Delhi Elections 2025: दिल्ली विधानसभा चुनाव की सरगर्मियों के बीच उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किराड़ी विधानसभा क्षेत्र में अपनी पहली जनसभा को संबोधित किया। इस सभा में उन्होंने अरविंद केजरीवाल और उनकी सरकार पर तीखा हमला बोला। योगी ने अपने भाषण की शुरुआत प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ का जिक्र करते हुए की और दिल्ली सरकार की नीतियों और कार्यशैली को आड़े हाथों लिया।
महाकुंभ का जिक्र और यमुना पर सवाल
योगी आदित्यनाथ ने महाकुंभ की भव्यता पर चर्चा करते हुए कहा कि सदी का सबसे बड़ा आयोजन प्रयागराज में चल रहा है, जहां अब तक 10 करोड़ लोग पवित्र त्रिवेणी में स्नान कर चुके हैं। उन्होंने प्रयागराज की स्वच्छता और बेहतर बुनियादी ढांचे का उल्लेख करते हुए दिल्ली की यमुना नदी की स्थिति पर केजरीवाल सरकार को घेरा।उन्होंने केजरीवाल से सवाल किया, "क्या उनमें और उनके मंत्रियों में इतना नैतिक साहस है कि वे यमुना में स्नान कर सकें?" योगी ने आरोप लगाया कि अरविंद केजरीवाल की सरकार ने यमुना को गंदे नाले में बदल दिया है और इस मुद्दे पर कोई ठोस काम नहीं किया।
दिल्ली की तुलना नोएडा से
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि दिल्ली की सड़कों की हालत बदतर है, जबकि नोएडा की सड़कें बेहतर और साफ-सुथरी हैं। उन्होंने आम आदमी पार्टी को "झूठ का एटीएम" करार देते हुए कहा कि यह पार्टी केवल जनता को गुमराह करने का काम करती है। योगी ने यह भी आरोप लगाया कि अरविंद केजरीवाल ने अपने गुरु अन्ना हजारे को धोखा दिया और दिल्ली की जनता को भी छलने का काम कर रहे हैं।
दिल्ली दंगों और राष्ट्रीय सुरक्षा पर निशाना
योगी आदित्यनाथ ने 2020 के दिल्ली दंगों का जिक्र करते हुए कहा कि आम आदमी पार्टी के पार्षदों की मिलीभगत दंगों में उजागर हुई है। उन्होंने आरोप लगाया कि यह सरकार राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ खिलवाड़ कर रही है और ऐसे में उसे सत्ता में बने रहने का कोई अधिकार नहीं है।
गंदगी, सीवर और पेयजल संकट पर आलोचना
योगी आदित्यनाथ ने दिल्ली की सफाई व्यवस्था और जल संकट पर केजरीवाल सरकार की विफलताओं को उजागर किया। उन्होंने कहा कि दिल्ली में जगह-जगह कूड़े और गंदगी का ढेर है, सड़कों पर सीवर बह रहा है और पेयजल संकट गहराता जा रहा है।
यूपी और दिल्ली की तुलना
योगी ने कहा कि यूपी में न्यू ओखला जैसे औद्योगिक क्षेत्र विकसित किए जा रहे हैं, जबकि दिल्ली के ओखला औद्योगिक क्षेत्र में सुविधाओं का घोर अभाव है। उन्होंने बांग्लादेशी घुसपैठियों को बसाने का आरोप लगाते हुए कहा कि दिल्ली में विकास कार्यों की अनदेखी की गई है।
जनता की अदालत में सवाल
अपने संबोधन के अंत में योगी आदित्यनाथ ने दिल्ली की जनता से अपील की कि वह अरविंद केजरीवाल की नीतियों और झूठे वादों का जवाब दे। उन्होंने कहा कि जनता उन्हें कभी माफ नहीं करेगी और यह चुनाव दिल्ली के भविष्य को तय करेगा।
निष्कर्ष
योगी आदित्यनाथ का यह भाषण केवल चुनाव प्रचार नहीं था, बल्कि उन्होंने दिल्ली सरकार की कार्यशैली पर कई गंभीर सवाल खड़े किए। यह देखना दिलचस्प होगा कि इस आक्रामक रणनीति का दिल्ली चुनावों पर कितना असर पड़ता है और जनता इस पर क्या प्रतिक्रिया देती है।