Sanju Samson News / 'जब मन किया तब...' सैमसन पर ये अधिकारी भड़का, लगाई इस मामले में फटकार

चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में चयन न होने पर संजू सैमसन विवादों में हैं। KCA अध्यक्ष जयेश जॉर्ज ने उन्हें टीम नीति का पालन न करने पर फटकारा। विजय हजारे ट्रॉफी के कैंप में गैरहाजिरी उनकी अनदेखी का कारण बनी। क्रिकेट विशेषज्ञ और प्रशंसक चयन प्रक्रिया पर सवाल उठा रहे हैं।

Vikrant Shekhawat : Jan 19, 2025, 03:40 PM
Sanju Samson News: चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के लिए भारतीय टीम के चयन ने क्रिकेट जगत में हलचल मचा दी है। खासतौर पर, स्टार विकेटकीपर-बल्लेबाज संजू सैमसन को टीम में न शामिल किए जाने से जुड़ी बहस ने क्रिकेट प्रशंसकों और विशेषज्ञों का ध्यान खींचा है। पिछले कुछ महीनों में टी20 फॉर्म में शानदार प्रदर्शन के बावजूद सैमसन का चयन न होना कई सवाल खड़े करता है।

संजू सैमसन का प्रदर्शन और उम्मीदें

सैमसन ने अक्टूबर और नवंबर 2024 में टी20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों में 3 शतक जड़े थे। उनके इस प्रदर्शन के बाद यह उम्मीद की जा रही थी कि वह चैंपियंस ट्रॉफी के लिए टीम इंडिया का हिस्सा होंगे। लेकिन चयनकर्ताओं ने उन्हें टीम में जगह नहीं दी, और इसके पीछे की वजह उनकी घरेलू क्रिकेट के प्रति कथित उदासीनता को बताया गया।

विजय हजारे ट्रॉफी विवाद

चयन न होने का प्रमुख कारण बताया गया कि संजू सैमसन ने विजय हजारे ट्रॉफी में केरल टीम के लिए खेलना मना कर दिया था। रिपोर्ट्स के अनुसार, उन्होंने केरल टीम के कैंप में भाग नहीं लिया था। इससे न केवल उनकी गैर-ज़िम्मेदारी पर सवाल उठे, बल्कि उनकी प्राथमिकताओं पर भी चर्चा शुरू हो गई।

KCA अध्यक्ष का बयान

केरल क्रिकेट एसोसिएशन (KCA) के अध्यक्ष जयेश जॉर्ज ने इस मुद्दे पर प्रतिक्रिया देते हुए सैमसन की आलोचना की। उन्होंने कहा, “संजू ने सिर्फ एक लाइन का मैसेज भेजा था कि वह कैंप में हिस्सा नहीं ले पाएंगे। जब मन करे खेलने आना, ये सही नहीं है। हमें एक अनुशासन बनाए रखना होगा।”

जॉर्ज ने यह भी बताया कि एसोसिएशन सैमसन को टीम का कप्तान मान रही थी, क्योंकि उन्होंने सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में टीम का नेतृत्व किया था। लेकिन उनके रवैये ने चयन प्रक्रिया को प्रभावित किया।

प्रशंसकों और दिग्गजों की प्रतिक्रिया

संजू सैमसन के चयन न होने पर उनके प्रशंसकों और क्रिकेट विशेषज्ञों ने नाराजगी जताई। पूर्व क्रिकेटर हरभजन सिंह ने चयन समिति की आलोचना करते हुए इसे सैमसन के साथ अन्याय बताया। केरल से सांसद शशि थरूर ने भी सैमसन का समर्थन करते हुए कहा कि यह निर्णय उनकी प्रतिभा और योगदान को नजरअंदाज करने जैसा है।

संजू सैमसन और भविष्य की चुनौतियां

इस पूरे प्रकरण ने संजू सैमसन के करियर के लिए कई चुनौतियां खड़ी कर दी हैं। हालांकि, उनकी प्रतिभा और क्षमता पर किसी को शक नहीं है, लेकिन घरेलू क्रिकेट के प्रति उनका दृष्टिकोण और अनुशासन उनकी राष्ट्रीय टीम में वापसी की राह में बाधा बन सकते हैं।

निष्कर्ष

संजू सैमसन के चयन न होने का मामला भारतीय क्रिकेट में खिलाड़ियों की जिम्मेदारी और अनुशासन पर एक नई बहस शुरू करता है। जहां चयनकर्ता अपनी नीतियों का पालन करते हैं, वहीं खिलाड़ियों को भी अपने प्रदर्शन के साथ-साथ अपने व्यवहार को प्राथमिकता देनी होगी। सैमसन के लिए यह एक सीखने का मौका हो सकता है, जिससे वह आने वाले समय में और मजबूत खिलाड़ी के रूप में उभर सकें।