Israel-Iran War / 'युद्ध आपने शुरू किया, खत्म हम करेंगे', IRGC ने दी ट्रंप को धमकी, जानें और क्या कहा

रविवार को अमेरिका के ईरानी परमाणु ठिकानों पर हमले के बाद ईरान-इजरायल युद्ध ने नया मोड़ ले लिया है। रूस-चीन ने अमेरिका की निंदा की। IRGC ने ट्रंप को "जुआरी" कह धमकी दी कि अमेरिका को भारी कीमत चुकानी होगी। इजराइल पर मिसाइल-ड्रोन हमले भी शुरू हो गए हैं।

Israel-Iran War: ईरान और इजराइल के बीच जारी जंग ने अब वैश्विक संकट का रूप ले लिया है। रविवार को अमेरिका ने अप्रत्याशित कदम उठाते हुए ईरान की तीन परमाणु इकाइयों पर हमला कर दिया। इस हमले के साथ ही युद्ध की आग में घी डालने का काम हुआ है। अमेरिका के इस कदम पर रूस और चीन ने तीखी प्रतिक्रिया दी है और इसे अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन बताते हुए कड़ी निंदा की है।

IRGC का अमेरिका को चेतावनी भरा जवाब

इस हमले के बाद ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) का बयान सामने आया है जिसने माहौल को और गर्म कर दिया है। IRGC के प्रवक्ता इब्राहिम ज़ोलफ़ागरी ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को ‘जुआरी’ कहते हुए चेतावनी दी कि अमेरिका को इसके ‘भारी और अप्रत्याशित परिणाम’ भुगतने होंगे। ज़ोलफ़ागरी ने अंग्रेजी में ट्रंप को संबोधित करते हुए कहा, "Mr. Trump, gambler! You may start this war – but we will end it!"

उन्होंने कहा कि अमेरिका ने ईरान की पवित्र भूमि पर हमला कर युद्ध में सीधा प्रवेश किया है और अब अमेरिका को शक्तिशाली और लक्षित अभियानों का सामना करना पड़ेगा। IRGC ने चेतावनी दी है कि अमेरिका को सप्ताहांत में किए गए इस हमले का जवाब देना होगा।

इजराइल पर जारी हमले, मिसाइल और ड्रोन से जवाब

ईरानी मीडिया की रिपोर्टों के अनुसार, IRGC ने इजराइल पर ताजा मिसाइल और ड्रोन हमले शुरू कर दिए हैं। तस्नीम समाचार एजेंसी के मुताबिक, हमले में ठोस और तरल ईंधन वाली मिसाइलों का उपयोग किया गया, जो खास रणनीति के तहत इजराइली वायु रक्षा कवच को भेदने में सक्षम थीं।

IRGC का दावा है कि मिसाइलें सफ़द, तेल अवीव, अश्कलोन, अशदोद और बेइसन जैसे प्रमुख इजरायली शहरों को निशाना बनाकर दागी गई हैं। अब तक इजराइल की ओर से इन हमलों को लेकर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है।

वैश्विक चिंता, युद्ध की आंच दुनिया तक

अमेरिका के हमले के बाद जिस तरह से ईरान ने प्रतिक्रिया दी है और रूस-चीन ने इस पर विरोध जताया है, उससे संकेत मिल रहे हैं कि यह क्षेत्रीय संघर्ष अब वैश्विक टकराव की ओर बढ़ सकता है। मध्य पूर्व में बिगड़ते हालात न केवल वैश्विक शांति के लिए चुनौती हैं, बल्कि ऊर्जा आपूर्ति, व्यापार और वैश्विक बाजारों पर भी इसका गहरा असर पड़ सकता है।

अभी तक दुनिया उम्मीद कर रही थी कि यह संघर्ष सुलझाया जा सकेगा, लेकिन अमेरिका की सैन्य कार्रवाई ने समीकरण बदल दिए हैं। अब यह देखना होगा कि आने वाले दिनों में अमेरिका, ईरान और इजराइल के बीच यह युद्ध किस दिशा में बढ़ता है और क्या वैश्विक समुदाय इस संकट को कूटनीतिक स्तर पर हल कर पाएगा या नहीं।