Elections 2024 / PM मोदी क्यों हैं 'मिशन दक्षिण' पर? 400 पार के लिए BJP का प्लान सेट

Zoom News : Mar 18, 2024, 11:20 AM
Elections 2024: अबकी बार, चार सौ पार. यही है 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सूत्र वाक्य, लेकिन ये होगा कैसे? क्योंकि दक्षिण भारत के पांच राज्यों को जीते बिना चार सौ सीटों तक पहुंचना बहुत मुश्किल होगा. शायद इसीलिए अबकी बार, चार सौ पार के नारे के साथ प्रधानमंत्री मोदी का विजय रथ दक्षिण भारत में निकल चुका है. प्रधानमंत्री मोदी पांच दिन और 120 घंटे के विजय अभियान पर निकल चुके हैं.

400 के टारगेट को पाने के लिए प्रधानमंत्री मोदी ने दक्षिण भारत की 129 लोकसभा सीटों फोकस बढ़ा दिया है. इसी अभियान के तहत पीएम मोदी ने रविवार को आंध्र प्रदेश में पहली चुनावी रैली की. पीएम के प्रति लोगों का प्यार पलनाडु के रैली नजर भी आई. पीएम मोदी ने भी राज्य की जगन सरकार से लेकर कांग्रेस तक पर हमला बोला और कहा कि मेरा लक्ष्य भारत और आंध्र प्रदेश को विकसित बनाना है. पीएम ने कहा, मुझे ब्रह्मा विष्णु और महेश तीनों का आशीर्वाद मिल रहा है. त्रिदेवों के इस आशीर्वाद से हमारी सरकार के तीसरे कार्यकाल में देश और भी बड़े निर्णय लेगा.

आंध्र प्रदेश में कैसा है बीजेपी का गणित?

आंध्र प्रदेश में बीजेपी का टीडीपी और जन सेना पार्टी के साथ गठबंधन है. इसलिए पलनाडु की रैली में तीनों पार्टियों के नेता और कार्यकर्ता मौजूद रहे. चंद्रबाबू नायडू और पवन कल्याण के साथ आने से बीजेपी 25 सीटों वाले आंध्र प्रदेश में काफी मजबूत स्थिति में आ गई है. कर्नाटक और तेलंगाना में बीजेपी का संगठन मजबूत है. आंध्र में गठबंधन बनने के बाद बीजेपी की दक्षिण के इस राज्य से भी उम्मीदें बढ़ गई हैं.

प्रधानमंत्री मोदी को क्यों बेहतरीन कम्युनिकेटर कहा जाता है, ये पलनाडु की रैली में नजर आया. जन सेना पार्टी के पवन कल्याण अपना भाषण दे रहे थे. इसी दौरान कुछ लोग टावर पर चढ़ गए. पीएम मोदी ने पवन कल्याण को बीच में रुकवाया, और फिर माइक पर आकर लोगों से उतरने को कहा. पीएम ने कहा, पवन जरा पुलिस के लोग उन्हें नीचे उतारिए, बिजली के तार हैं वहां, क्या कर रहे हैं आप? प्लीज, नीचे आ जाइए. आपकी जिंदगी हमारे लिए कीमती है. आप नीचे आइए.

120 घंटे में 129 सीटों को कवर करेंगे पीएम

इस बार के चुनाव में पीएम मोदी का पूरा फोकस दक्षिण पर इसलिए है क्योंकि तमिलनाडु 39, केरल 20, तेलंगाना 17, आंध्र प्रदेश 25 और कर्नाटक लोकसभा की 28 सीटें हैं. इन पांचों राज्यों की सीटों को मिला दें तो लोकसभा की 129 सीटें हो जाती हैं. ऐसे में अगर बीजेपी यहां से अधिक से अधिक सीट निकालने में सफल हो जाती है तो वो अपने लक्ष्य को आसानी से हासिल भी कर सकती है. पीएम मोदी ने 120 घंटे में 129 सीटों को कवर करने की एक योजना तैयार की है.

आंध्र प्रदेश में शक्ति प्रदर्शन के बाद पीएम मोदी अगले 48 घंटे तेलंगाना, तमिलनाडु और केरल में बिताने वाले हैं. इस दौरान वो बड़े रोड शो और रैलियां करेंगे. पीएम मोदी कल यानी 18 मार्च को सुबह 11.30 बजे तेलंगाना के जगतियाल में जनसभा करेंगे. दोपहर सवा तीन बजे उनकी कर्नाटक के शिवमोगा में रैली होगी. तेलंगाना और कर्नाटक के बाद पीएम तमिलनाडु जाएंगे. शाम 5 बजकर 45 मिनट पर उनका कोयंबटूर में विशाल रोड शो होगा. 18 मार्च की रात प्रधानमंत्री मोदी कोयंबटूर के सर्किट हाउस में बिताएंगे. 19 मार्च को सुबह साढ़े दस बजे प्रधानमंत्री केरल के पलक्कड़ में रोड शो करेंगे. इसी दिन दोपहर 1 बजे वो फिर से तमिलनाडु जाएंगे. जहां उनकी सालेम में बड़ी रैली होगी.

कर्नाटक में बीजेपी मजबूत स्थिति में है

दक्षिण में कर्नाटक और तेलंगाना दो ऐसे राज्य हैं, जहां से बीजेपी के सांसद लोकसभा पहुंचते रहे हैं. कर्नाटक में बीजेपी मजबूत स्थिति में है और लोकसभा चुनाव में लगातार अच्छा प्रदर्शन करती रही है. 2014 के लोकसभा चुनाव में कर्नाटक में बीजेपी को 17 सीटें मिली थीं, उसका वोट करीब 43 प्रतिशत रहा था. 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी और मजबूत हुई. उसकी सीटें बढ़कर 25 हो गई, जबकि वोट फीसदी 51.38 फीसदी पहुंच गया प्रधानमंत्री मोदी की कोशिश है कि 28 सीटों वाले कर्नाटक में बीजेपी के इस प्रदर्शन को ना सिर्फ दोहराया जाए, बल्कि इस आंकड़े को और बढ़ाया जाए.

दक्षिण भारत के तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, केरल और तेलंगाना की 129 लोकसभा सीटों में पिछली बार बीजेपी ने 29 सीटें जीती थी. इनमें 25 कर्नाटक और चार तेलंगाना की थी. 2019 के लोकसभा चुनाव में तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और केरल की 84 लोकसभा सीटों में से बीजेपी को एक भी नहीं मिली थी. यही वजह है कि पीएम मोदी और बीजेपी दक्षिण के इन राज्यों पर ध्यान दे रही है.

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