अनामिका शुक्ला / एक नाम से एक पद पर 25 स्कूलों में नौकरी, 13 महीनों में उठाई एक करोड़ सैलरी

AMAR UJALA : Jun 06, 2020, 10:19 PM
आगरा | नाम अनामिका शुक्ला...पेशे से शिक्षिका, लेकिन फर्जीवाड़े के कारनामे ऐसे, जिससे शिक्षा विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। प्रदेशभर में अनामिका शुक्ला का नाम सुर्खियों में छाया हुआ है। हर कोई जानना यह चाहता है कि आखिर अनामिका शुक्ला है कौन ? कैसे एक नाम पर एक साथ 25 जिलों में नौकरी पा ली। इतना ही नहीं, 13 महीने में लगभग एक करोड़ रुपये मानदेय भी ले लिया। कासगंज में जिस युवती की गिरफ्तार हुई है, वो अनामिका शुक्ला के दस्तावेजों पर नौकरी कर रही थी।

फर्जी दस्तावेजों से कस्तूरबा विद्यालय में नौकरी करने वाली शिक्षिका को कासगंज पुलिस ने बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय से शनिवार को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने उसके खिलाफ धोखाधड़ी सहित अन्य धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस उससे पूछताछ की तो चौंकाने वाली बात सामने आई। बीएसए ने शिक्षिका के अभिलेखों की जांच के लिए कमेटी गठित कर दी है। 

शिक्षिका अनामिका शुक्ला पुत्री सुभाष चंद्र शुक्ला निवासी लखनपुर जनपद फर्रुखाबाद कासगंज के फरीदपुर स्थिति कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में पूर्णकालिक विज्ञान शिक्षिका के रूप में अगस्त 2018 से तैनात हैं। कई जिलों में तैनाती का मामला सामने आने के बाद शुक्रवार को बीएसए अंजली अग्रवाल ने शिक्षिका को व्हाट्सएप से नोटिस भेजकर प्रमाणपत्रों के साथ उपस्थित होने के निर्देश दिए थे। 

इस पर शिक्षिका शनिवार को त्यागपत्र लेकर बीएसए कार्यालय पहुंचीं। वहां वो गाड़ी में बैठी रहीं और एक साथी से त्यागपत्र भिजवा दिया। इस पर बीएसए ने त्यागपत्र देने आए युवक से पूछताछ की तो उसने अनामिका के बाहर गाड़ी में बैठे होने की जानकारी दी। बीएसए के निर्देश पर विभागीय कर्मियों ने उसकी घेराबंदी कर ली। मौके पर पहुंची पुलिस ने शिक्षिका को गिरफ्तार कर लिया।

सीओ कासगंज आरके तिवारी ने बताया कि बीएसए की तहरीर के आधार पर मामला दर्ज करके एक युवती को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने पूछताछ की तो युवती ने अपना नाम प्रिया बताया। उसके पिता का नाम महिपाल है। वो फर्रुखाबाद के लखनपुर की रहने वाली है। उसने अनामिका शुक्ला के दस्तावेज पर नौकरी करने कबूल किया है। उससे पूछताछ जारी है।

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