Cyclone Amphan / बंगाल में अम्फान तूफान से दो लोगों की मौत, कोलकाता में देने वाला है दस्तक

पश्चिम बंगाल और ओडिशा के कुछ हिस्सों से सुपर साइक्लोन अम्फान टकरा चुका है। बंगाल और ओडिशा में तूफानी हवाओं के साथ मूसलाधार बारिश हो रही है। 21 साल बाद फिर तूफान से तबाही का खतरा है। बंगाल की खाड़ी में उठे अम्फान तूफान का पहला प्रहार पारादीप पर होगा, जहां तेज अंधड़ के साथ बारिश हो रही है। तूफान अम्फान ने पश्चिम बंगाल में दो लोगों की जान ले ली है।

AajTak : May 20, 2020, 07:55 PM
पश्चिम बंगाल और ओडिशा के कुछ हिस्सों से सुपर साइक्लोन अम्फान टकरा चुका है। बंगाल और ओडिशा में तूफानी हवाओं के साथ मूसलाधार बारिश हो रही है। 21 साल बाद फिर तूफान से तबाही का खतरा है। बंगाल की खाड़ी में उठे अम्फान तूफान का पहला प्रहार पारादीप पर होगा, जहां तेज अंधड़ के साथ बारिश हो रही है।

तूफान अम्फान ने पश्चिम बंगाल में दो लोगों की जान ले ली है। उत्तर 24 परगना जिले के मिनखा में एक 55 वर्षीय महिला की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि महिला पर पेड़ गिर गया था। वहीं, हावड़ा में एक टिन शेड के परखच्चे उड़ने और उसकी चपेट में आने से 13 साल की एक लड़की की मौत हो गई।

तूफान अम्फान का लैंडफाल शुरू हुआ

एनडीआरएफ के डीजी एसएन प्रधान ने बुधवार शाम को प्रेस कॉन्फ्रेंस में जानकारी देते हुए कहा कि बंगाल में सुपर साइक्लोन अम्फान का लैंडफाल शुरू हो गया है। अगले कुछ घंटे काफी अहम हैं, क्योंकि करीब चार घंटे तक लैंडफाल की प्रक्रिया चलेगी। पूरे हालात पर हम नजर बनाए हुए हैं। उन्होंने कहा कि लैंडफाल के बाद हमारा काम शुरू होता है।

NDRF के डीजी एसएन प्रधान ने कहा कि पश्चिम बंगाल और ओडिशा दोनों ही राज्यों पर हमारी नजर बनी हुई है ओडिशा में एनडीआरएफ की 20 टीमें और पश्चिम बंगाल में 19 टीमें लगी हुई हैं। NDRF के डीजी ने कहा कि सभी टीमों के पास सेटेलाइट संचार सिस्टम है। हमारे पास अत्याधुनिक पेड़ कटाई और खंभों की कटाई के यंत्र हैं। दोनों राज्यों में 41 टीमों तैनात हैं। बंगाल में दो टीमें स्टैंड बाई पर रखी गई हैं, जिसमें से एक टीम अभी कोलकाता में तैनात की जा रही है।

106 किमी प्रति घंटे की स्पीड से चल रही हैं हवाएं

भारतीय मौसम विभाग (IMD) के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्रा ने कहा कि सुपर साइक्लोन अम्फान पश्चिम बंगाल में सुंदरबन के पास पहुंच रहा है। तूफान की वजह से ओडिशा में करीब 106 किमी प्रति घंटे की स्पीड से हवाएं चल रही हैं। सुपर साइक्लोन के आज शाम तक कोलकाता के पास पहुंचने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि हमारे अनुमान के मुताबिक, कोलकाता पहुंचने पर तूफान की रफ्तार करीब 110 किमी प्रति घंटा होगी। चक्रवाती तूफान अम्फान सुंदरबन के करीब से पश्चिम बंगाल-बांग्लादेश के तटीय इलाके यानी दीघा (पश्चिम बंगाल) और हटिया द्वीप समूह (बांग्लादेश) के बीच से होकर गुजरेगा।

बंगाल की खाड़ी में उठा तूफान अम्फान अब बहुत तेजी से पश्चिम बंगाल के तट की ओर बढ़ रहा है। सुपर साइक्लोन तट के किनारे की ओर जैसे बढ़ता जा रहा है, ऐसे ही खतरनाक होता जा रहा है। तूफान सबसे पहले ओडिशा से पारादीप से टकराएगा। पारादीप में तूफान की आहट दिखने लगी है, जहां तेज हवा के साथ बारिश हो रही है। वहीं, ओडिशा और बंगाल के तटीय इलाकों में सन्नाटा पसरा है।

