Zoom News : Jul 24, 2021, 12:05 PM
नई दिल्ली। कोरोना (Corona) की तीसरी लहर की आहट के बीच एम्स (AIIMS) के डायरेक्टर रणदीप गुलेरिया (Randeep Guleria) ने जानकारी दी है कि बच्चों के लिए कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) सितंबर तक लांच की जा सकती है। भारत में अब तक 42 करोड़ से ज्यादा लोगों को कारोना वैक्सीन लगाई जा चुकी है। सरकार ने इस साल के अंत तक 18 साल के ऊपर के सभी लोगों को वैक्सीन लगाने का लक्ष्य रखा है।
कोरोना वायरस की दूसरी लहर का असर अभी पूरी तरह से खत्म भी नहीं हुआ है कि तीसरी लहर को लेकर चेतावनी जारी कर दी गई है। ऐसी रिपोर्ट भी सामने आई है, जिसके मुताबिक कोरोना की तीसरी लहर बच्चों के लिए खतरनाक साबित हो सकती है। डॉ। रणदीप गुलेरिया ने कहा कि बच्चों की कोरोना वैक्सीन संक्रमण की चेन तोड़ने की दिशा में अहम कदम साबित होगी।डॉ। गुलेरिया ने बताया कि जाइडस कैडिला ने बच्चों की वैक्सीन का ट्रायल पूरा कर लिया है और उन्हें आपातकालीन इस्तेमाल के लिए मंजूरी का इंतजार है। डॉ। गुलेरिया ने बताया कि भारत बायोटेक की ओर से बच्चों के लिए तैयार की गई कोवैक्सीन का ट्रायल भी अगस्त या सितंबर तक पूरा कर लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि कोरोना की तीसरी लहर को देखते हुए ट्रायल के तुरंत बाद ही वैक्सीन को हरी झंडी दिखा दी जाएगी।
बता दें कि फाइजर की ओर से तैयार बच्चों की वैक्सीन को अमेरिकी स्वास्थ्य एजेंसी फूड एंड ड्रग रेगुलेटर से मंजूरी मिल चुकी है। ऐसे में उम्मीद है कि सितंबर तक बच्चों का वैक्सीनेशन शुरू किया जा सकेगा। कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए वैक्सीन को अहम माना जा रहा है।
कोरोना वायरस की दूसरी लहर का असर अभी पूरी तरह से खत्म भी नहीं हुआ है कि तीसरी लहर को लेकर चेतावनी जारी कर दी गई है। ऐसी रिपोर्ट भी सामने आई है, जिसके मुताबिक कोरोना की तीसरी लहर बच्चों के लिए खतरनाक साबित हो सकती है। डॉ। रणदीप गुलेरिया ने कहा कि बच्चों की कोरोना वैक्सीन संक्रमण की चेन तोड़ने की दिशा में अहम कदम साबित होगी।डॉ। गुलेरिया ने बताया कि जाइडस कैडिला ने बच्चों की वैक्सीन का ट्रायल पूरा कर लिया है और उन्हें आपातकालीन इस्तेमाल के लिए मंजूरी का इंतजार है। डॉ। गुलेरिया ने बताया कि भारत बायोटेक की ओर से बच्चों के लिए तैयार की गई कोवैक्सीन का ट्रायल भी अगस्त या सितंबर तक पूरा कर लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि कोरोना की तीसरी लहर को देखते हुए ट्रायल के तुरंत बाद ही वैक्सीन को हरी झंडी दिखा दी जाएगी।
बता दें कि फाइजर की ओर से तैयार बच्चों की वैक्सीन को अमेरिकी स्वास्थ्य एजेंसी फूड एंड ड्रग रेगुलेटर से मंजूरी मिल चुकी है। ऐसे में उम्मीद है कि सितंबर तक बच्चों का वैक्सीनेशन शुरू किया जा सकेगा। कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए वैक्सीन को अहम माना जा रहा है।