इंडिया / हम अपने अधिकार के लिए लड़ रहे थे, 5 एकड़ जमीन की खैरात नहीं चाहिए: असदुद्दीन ओवैसी

AajTak : Nov 09, 2019, 03:19 PM
नई दिल्ली | अयोध्या पर आए सुप्रीम कोर्ट के ऐतिहासिक फैसले पर ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने सवाल उठाए। ओवैसी ने कहा कि मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की तरह हम भी फैसले से सहमत नहीं हैं, सुप्रीम कोर्ट से भी चूक हो सकती है। जिन्होंने बाबरी मस्जिद को गिराया, उन्हें ट्रस्ट बनाकर राम मंदिर बनाने का काम दिया गया है।

असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि अगर मस्जिद वहां पर रहती तो सुप्रीम कोर्ट क्या फैसला लेती। यह कानून के खिलाफ है। बाबरी मस्जिद नहीं गिरती तो फैसला क्या आता है। हमें हिंदुस्तान के संविधान पर भरोसा है। हम अपने अधिकार के लिए लड़ रहे थे। 5 एकड़ जमीन की खैरात की जरूरत नहीं है। मुस्लिम गरीब हैं, लेकिन मस्जिद बनाने के लिए हम पैसा इकट्ठा कर सकते हैं।

असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि हमें 5 एकड़ के ऑफर को खारिज कर देना चाहिए। ओवैसी ने आरोप लगाया कि ये मुल्क अब हिंदूराष्ट्र के रास्ते पर जा रहा है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने अयोध्या से इसकी शुरुआत की है और एनआरसी, सिटिजन बिल से यह पूरा किया जाएगा।

असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि आरएसएस और कांग्रेस की साजिश की वजह से बाबरी को विध्वंस किया गया और सुप्रीम कोर्ट को धोखा दिया गया था। मस्जिद के उपर कोई सौदा नहीं किया जा सकता है। मैं अपने घर का सौदा कर सकता हूं, लेकिन मगर मैं मस्जिद की जमीन का सौदा नहीं कर सकता।


SUBSCRIBE TO OUR NEWSLETTER