- भारत,
- 21-May-2025 09:10 AM IST
Delhi Weather Update: दिल्ली की तपती दोपहरें इन दिनों आग उगल रही हैं। धूप इतनी तेज है कि लगता है जैसे सूरज सीधे सिर पर उतर आया हो। हालत ये है कि न घर के अंदर सुकून है, न बाहर निकलने की हिम्मत। तापमान भले ही 40-42 डिग्री सेल्सियस के आसपास दर्ज हो रहा हो, लेकिन शरीर पर इसकी मार 50 डिग्री जैसी महसूस हो रही है। सवाल उठता है कि आखिर ऐसा क्यों हो रहा है? मौसम का ये मिज़ाज कब बदलेगा?
हवा में नमी बनी मुसीबत की जड़
मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक, दिल्ली में इन दिनों 'हीट इंडेक्स' यानी गर्मी के वास्तविक अहसास में इजाफा हो रहा है, जिसकी वजह है हवा में बढ़ती नमी। जब वातावरण में आर्द्रता अधिक होती है, तो शरीर की पसीना बहाकर खुद को ठंडा करने की प्रणाली असफल हो जाती है। परिणामस्वरूप, तापमान भले 41-42 डिग्री हो, लेकिन यह 48-50 डिग्री जैसा महसूस होता है।
21 मई को सफदरजंग वेधशाला में तापमान 42 डिग्री रिकॉर्ड किया गया, लेकिन 43% नमी के कारण गर्मी की चुभन 50 डिग्री से कम नहीं थी। यही नहीं, हीट इंडेक्स यानी शरीर पर गर्मी के असर का आंकड़ा 49.6 डिग्री तक पहुंच गया।
क्यों महसूस हो रही है ज्यादा गर्मी?
गर्मी का ये बढ़ता असर सिर्फ तापमान से नहीं, बल्कि वातावरणीय परिस्थितियों के मिलेजुले प्रभाव से पैदा हो रहा है। गर्म हवाओं के साथ हवा में मौजूद नमी एकदम चिपचिपा और दमघोंटू वातावरण बना रही है। यही वजह है कि जो गर्मी पहले दोपहर में महसूस होती थी, अब वह सुबह 9 बजे से ही सताने लगती है और देर शाम तक राहत नहीं देती।
राहत की उम्मीद कब?
मौसम विभाग के अनुसार, दिल्लीवासियों को 22 मई से कुछ राहत मिल सकती है। इस दिन अधिकतम तापमान में गिरावट का अनुमान है, जो लगभग 39 डिग्री सेल्सियस तक जा सकता है। वहीं, अरब सागर के ऊपर बन रहे चक्रवाती सिस्टम और पश्चिमी विक्षोभ के असर से दिल्ली में तेज आंधी और हल्की बारिश की संभावना है, जो उमस को कम कर सकती है।
मानसून की दस्तक का इंतजार
दिल्ली में आमतौर पर मानसून जून के आखिरी सप्ताह में दस्तक देता है। तब तक लोगों को इस झुलसाने वाली गर्मी और चिपचिपे मौसम से जूझना पड़ेगा। मौसम विभाग ने साफ किया है कि जब तक नमी का स्तर गिरता नहीं और बारिश की शुरुआत नहीं होती, तब तक हीट इंडेक्स इसी तरह ऊंचा बना रहेगा।
सुझाव: कैसे बचें गर्मी से?
-
दिन के गर्म हिस्से में बाहर निकलने से बचें (दोपहर 12 से 4 बजे के बीच)
-
हल्के रंग के, ढीले और सूती कपड़े पहनें
-
खूब पानी पीते रहें और डिहाइड्रेशन से बचें
-
बुजुर्गों और बच्चों का विशेष ध्यान रखें
-
छत या खिड़की से आने वाली धूप को पर्दों से ढकें
दिल्ली की ये गर्मी किसी अग्निपरीक्षा से कम नहीं। लेकिन सावधानी और सतर्कता से इसे झेला जा सकता है। जब तक मानसून की पहली बारिश राहत लेकर न आ जाए, तब तक खुद को ठंडा और सुरक्षित रखना ही सबसे बड़ी प्राथमिकता होनी चाहिए।