JAIPUR / 7 महीने पहले बलात्कार का मामला दर्ज कराने वाली महिला को दिवाली पर जलाया जिंदा

Zoom News : Nov 16, 2020, 06:59 AM
Jaipur: दिवाली के दिन राजस्थान की राजधानी जयपुर से बलात्कार का मुकदमा दर्ज कराने वाली एक महिला को जिंदा जलाने का मामला प्रकाश में आया है। पीड़िता 50 प्रतिशत से अधिक जल चुकी है और जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल के बर्न वार्ड में अपनी जिंदगी की जंग लड़ रही है। पीड़ित महिला का आरोप है कि दिवाली के दिन लेखराज नाम का एक व्यक्ति उसके घर आया और उस पर ज्वलनशील पदार्थ डालकर आग लगा दी। महिला ने पहले ही अप्रैल में तालाबंदी के दौरान जयपुर के कोतवाली पुलिस स्टेशन में लेखराज के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है।

उस समय महिला के आरोप के अनुसार लेखराज ने उसे नशीला पदार्थ खिलाने के बाद उसके साथ बलात्कार किया था और फिर उसकी क्लिपिंग बनाकर उसे ब्लैकमेल करता रहा। अप्रैल में, आरोपी लेखराज के खिलाफ कोतवाली पुलिस स्टेशन में एक प्राथमिकी दर्ज की गई थी, लेकिन पुलिस उस समय आरोपी को गिरफ्तार नहीं कर सकी।


भाभी की तरह रिश्ता: रिश्तेदार

महिला के रिश्तेदार ने बताया, 'पहले उन दोनों के बीच भाभी, बोलचाल जैसा रिश्ता था। बाद में इसे ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया। उन्होंने पुलिस स्टेशन पुलिस स्टेशन में एक एफआईआर दर्ज की। आरोपी ने कहा कि उसके पास वीडियो क्लिपिंग है और लॉकडाउन के दौरान वह पीड़िता को जबरन फोन करता था।

रिश्तेदार ने बताया कि लेखराज की धमकी से परेशान महिला पुलिस स्टेशन गई। थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई और अदालत में बयान दर्ज किए गए। उसके खिलाफ गिरफ्तारी का वारंट जारी किया गया था। अब कल तक पुलिस ने इस पर कोई ध्यान नहीं दिया।

आरोपी का भाई और पिता शामिल

पुलिस के अनुसार, इस मामले में कुल चार आरोपी हैं, जिसमें मुख्य आरोपी लेखराज के अलावा उसके दो भाई और पिता शामिल हैं। आरोपी के खिलाफ आईपीसी की धारा 452, 34, 307 के तहत मामला दर्ज किया गया है। महिला मजिस्ट्रेट के सामने बयान दर्ज किए गए हैं, जिसके बाद चारों की गिरफ्तारी की गई है।

पकड़े गए चार आरोपियों में मुख्य आरोपी लेखराज, उसके पिता कन्हैया लाल और उसके भाई मनमोहन और रमेश हैं। लेखराज के अलावा, तीनों आरोपियों का इसमें सहयोग है।

डेढ़ साल पुराना मामला: एस.एच.ओ.

जयपुर के कोतवाली पुलिस स्टेशन के एसएचओ यशवंत सिंह ने कहा कि पूरा मामला यह है कि पीड़िता ने आरोपी लेखराज के खिलाफ मामला दर्ज कराया था कि आरोपी ने डेढ़ साल पहले उसके साथ बलात्कार किया था। प्राथमिकी दर्ज की गई। जैसे ही एफआईआर दर्ज हुई, आरोपी फरार हो गया, यह पता चला कि एफआईआर दर्ज कर ली गई है।

एसएचओ ने कहा कि तब से वह अपने घर पर नहीं था। आसपास रहने वाले रिश्तेदार भी यहां नहीं मिलते हैं। कल अचानक वह कहीं से आया और पीड़ित के घर गया। वहाँ कुछ ज्वलनशील पदार्थ लाया और उस पर पानी डाला। आरोपी उसका पड़ोसी है और दो घर छोड़कर, उसका घर है। इसके अन्य परिवार भी वहां रहते हैं और घटना की सूचना मिलते ही आरोपी को भी हिरासत में ले लिया गया। उन्होंने बताया कि पीड़ित को पता चला कि इसमें कौन लोग शामिल थे, जो तीन अन्य दोषी थे, वे भी पकड़े गए। कुल चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें दो भाई और आरोपी के पिता शामिल हैं।

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