e-एजेंडा: / कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर बोले- कोरोना संकट में किसानों का नुकसान नहीं होने देंगे

AajTak : May 09, 2020, 12:11 PM
दिल्ली: कोरोना संकट और लॉकडाउन पर आजतक की ओर से 'ई-एजेंडा जान भी, जहान भी' का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में मोदी कैबिनेट के 17 मंत्री शामिल होंगे और सरकार का रोडमैप बता रहे हैं। केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने किसानों के लिए उठाए जा रहे कदमों के बारे में बताया।

ई-एजेंडा कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि लॉकडाउन में भी कृषि का क्षेत्र और ग्रामीण लगभग ठीक प्रकार से काम कर रहा है। यह संतोष की बात है। जब लॉकडाउन घोषित हुआ, तब भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्राथमिकता में गांव, गरीब और किसान था। लॉकडाउन के दौरान किसानों को कटाई की अनुमति दी गई।

केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा, 'मोदी सरकार ने अधिकारियों को निर्देश दिए थे कि कोरोना संकट और लॉकडाउन के दौरान किसानों का नुकसान नहीं होना चाहिए। अब तक 203 लाख मीट्रिक टन गेहूं की खरीद हो चुकी है। 43 लाख मीट्रिक टन से अधिक धान, 7 लाख मीट्रिक टन से अधिक दलहन और तिलहन खरीदा जा चुका है।'

किसानों का एक-एक दाना खरीदेंगे

केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि लॉकडाउन के कारण किसानों को थोड़ी बहुत दिक्कत तो हो रही है, लेकिन खरीद के लिए सरकारी एजेंसियां तैयार हैं। सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखते हुए हम खरीद कर रहे हैं। अब तक 50 फीसदी से अधिक खरीद का लक्ष्य पूरा हो गया है। किसान का एक-एक दाना खरीदा जाएगा।


किसानों की कर्जमाफी पर बोले नरेंद्र सिंह तोमर- ये समस्या का हल नहीं

किसानों के लिए विशेष पैकेज?

किसानों के लिए विशेष पैकेज के सवाल पर केंद्रीय मंत्री नरेंद्र तोमर ने कहा कि पीएम किसान योजना के तहत 71 हजार करोड़ रुपया हमने 9 करोड़ 34 लाख किसानों को दिया है। लॉकडाउन के दौरान भी 18 हजार करोड़ रुपया दिया गया है। इसके अलावा भी कृषि और ग्रामीण विभाग की ओर से किसानों की मदद की जा रही है।


महिलाओं, बुजुर्गों की मदद

जनधन योजना का जिक्र करते हुए केंद्रीय मंत्री नरेंद्र तोमर ने कहा कि हमने 10 हजार 200 करोड़ रुपये बहनों के अकाउंट में भेजा है। 4 हजार करोड़ से अधिक रुपया निकाला भी जा चुका है। इसी तरह हम दिव्यांग और वृद्धजनों को एक-एक हजार रुपया भेजा गया है। किसानों की फसल में किसी तरह से तंगी न आए, इसके भी प्रयास किए जा रहे हैं।

SUBSCRIBE TO OUR NEWSLETTER