं अस्पताल में भर्ती 

भारत रत्न लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) बीते 8 जनवरी से मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में कोविड संक्रमित होने के बाद से भर्ती थीं. लता जी लगातार आईसीयू में डॉक्टरों की निगरानी में थीं. हालांकि उनकी सेहत में सुधार भी हो रहा था. यहां तक कि उन्हें वेंटिलेटर पर कुछ दिनों के लिए रखा गया था और फिर बाद में वेंटिलेटर से हटा दिया गया था. लेकिन अचानक तबीयत फिर बिगड़ी और  वेंटिलेटर पर दोबारा रखा गया. लेकिन अचानक आज उनके निधन की खबर आई जिसने सभी को हिलाकर रख दिया.

इलाज में जुटी थी पांच डॉक्टरों की टीम

लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) की देखभाल के लिए अस्पताल में पांच डॉक्टरों की टीम जुटी हुई थी. एक निजी चैनल से बात करते डॉक्टर प्रतीत समदानी ने कहा कि लता मंगेशकर को कोरोना के साथ-साथ निमोनिया भी हो गया था. 

16 जनवरी को किया था अच्छे से डिनर

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक लता दीदी ने अस्पताल में भर्ती होने के बाद 16 जनवरी की रात को पहली बार ठीक तरह से डिनर भी किया. इसके बाद अगले दिन अच्छे से नाश्ता भी किया.

5,000 से ज्यादा गाए गाने

लता मंगेशकर ने एक हजार से ज्यादा हिंदी फिल्मों और 36 क्षेत्रीय फिल्मों में गाना गाया है. कुछ मिलाकर वो 5,000 से अधिक गानों में अपना आवाज दे चुकी हैं. इतने साल में लता दीदी ने मधुबाला से लेकर प्रियंका चोपड़ा तक के लिए अपनी आवाज दी है. 

पिता के निधन के बाद परिवार को संभाला

लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) के पिता का निधन साल 1942 में हो गया था. बड़ी संतान होने के कारण परिवार का सारा भार लता जी के कंधों पर आया. जिसके बाद लता जी ने पिता के दोस्त मास्टर विनायक ने उन्हें बड़ी मां फिल्म में रोल ऑफर किया, जिसके लिए वो मुंबई आईं. इसके साथ ही लता जी ने उस्ताद अमन अली खान से हिंदुस्तानी म्यूजिक सीखा. लता दीदी ने अपने करियर में कई लिजेंड्री म्यूजिक डाटरेक्टर के संग काम किया है. जिसमें मदन मोहन, आर.डी बर्मन, लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल और एआर रहमान शामिल हैं.

SUBSCRIBE TO OUR NEWSLETTER