Israel-Iran war / इजराइल-ईरान जंग में ट्रंप की एंट्री से आएगी मार्केट में भारी गिरावट?

पिछला हफ्ता शेयर बाजार के लिए रोमांच से भरपूर रहा। सेंसेक्स-निफ्टी ने शुक्रवार को 1.6% की बढ़त के साथ वापसी की, पर मिडिल ईस्ट तनाव ने चिंता बढ़ा दी है। अमेरिका-ईरान टकराव, तेल कीमतें, FII की चाल, IPO की बाढ़ और कॉरपोरेट ऐलान—सब मिलकर सोमवार की दिशा तय करेंगे।

Israel-Iran war: पिछला हफ्ता शेयर बाजार के लिए किसी थ्रिलर फिल्म से कम नहीं रहा। तीन दिन की लगातार गिरावट के बाद शुक्रवार को सेंसेक्स और निफ्टी ने जोरदार वापसी की और 1.6% की तेजी के साथ सप्ताह का समापन किया। लेकिन बाजार की यह राहत ज्यादा भरोसेमंद नहीं लग रही, क्योंकि वैश्विक मंच पर उथल-पुथल अब भी जारी है। खासकर इजराइल-ईरान जंग में अमेरिका की सक्रिय भागीदारी ने निवेशकों को चिंता में डाल दिया है। अब सबकी नजरें सोमवार के बाजार की चाल पर टिकी हैं—क्या होगा अगला कदम?


🌍 इजराइल-ईरान जंग: अमेरिका की एंट्री ने बढ़ाई टेंशन

जंग की आग अब और भड़क उठी है। अमेरिका ने इजराइल का साथ देते हुए ईरान के परमाणु ठिकानों पर हमला किया है। इसके जवाब में ईरान ने भी पलटवार की धमकी दी है। मिडिल ईस्ट में बड़े युद्ध की आशंका के कारण बाजार में अस्थिरता का माहौल बना हुआ है। इस तनाव का सीधा असर निवेशकों की भावनाओं और बाजार की चाल पर पड़ेगा।


📉 वॉल स्ट्रीट से मिलेगा शुरुआती संकेत

शुक्रवार को अमेरिकी बाजारों में ज्यादा हलचल नहीं दिखी।

  • डाउ जोंस: 0.08% बढ़त के साथ बंद

  • S&P 500: 0.22% गिरावट

  • नैस्डैक: 0.51% की कमजोरी

सोमवार को भारतीय बाजार, वॉल स्ट्रीट के संकेतों को नजर में रखकर खुलेगा। यदि वैश्विक स्तर पर तनाव और नहीं बढ़ा, तो बाजार थोड़ी राहत की सांस ले सकता है।


📈 IPO का तूफान: निवेशकों की परीक्षा

इस सप्ताह 13 नए IPO बाजार में दस्तक देंगे, जिनसे लगभग ₹16,000 करोड़ जुटाए जाने की उम्मीद है।
HDB फाइनेंशियल सर्विसेज – HDFC बैंक की यह NBFC यूनिट निवेशकों के लिए सबसे बड़ा आकर्षण होगी।
SME सेगमेंट में भी 8 कंपनियां लिस्ट होंगी। निवेशकों को तय करना होगा कि वे किसमें पैसा लगाएं और किससे दूरी बनाएं।


🏢 कॉरपोरेट एक्शन से भरपूर सप्ताह

करीब 48 कंपनियों द्वारा डिविडेंड, स्टॉक स्प्लिट, बोनस शेयर जैसे फैसलों की घोषणा की जाएगी। इनमें शामिल हैं:

  • HDFC बैंक

  • वेदांता

  • HUL

  • पॉलीकैब

  • बजाज फिनसर्व

  • सिप्ला

इन घोषणाओं का असर संबंधित स्टॉक्स पर और पूरे मार्केट मूड पर पड़ेगा।


💹 FII बनाम DII: कौन भारी पड़ेगा?

FII ने शुक्रवार को ₹7,940 करोड़ की खरीदारी की, जबकि DII ने ₹3,049 करोड़ की बिकवाली की।
जून में FII की कुल बिकवाली ₹4,192 करोड़ रही है।
अगर विदेशी निवेशक दोबारा बिकवाली मोड में आते हैं, तो बाजार की गिरावट गहरी हो सकती है। DII की रणनीति भी संतुलन बनाए रखने में अहम होगी।


📊 टेक्निकल आउटलुक: निफ्टी का अगला लक्ष्य

टेक्निकल चार्ट्स के मुताबिक, निफ्टी ने शुक्रवार को बुलिश कैंडल बनाई है।

  • अगला रेजिस्टेंस: 25,200

  • ब्रेकआउट के बाद टारगेट: 25,500

  • बड़ा सपोर्ट लेवल: 24,700

  • खतरे की घंटी: 24,400 के नीचे जाने पर गिरावट तेज हो सकती है


💱 रुपया और क्रूड: दो बड़े फैक्टर

  • रुपया: शुक्रवार को ₹86.58/$ पर बंद, ट्रम्प के बयान से कुछ राहत

  • कच्चा तेल: पिछले एक महीने में 10% बढ़त

    • WTI: $74.04

    • ब्रेंट: $77.01

मिडिल ईस्ट संकट गहराने पर तेल की कीमतों में और उछाल आ सकता है, जो बाजार की सेहत के लिए अच्छा संकेत नहीं है।


📅 सोमवार को क्या होगा बाजार में?

  • अमेरिका-ईरान तनाव अगर और बढ़ता है, तो बाजार में बड़ी गिरावट आ सकती है

  • HDB फाइनेंशियल का IPO सेंटीमेंट को कुछ हद तक संभाल सकता है

  • अगर वॉल स्ट्रीट से पॉजिटिव संकेत मिले, तो गिरावट सीमित रह सकती है

  • टेक्निकल चार्ट्स मजबूत हैं, इसलिए लोअर सर्किट जैसी स्थिति की संभावना नहीं है

  • लेकिन, सावधानी जरूरी है—हर खबर, हर बयान, हर ग्लोबल मूवमेंट को नजरंदाज करना नुकसानदेह हो सकता है