देश / श्रीराम सेना का दावा- कर्नाटक में 500 'अवैध चर्च', संगठन प्रमुख बोले- तैयार हो रही लिस्ट

Zoom News : May 18, 2022, 07:51 AM
बेंगलुरु। कर्नाटक में इन दिनों हिंदू संगठन श्री राम सेना खूब चर्चा में है। इसी कड़ी में उन्होंने ऐलान किया है कि उनका संगठन कथित तौर पर दक्षिणी राज्य में “अवैध” चर्च और मस्जिदों की एक लिस्ट तैयार कर रहा है। श्री राम सेना संगठन के प्रमुख प्रमोद मुतालिक ने कहा कि हमारे सभी कार्यकर्ता अवैध चर्चों की पहचान करते हुए एक सूची तैयार कर रहे हैं। कुछ घरों को केवल एक क्रॉस लगाकर उसे चर्च में बदल देते हैं और फिर उसका इस्तेमाल धार्मिक कार्यों में करते हैं। श्री राम सेना प्रमुख प्रमोद मुतालिक के अनुमान के अनुसार, राज्य में ऐसे 500 से अधिक चर्च हैं। हिन्दुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक वहीं एक और दक्षिणपंथी संगठन नरेंद्र मोदी विचार मंच ने कर्नाटक में मौजूद मस्जिदों के सर्वे करने की मांग की है। क्योंकि वो इस बात को लेकर स्पष्ट हैं कि मस्जिदों में हिंदू स्मारक मौजूद हैं।

संगठन का कहना है कि जब कालाबुरागी में सड़क का काम किया जा रहा था, तो उन्हें हिंदू स्मारक और मूर्तियां मिली थीं। सभी प्राचीन मस्जिदें जहां नमाज अदा की जाती है, वह 400 से 500 साल हिंदू मंदिरों को तोड़कर बनाई गई थी। एचटी की रिपोर्ट के मुताबिक संगठन ने पहले राज्य सरकार से मांड्या जिले के श्रीरंगपटना में मस्जिद-ए-अला का सर्वेक्षण कराने की मांग की थी। संगठन का मानना ​​है कि यह एक हनुमान मंदिर था।

एचटी के 21 अप्रैल की रिपोर्ट के मुताबिक इस दौरान कर्नाटक भाजपा के विधायक, अरविंद बेलाड और सांसद रेणुकाचार्य ने राज्य में सभी मस्जिदों का सर्वे कराने की मांग की थी। वहीं हिंदू संगठनों के इस नए अभियान में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेतृत्व के एक वर्ग से भी समर्थन मिला है। पूर्व मंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता केएस ईश्वरप्पा ने मंगलवार को कहा कि हमने अयोध्या ले ली है, अब काशी और मथुरा को लेंगे। बता दें कि केएस ईश्वरप्पा ने पहले उन सभी 36, 000 मंदिरों को पुनः प्राप्त करने की बात की थी, जिन्हें मुगलों ने कानूनी रूप से नष्ट कर दिया था। केएस ईश्वरप्पा ने कहा कि हमें नवनिर्मित मस्जिदों से कोई समस्या नहीं है। लेकिन जो हिंदू मंदिरों को तोड़कर बनाए गए हैं, हम उन्हें नहीं बख्शेंगे। अब, हिंदू समुदाय के पास मंदिरों को फिर से हासिल करने की ताकत है।

वहीं चर्चों की लिस्ट तैयार करने के मामले पर बैंगलोर के ईसाई धर्म के मुख्य धर्माध्यक्ष ( आर्कबिशप), पीटर मचाडो ने कहा कि सरकार ने ऐसा कोई निर्देश नहीं दिया था और दक्षिणपंथी समूहों की कार्रवाई “उकसाने” के अलावा और कुछ नहीं है। उन्होंने कहा कि हम बार-बार यह कहते रहे हैं कि यह उनका (दक्षिणपंथी समूहों का) काम नहीं है (इस तरह के सर्वेक्षण करना)। सरकार ने अब तक हमें परेशान नहीं किया है। उन्होंने कहा कि अगर सरकार इस तरह का कोई नोटिस जारी करेगी, तो हम ब्यौरा देंगे लेकिन किसी संगठन का निर्देश मानने में सहज नहीं हैं कि हमें क्या करना चाहिए।

SUBSCRIBE TO OUR NEWSLETTER