ChatGPT / AI खत्म कर देगा Google की बादशाहत? इन लोगों के लिए भी पैदा कर रहा खतरा

Zoom News : Feb 18, 2023, 09:26 PM
ChatGPT: Google को सबसे अधिक इस्तेमाल की जाने वाली वेबसाइट के तौर जाना जाता है और यह साल 2000 के शुरुआत से ही टॉप सर्च इंजन बना हुआ है. हालांकि वहीं नई Artificial Intelligence (AI) चैटबोट्स (chatbots) जैसे लोगों के सवालों का ऑनलाइन जवाब देने वाली चैटजीपीटी (ChatGPT) के आने के बाद गूगल (Google) के सामने अपनी बादशाहत खोने का खतरा पैदा हो गया है.

Google Artificial Intelligence VS ChatGPT

गूगल खुद का Artificial Intelligence क्रिएट करके इसका मुकाबला कर रहा है लेकिन चैटबॉट ने बहुत शानदार शुरुआत नहीं की है. आपको बता दें कि हाल ही में गूगल ने अपने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का प्रर्दशन किया था. हालांकि गूगल के Artificial Intelligence ने जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप के बारे में गलत जानकारी दी. इसके बाद से गूगल के पैरेंट कंपनी अल्फाबेट के शेयरों में गिरावट दर्ज की गई. गूगल दुनिया में सबसे लोकप्रिय है और खासतौर पर इसे विज्ञापनों से मिलने वाला पैसा बाकियों की तुलना में काफी ज्यादा है लेकिन हाल में टेक्नोलॉजी में आए बदलाव ने गूगल के सामने बड़ी मुश्किल पैदा की है.

Google Advertising Revenue पर ऐसे पड़ेगा असर

विज्ञापन की वजह से गूगल को बड़ी सफलता मिली लेकिन अब इसे मुश्किलों से गुजरना पड़ेगा, अगर एआई चैटबॉट (AI Chatbot) जैसे चैटजीपीटी (ChatGTP) विज्ञापन राजस्व (advertising revenue) पर कब्जा करने लगे तो यह गूगल की विज्ञापन के मामले में शीर्ष सर्च इंजन के बादशाहत को हिला सकती है. गूगल पर निर्भर रहने वाले लोग अक्सर सवाल नहीं करते और ऐसा होता है कि वह गूगल के पहले सर्च पन्ने से आगे नहीं जाते लेकिन एआई (AI) के आने के बाद किसी चीज को खोजते हुए वह सिर्फ कुछ वेबसाइटों की लिंक तक सीमित नहीं रहता है. चैटबॉट उसे विषयवस्तु को दिखाती भी है और बात भी करती है.

AI Chatbot के आगे भी हैं कई दिक्कतें

AI Chatbot के साथ भी कई दिक्कतें देखने को मिल रही हैं. Artificial Intelligence को लेकर कई लोगों ने चिंता जाहिर की है. लोगों का मानना है कि इससे साहित्य चोरी (Plagiarism) हो सकती है या इससे भी अधिक कई नौकरियां जा सकती हैं और वकील, पत्रकार और दूसरे पेशेवरों की इनकम घट सकती है.

ओपनएसआई के CEO का बयान

ओपनएसआई के CEO जिन्होंने चैटजीपीटी (ChatGPT) विकसित किया है. उन्होंने कहा कि कंपनी ऐसा टूल विकसित कर रही है जिससे एआई (AI) के लिखे हुए आर्टिकल्स या कांटेंट की पहचान की जा सके. एक वीडियो इंटव्यू में उन्होंने कहा कि हम टीचर्स से सुनते हैं कि जो होमवर्क पर इसके असर पड़ रहा हैं. वहीं कुछ टीचर्स से यह भी सुनते हैं कि यह बच्चे के लिए बेहतरीन पर्सनल ट्यूटर है.

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