सुरक्षित जगह पर पहुंचे 14 लाख से ज्यादा लोग

ओडिशा और बंगाल के तटीय इलाकों में सन्नाटा पसरा है। कोरोना महामारी के बीच तूफान की तबाही की आशंका से लोग डर हुए हैं। तेज हवाओं से लोग खौफ में हैं। लोगों को लगातार सावधान रहने की हिदायत दी जा रही हैं। उनसे घरों में रहने की अपील की जा रही है। प्रशासन ने 14 लाख से ज्यादा लोगों को सुरक्षित जगहों पर शिफ्ट किया है। एनडीआरएफ की टीमें भी मोर्चे पर तैनात हैं।

जमीन वाले इलाकों में घुस सकता है पानी

NDRF प्रमुख एसएन प्रधान ने कहा, ओडिशा में समुद्र के किनारे वाले इलाके में हवा 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बह रही है। हालांकि, पश्चिम बंगाल में हवा की रफ्तार ओडिशा के मुकाबले कम है। ओडिशा में बालासोर व भद्रक से डेढ़ लाख लोगों को उनके निवास स्थान से हटा दिया गया है और उन्हें सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया है। इसके अलावा पश्चिम बंगाल में समुद्र के किनारे रहने वाले 3।3 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया है।

बता दें कि एसएन प्रधान ने बताया था कि चक्रवात के दौरान समुद्र की लहरें तट से टकराएंगी और उनकी हाइट 4-6 मीटर ऊपर तक जा सकती है। इससे भारी मात्रा में पानी जमीन वाले हिस्से में घुसेगा। इससे निपटने के लिए एनडीआरएफ की 41 टीमें तैनात हैं। एनडीआरएफ स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर काम कर रहा है। बता दें कि चक्रवाती तूफान अम्फान अपने केंद्र में 200 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आगे ओडिशा और बंगाल के तट की तरफ आगे बढ़ा।

ओडिशा में 11 लाख लोगों को हटाया गया

ओडिशा और बंगाल को तूफान का सबसे पहले सामना करना है। इसके मद्दे नजर ओडिशा में करीब 11 लाख लोगों को तटीय इलाकों से खाली कराया गया है। एमएमएस के जरिए लोगों को तूफान का अलर्ट भेजा जा रहा है। कोस्टगार्ड की टीमें और नौकाएं लगातार समुद्री इलाकों में गश्त कर रही हैं।

वहीं, पश्चिम बंगाल में भी करीब 3 लाख लोगों को तटीय इलाकों से शिफ्ट किया गया है। मौसम विभाग के मुताबिक पश्चिम बंगाल के दीघा तट से करीब 185 किलोमीटर की रफ्तार से चक्रवात अम्फान टकरा सकता है।

किन राज्यों में हाई अलर्ट और कहां ऑरेंज अलर्ट?

अम्फान के खतरे को देखते हुए मौसम विभाग ने ओडिशा और असम के लिए हाई अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग ने पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, पुडुचेरी, त्रिपुरा, मिजोरम, मणिपुर और जम्मू कश्मीर के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।

200 kmph से भी ज्यादा हो सकती है तीव्रता

21 साल पहले 1999 में ओडिशा के पारादीप तट पर सुपर साइक्लोन टकराया था, जिसने भारी तबाही मचाई थी। इस बार फिर खतरा बड़ा है, लोग सहमे हुए हैं। अम्फान तूफान जैसे-जैसे पास आ रहा है, उसकी मारक क्षमता बढ़ती जा रही है। मौसम विभाग की माने तो जब पारादीप तट से तूफान टकराएग उस वक्त उसकी तीव्रता 200 किलोमीटर से भी ज्यादा हो सकती है।

इन जिलों में सबसे ज्यादा खतरा

चक्रवाती तूफान अम्फान का सबसे ज्यादा खतरा पश्चिम बंगाल के 7 और ओडिशा के 6 जिलों में है। इनमें पश्चिम बंगाल के मिदनापुर, 24 दक्षिण और उत्तर परगना, हावड़ा और हुगली में तूफान सबसे ज्यादा असर डाल सकता है। जबकि ओडिशा के केंद्रपाड़ा, भद्रक, बालासोर, मयूरभंज, जाजपुर और जगतसिंहपुर जिले सबसे ज्यादा प्रभावित हो सकते हैं।

हल्दिया बंदरगाह बंद कर दिया गया है। प्रभावित राज्यों में ट्रेन सेवा और गाड़ियों के आने जाने पर भी रोक है। कोरोना की महामारी के बीच अम्फान तूफान ने दिल्ली से लेकर प्रभावित राज्यों की नींद उड़ा दी है।