बूंदी बस हादसा / एक परिवार के 14 लोगों में से 10 की मौत, घर में चूल्हा जलाने के लिए नहीं बची कोई महिला

Dainik Bhaskar : Feb 28, 2020, 11:13 AM
कोटा | बसंत विहार का मकान नंबर 1/250, एक दीवार से सटे दो मकान। अब यह सिर्फ मकान ही रह गए, घर खत्म हो गए... क्योंकि ईंट-चूने के मकान को घर बनाने के लिए भरा-पूरा परिवार घर बनाता है, लेकिन इस मकान में रहने वाला ही अब कोई नहीं बचा। घर में रहने वाले 14 में से 10 लोगों की बुधवार को मेज नदी पर हुए दर्दनाक हादसे में मौत हो गई। वहीं, 3 लाेग अस्पताल में भर्ती हैं।

इस दर्दनाक हादसे में घर में चूल्हा जलाने के लिए एक भी महिला नहीं बची। हादसे में इस परिवार की 7 महिलाओं और 3 पुरुषाें की माैत हाे गई। पूरी गली वीरान पड़ी है और घर के बाहर बैठे पड़ाेसी तक सदमे में हैं। पूछने पर बोले- भैया, घर के लोग बहुत बढ़िया थे, वो हर किसी के दुख-दर्द में हमेशा खड़े रहते थे। नियति बड़ी की निष्ठुर है, देखो... अब इस घर में कोई नहीं बचा। जो बचे हुए हैं, वो भी अस्पताल में हैं। बेटा अमित इस सदमे को सहन नहीं कर पा रहा है और उसे परिजनों ने रात को सरकारी अस्पताल में भर्ती करवाया है।

परिवहन आयुक्त ने घटनास्थल का निरीक्षण किया

बूंदी जिले के लाखेरी में कोटा-लालसोट मैगा हाईवे पर पापड़ी गांव के पास बुधवार सुबह दुर्घटना की जांच के लिए परिवहन सचिव एवं आयुक्त रवि जैन ने बुधवार को चार अधिकारियों की कमेटी का गठन किया है। कमेटी घटना स्थल की जांच करके रिपोर्ट साैंपेगी। वहीं, गुरुवार काे परिवहन आयुक्त शाम काे घटना स्थल पर पहुंचे। आयुक्त ने अफसरों से हादसा के बारे में जानकारी ली। माैके पर बस के गिरने की स्थिति का माैका मुआयना किया। निरीक्षण के बाद वे काेटा पहुंचे, जहां पर वे घायलों से मुलाकात करेंगे। कमेटी में महेन्द्र खींची, अपर परिवहन आयुक्त (प्रशासन), धर्मेंद्र चाैधरी, संयुक्त परिवहन आयुक्त (आर.सी), कुसुम राठौड़, प्रादेशिक परिवहन अधिकारी, कोटा एंव अवधेश चौधरी, जिला परिवहन अधिकारी बूंदी शामिल हैं।  की बनाई गई है। टीम को मौके पर जाकर घटना स्थल की जांच के बाद अविलम्ब तथ्यात्मक रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं।

मान्यता नहीं हाेने पर भी प्राइवेट फिटनेस सेंटर ने जारी कर दी थी बस की फिटनेस

हादसे में शामिल बस की काेटा के अदिनाथ फिटनेस सेंटर से फिटनेस जारी हुई थी, जिस समय बस की फिटनेस जारी हुई थी, उस समय फिटनेस सेंटर के पास मान्यता ही नहीं थी। फिटनेस सेंटर का लाइसेंस एक्सपायर हाे चुका था। इसके बाद भी फिटनेस सेंटर वाहन संख्या आरजे 20 पीए 4614 सहित हजाराें वाहनाें की फिटनेस जारी कर दी।

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