इंदौर / बेटी बाहर कुत्ते को घुमाती रही, और बॉयफ्रेंड कर रहा था घर में माता-पिता की हत्या

Vikrant Shekhawat : Dec 23, 2020, 07:15 AM
मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में दोहरे हत्याकांड की कहानी ने सभी को चौंका दिया है। जहां एक परिवार के मुखिया और उसकी पत्नी की बेरहमी से हत्या कर दी गई। लेकिन उनके बगल में घर में सो रहे बुजुर्ग माता-पिता और जवान बेटे को इसकी जानकारी तक नहीं थी। इस हत्या की घटना के दौरान सबसे आश्चर्यजनक बात घर की बेटी का गायब होना था। घटना होने पर बेटी और माता-पिता साथ थे। लेकिन घटना के बाद घर से दो शव मिले। बेटी गायब थी और पुलिस हैरान थी।

इंदौर के एयरपोर्ट पुलिस स्टेशन के पास रुक्मिणी नगर है। पुलिसकर्मी ज्योति प्रसाद शर्मा का घर है। घर को दो भागों में बांटा गया है। एक में ज्योति प्रसाद शर्मा खुद अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ रहते थे यानी एक बेटा और बेटी। जबकि दूसरे में उसके बुजुर्ग माता-पिता हैं। गुरुवार की सुबह ज्योति प्रसाद की मां अपने बेटे और बहू के लिए चाय लेकर उनके घर गई थीं। उसने कई बार दरवाजा खटखटाया लेकिन अंदर से कोई आवाज नहीं आई। अंदर तीन लोग थे, उनका बेटा ज्योति प्रसाद, बहू नीलम और उनकी 17 साल की पोती।

लेकिन जब कई बार, दरवाजा खटखटाने और कोई आवाज़ नहीं करने के बावजूद, अंदर से कोई जवाब नहीं मिला, तो ज्योति प्रसाद की माँ परेशान हो गईं। समस्या यह भी थी कि घर के बाहर दरवाजे पर ताला लटका हुआ था, इसलिए वह अंदर भी नहीं जा सकती थी। ऐसी स्थिति में, उन्होंने अपने पोते, ज्योति प्रसाद के 18 वर्षीय बेटे ऋषभ को बुलाया, जो अपने माता-पिता के साथ नहीं बल्कि अपने दादा-दादी के साथ रात को सोया था। पोते ने भी अपनी दादी के साथ अपने माता-पिता और बहन को जगाने के लिए बहुत प्रयास किए। लेकिन जब अंदर से कोई आवाज नहीं आई तो दोनों घबरा गए।

उसने आसपास के लोगों को भी बुलाया और जल्दी में दरवाजे पर लगा ताला टूट गया। अंदर का दृश्य देखकर सभी की रूह कांप गई। 45 वर्षीय ज्योति प्रसाद और उनकी 40 वर्षीय पत्नी नीलम की खून से लथपथ लाश घर के अलग-अलग हिस्सों में पड़ी थी। जिस समय ज्योति प्रसाद का शरीर फर्श पर था, नीलम का शरीर बिस्तर पर था। चूँकि दोनों की चाकू से धारदार हथियार से हत्या की गई थी, लाश के चारों ओर इतना खून बिखरा हुआ था कि वहां पैर रखना भी मुश्किल था और चाकू के वार से बिखरा हुआ खून भी दीवारों तक पहुँच गया।

लेकिन इस दोहरे हत्याकांड की कई चीजें पहली नजर में बहुत ही हैरान करने वाली थीं। पहली बात यह थी कि अगर ज्योति प्रसाद और नीलम की हत्या घर के अंदर की गई थी, तो उनकी 17 साल की बेटी कहां गई? सवाल यह भी था कि हत्यारे ने दरवाजे पर जाते ही चाबी कैसे पकड़ ली? तो क्या यह ज्योति प्रसाद और नीलम की बेटी थी, जिसने उसके माता-पिता की हत्या कर दी? लेकिन 17 साल की लड़की ऐसा कैसे करेगी? वैसे भी, अपनी बेटी के लिए अपने पुलिसकर्मी के पिता और मां की जान लेना संभव नहीं था। ऐसे में सवाल यह था कि क्या बेटी ने किसी और के साथ मिलकर अपने माता-पिता की हत्या कर दी और घर से भाग गई? अगर वह करता भी, तो क्या कारण हो सकता था?

जाहिर है, इस मामले में पहला संदेह नाबालिग बेटी पर था। लेकिन जब तक बेटी का पता नहीं चल जाता, तब तक निश्चितता के साथ कुछ नहीं कहा जा सकता। अब तक पुलिस को भी इस दोहरे हत्याकांड की खबर मिल चुकी थी। पुलिस ने लाश को बरामद कर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया और पूरे घर की तलाशी शुरू कर दी। ताकि कहीं से भी इस भयानक दोहरे हत्याकांड का सुराग मिल सके लेकिन यह हत्या जितनी भयानक थी, इस अवसर पर मिले कुछ सबूत भी उतने ही चौंकाने वाले थे।

पुलिस ने देखा कि घर में 17 वर्षीय बेटी को लिखा एक पत्र मिला था, जिसमें बेटी ने लिखा था कि उसके पिता, ज्योति प्रसाद शर्मा, उसका शारीरिक शोषण करते थे। उनकी मां ने भी इस काम में उनका साथ दिया। अब वह घर छोड़ रही है। इसलिए किसी को उसे खोजने की कोशिश नहीं करनी चाहिए। पूरे घर में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। ऐसी स्थिति में हत्यारे की तस्वीरें कैमरे में कैद हो जानी चाहिए थीं, लेकिन दूसरा आश्चर्य यह था कि पूरे घर का सीसीटीवी दो दिनों के लिए बंद था। तीसरी चौंकाने वाली बात यह थी कि उनकी बेटी का मोबाइल फोन भी लगभग 20 घंटे पहले बंद कर दिया गया था और फोन भी घर पर रखा गया था।

हत्या के तरीके को देखकर यह भी स्पष्ट था कि बेटी ने अकेले अपने माता-पिता की जान नहीं ली, बल्कि हत्यारा कोई और था जो बाहर से आया था। एक बंद घर में दो लोगों की हत्या और 17 वर्षीय बेटी की हत्या के साथ गायब होना। जाते समय अपने पीछे एक पत्र छोड़कर। इन सभी बातों से संकेत मिल रहा था कि इस हत्या में घर की बेटी का ही हाथ है। लेकिन साथ ही यह समझना मुश्किल नहीं था कि उनकी बेटी यह हत्या अकेले नहीं कर सकती थी। सवाल यह भी था कि बेटी ने ऐसा क्यों किया? और इस सवाल के जवाब की तलाश में, पुलिस के रडार पर एक नाम उभरा। और यह इंदौर के गांधीनगर इलाके के निवासी धनंजय यादव उर्फ ​​डीजे का नाम था। जी हां, डीजे यानी ज्योति प्रसाद और नीलम की बेटी का बॉयफ्रेंड।


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