देश / कोरोना वायरस के खिलाफ जंग में मोदी सरकार के Aarogya Setu ऐप का विश्व बैंक भी हुआ कायल, कही ये बड़ी बात

News18 : Apr 13, 2020, 09:55 AM
भारत सरकार की तरफ से मार्च में लॉन्च किया गया आरोग्य सेतु ऐप कई वैश्विक तकनीकी दिग्गजों पर भारी पड़ता दिख रहा है। वहीं विश्व बैंक ने भी अपनी हालिया रिपोर्ट में इस ऐप की तारीफ की है। सरकार का ये ट्रैकिंग ऐप कोरोना वायरस संक्रमण के खतरे और जोखिम का आकलन करने में मदद करता है, जिसे लेकर कई एक्सपर्ट और बहुपक्षीय एजेंसीज़ का कहना है कि बीमारी को फैलने से रोकने के लिए ये बहुत ही उपयोगी इनोवेशन है।

विश्व बैंक की तरफ से शनिवार को जारी रिपोर्ट में इस ऐप का उदाहरण लेते हुए कहा गया कि इस इनोवेटिव सॉलूशन से बड़े पैमाने पर आबादी को शिक्षित करने और बीमारी को ट्रैक करने में मदद की जा सकती है।

विश्व बैंक ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि कोविड-19 संक्रमण को ट्रैक करने के लिए डिजिटल टेक्नोलॉजीज़ का भी इस्तेमाल किया जा सकता है। इस तरह की पहल काफी हद तक स्वैच्छिक रूप से पूर्वी एशिया में महामारी का मुकाबला करने में मदद करने में सफल रही है। इंडिया ने हाल ही में स्मार्टफोन ऐप आरोग्य सेतु ऐप लॉन्च किया है। इससे यूज़र्स की मदद की जाएगी ताकि वे यह जान सकें कि क्या वे कोरोना से संक्रमित मरीजों के संपर्क में आए हैं या नहीं। यूज़र्स के स्मार्टफोन के लोकेशन डेटा और ब्लूटूथ के इस्तेमाल से संक्रमण का पता लगाया जाएगा।

रिपोर्ट में कहा गया ये ऐप बिना पढ़े-लिखे, टेक्नोलॉजी की कम समझ वालों को भी शिक्षित करेगा और बीमारी को ट्रैक करेगा। इस ऐप को एंड्रॉयड और आईफोन दोनो स्‍मार्टफोन पर डाउनलोड किया जा सकता है। ये एप्लिकेशन 11 भाषाओं को सपोर्ट करती है।

वहीं इस आरोग्य सूतु ऐप को लेकर टेक दिग्गज ऐपल और गूगल ने शनिवार को कहा कि वह स्मार्टफोन्स के लिए एक सॉफ्टवेयर बना रहे हैं, जो कोरोना वायरस इंफेक्शन के पास आने पर जानकारी देगा।

इस पर नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत ने ट्विटर पर ऐपल CEO टिम कुक और गूगल CEO सुंदर पिचाई को टैग करते हुए लिखा, ‘भारत Covid19 के लिए कॉन्टैक्ट ट्रैसिंग के मामले में आगे है: इसे प्राइवेसी को ध्यान में रखते हुए डिजाइन किया गया है, ये सुरक्षित और मजबूत भी है, साथ ही इसे अरबों उपयोगकर्ताओं के लिए स्केलेबल बनाया गया है।

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