लगातार दो मैचों में शून्य पर आउट होने के बाद भारतीय क्रिकेट टीम के दिग्गज बल्लेबाज विराट कोहली ने सिडनी में अपनी वापसी का जोरदार ऐलान किया है। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरे वनडे में उनकी नाबाद 74 रनों की पारी सिर्फ एक अर्धशतक नहीं थी, बल्कि रिकॉर्ड्स की एक लंबी फेहरिस्त भी थी, जिसने उन्हें महान सचिन तेंदुलकर और कुमार संगकारा जैसे दिग्गजों से भी आगे खड़ा कर दिया। कोहली की यह पारी भारतीय टीम के लिए एक महत्वपूर्ण वापसी का। संकेत थी और उन्होंने दिखाया कि दबाव में उनका बल्ला कैसे बोलता है।
सफल रन चेज के बेताज बादशाह
विराट कोहली ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपनी 74 रनों की। शानदार पारी के दौरान एक और मील का पत्थर पार किया। वे वनडे इतिहास में सफल रन चेज (जब टीम लक्ष्य का पीछा करते हुए जीतती है) में 6000 रन पूरे करने वाले पहले खिलाड़ी बन गए हैं और यह उपलब्धि उनकी असाधारण चेजिंग क्षमता और दबाव में शांत रहने की उनकी प्रवृत्ति को दर्शाती है। कोहली ने अब तक 102 सफल चेज पारियों में 89 और 29 की अविश्वसनीय औसत से 6,072 रन बनाए हैं। यह आंकड़ा उनकी मैच जिताने की क्षमता का प्रमाण है, जिसने उन्हें 'चेज मास्टर' का उपनाम दिलाया है।
सचिन तेंदुलकर का एक और रिकॉर्ड ध्वस्त
रन चेज के मामले में विराट कोहली ने महान सचिन तेंदुलकर के एक बड़े रिकॉर्ड को भी पीछे छोड़ दिया है। सचिन तेंदुलकर ने 232 पारियों में रन चेज करते हुए 69 बार 50 या उससे अधिक रन बनाए थे। वहीं, विराट कोहली ने सिर्फ 161 पारियों में 70 बार 50 प्लस स्कोर बनाकर इस रिकॉर्ड को अपने नाम कर लिया है। यह दर्शाता है कि कोहली न केवल रन चेज में बड़े स्कोर बनाते हैं, बल्कि वे ऐसा बहुत कम पारियों में करते हैं, जिससे उनकी निरंतरता और प्रभावशीलता साफ दिखती है। रोहित शर्मा इस सूची में तीसरे स्थान पर हैं, जिन्होंने 153 पारियों में 55 बार ऐसा कमाल किया है।
सीमित ओवरों के क्रिकेट में ऐतिहासिक उपलब्धि
सिडनी में अपनी पारी के दौरान विराट कोहली ने सीमित ओवरों के क्रिकेट (वनडे और T20I) में भी एक और ऐतिहासिक रिकॉर्ड बनाया और उन्होंने अब तक T20I और वनडे मिलाकर कुल 18,443 रन बनाए हैं, जिससे वे इस प्रारूप में सचिन तेंदुलकर (18,436 रन) को पछाड़कर दूसरे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी बन गए हैं। यह उपलब्धि उनकी बहुमुखी प्रतिभा और दोनों सीमित ओवरों के प्रारूपों में उनके निरंतर प्रदर्शन को उजागर करती है। यह रिकॉर्ड कोहली को क्रिकेट इतिहास के सबसे महान बल्लेबाजों में से एक के रूप में स्थापित करता है।
कुमार संगकारा को भी छोड़ा पीछे
इसके अलावा, विराट कोहली अब वनडे क्रिकेट इतिहास में दूसरे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी बन गए हैं, उन्होंने श्रीलंका के पूर्व कप्तान कुमार संगकारा को पीछे छोड़ दिया है। सचिन तेंदुलकर 463 मैचों में 18,426 रनों के साथ शीर्ष पर हैं। विराट कोहली ने 305 मैचों में 57. 69 की शानदार औसत और 51 शतकों के साथ 14,250 रन बनाए हैं, जबकि कुमार संगकारा ने 404 मैचों में 14,234 रन बनाए थे। कोहली का यह रिकॉर्ड उनके करियर की लंबी उम्र और असाधारण निरंतरता का प्रमाण है।
रोहित शर्मा के साथ साझेदारी के कीर्तिमान
विराट कोहली ने केवल व्यक्तिगत रिकॉर्ड ही नहीं बनाए, बल्कि रोहित शर्मा के साथ मिलकर साझेदारी में भी कई कीर्तिमान स्थापित किए। यह जोड़ी अब वनडे क्रिकेट में साझेदारी में तीसरे सबसे ज्यादा रन बनाने वाली जोड़ी बन गई है, जिन्होंने 101 पारियों में 57. 76 की औसत से 5,483 रन बनाए हैं। इस सूची में सौरव गांगुली और सचिन तेंदुलकर की जोड़ी (8,227 रन) और महेला जयवर्धने और कुमार संगकारा (5,992 रन) उनसे आगे हैं। सिडनी में रोहित और कोहली के बीच उनके करियर की 19वीं शतकीय साझेदारी भी हुई, जिससे वे वनडे में सबसे ज्यादा शतकीय साझेदारियों के मामले में तीसरे स्थान पर पहुंच गए हैं। यह दोनों बल्लेबाजों के बीच के तालमेल और टीम इंडिया के लिए उनके महत्व को दर्शाता है।
कुल मिलाकर, सिडनी में विराट कोहली की पारी सिर्फ एक अर्धशतक नहीं थी, बल्कि यह उनके करियर की एक और शानदार उपलब्धि थी, जिसने उन्हें कई ऐतिहासिक रिकॉर्ड्स का मालिक बना दिया। यह प्रदर्शन भविष्य के लिए भी एक मजबूत संकेत है कि कोहली अभी भी क्रिकेट के मैदान पर राज करने के लिए तैयार हैं।