- भारत,
- 05-Nov-2025 08:38 PM IST
- (, अपडेटेड 05-Nov-2025 08:39 PM IST)
न्यूयॉर्क शहर में हुए मेयर चुनाव में भारतीय मूल के युवा नेता जोहरान ममदानी की ऐतिहासिक जीत ने एक नया अध्याय लिखा है। मंगलवार रात ग्यारह बजे ब्रुकलिन की सड़कों पर जश्न का माहौल था, जहां हजारों समर्थक ममदानी की जीत की खबर फैलते ही नाचने-गाने लगे और ममदानी, अमेरिका के सबसे बड़े शहर न्यूयॉर्क के पहले दक्षिण एशियाई मुस्लिम मेयर बनकर उभरे, और अपनी विराट जीत के बाद उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप को भी ललकारा। हालांकि, इस जीत के जश्न के बीच ही एक्स (पूर्व ट्विटर) पर साझा की गई एलन मस्क की एक पोस्ट ने पूरे परिदृश्य को हिला दिया। दुनिया के सबसे अमीर शख्स और एक्स के मालिक एलन मस्क ने न्यूयॉर्क के मेयर चुनाव। को 'वोटिंग घोटाला' करार दिया, जिससे राजनीतिक गलियारों और आम जनता के बीच भारी खलबली मच गई।
एलन मस्क ने अपनी पोस्ट में सीधे तौर पर न्यूयॉर्क सिटी के बैलट फॉर्म को एक घोटाला बताया। उनके इस आरोप ने न केवल न्यूयॉर्क बल्कि पूरे अमेरिका में बहस छेड़ दी। मस्क ने अपनी पोस्ट में कई विशिष्ट अनियमितताओं का उल्लेख किया, जिससे उनके दावों को बल मिला। उन्होंने लिखा कि मतदान के लिए किसी आईडी की आवश्यकता नहीं थी, जो कि एक गंभीर सुरक्षा चूक मानी जा सकती है। इसके अतिरिक्त, उन्होंने बताया कि अन्य मेयर उम्मीदवार दो बार दिखाई दे रहे थे, जिससे मतदाताओं में भ्रम पैदा होने की संभावना थी। मस्क ने यह भी इंगित किया कि एंड्र्यू कुओमो का नाम, जो ट्रंप समर्थित उम्मीदवार थे, बैलट के सबसे नीचे दाएं कोने में रखा गया था, जिसे जानबूझकर छिपाने का प्रयास माना जा सकता है और इन आरोपों ने चुनाव की पारदर्शिता पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए।पत्रकार की पड़ताल और अनियमितताओं का खुलासा
मस्क की पोस्ट से उत्पन्न हुई खलबली के बीच, न्यूयॉर्क के एक छोटे से अपार्टमेंट में रहने वाली भारतीय मूल की एक महिला पत्रकार ने इन आरोपों की पड़ताल शुरू की। वह ममदानी की जीत पर रिपोर्टिंग कर रही थीं, लेकिन मस्क का ट्वीट देखते ही वह चौंक उठीं। उन्होंने तुरंत बैलट फॉर्म की तस्वीरें खंगालीं और मस्क के दावों की पुष्टि की। उनकी जांच में सामने आया कि वास्तव में वोटिंग मशीन पर आईडी चेक का कोई विकल्प मौजूद नहीं था। इसके अलावा, स्लिवा नामक उम्मीदवार का नाम दो अलग-अलग कॉलम में दोहराया गया था, जिससे मतदाताओं के लिए सही उम्मीदवार का चयन करना मुश्किल हो सकता था। ट्रंप के समर्थित उम्मीदवार एंड्र्यू कुओमो का नाम सूची के अंत में दाएं कोने में इस तरह रखा गया था, जैसे उसे जानबूझकर नजरअंदाज करने की कोशिश की गई हो और इन खुलासों ने मस्क के आरोपों को और भी विश्वसनीय बना दिया।
