राजस्थान / कांग्रेस में 'कलह' शांत होने पर अब क्‍या होगी BJP की अगली रणनीति

News18 : Aug 11, 2020, 07:16 AM
जयपुर। राजस्थान में पिछले एक महीने से चल रहा सियासी घमासान थम सा गया है। यह पटाक्षेप हो रहा है राहुल गांधी (Rahul Gandhi), प्रियंका गांधी और सचिन पायलट की मुलाकात के बाद। इस मुलाकात के बाद प्रदेश के सियासी समीकरणों को देखते हुए भाजपा ने अपनी नई रणनीति बनानी शुरू कर दी है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया (Satish Punia) ने कहा कि यह कांग्रेस की आपसी लड़ाई का मसला था, लेकिन इसमें भाजपा को भी घसीटा जा रहा था। अब ऐसे में भाजपा विधायक दल की 11 अगस्त को क्राउन प्लाजा (Crown Plaza) में शाम 4 बजे होने वाली बैठक को लेकर भी संशय हो गया है। यानी भाजपा अपने विधायकों की बाड़ेबंदी नहीं करेगी।

नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने कहा है कि जब तक खुलकर सारी बातें सामने नहीं आतीं तब तक भाजपा अपनी रणनीति नहीं बदलेगी। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष डाॅ। सतीश पूनिया ने कहा कि राजस्थान में सियासी ड्रामे में जिस तरीके का दृश्य उत्पन्न हुआ है, उसे पूरे प्रदेश की जनता ने देखा है। हमने पहले दिन ही कहा था कि कांग्रेस का अपने घर का झगड़ा है। लेकिन, इस पूरे सियासी ड्रामे के 31 दिन बाद सोये हुए बहन-भाई (प्रियंका गांधी-राहुल गांधी) की जोड़ी अब जागी और उससे पहले बेचारी कांग्रेस लगातार इधर से उधर भागती रही। उस वक्‍त पार्टी की सुध लेने वाला कोई नहीं था।

'सियासी ड्रामे से प्रदेश की जनता के हाथ में कुछ नहीं आया'

सतीश पूनिया ने कहा कि इस सियासी ड्रामे से प्रदेश की जनता के हाथ में कुछ नहीं आया। प्रदेश की जनता सिर्फ परेशान होती रही। पूनिया ने कहा कि बेचारी राजस्थान की जनता 31 दिन तक कांग्रेस की रामलीला देखती रही। बहन प्रियंका गांधी और इनके भाई राहुल गांधी बड़े देर से जागे। उन्होंने कहा कि इस 31 दिन तक राजस्थान की जनता को कोई सुध लेने वाला नहीं था। सरकार आपसी लड़ाई में व्यस्‍त थी।

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