अभिनेता धर्मेंद्र, जो हाल ही में स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के कारण अस्पताल में भर्ती थे, अब घर पर आराम कर रहे हैं और उनके डिस्चार्ज होने के बाद, बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन सहित कई हस्तियां उनसे मिलने पहुंचीं, जिससे उनके प्रशंसकों और शुभचिंतकों में खुशी की लहर दौड़ गई। धर्मेंद्र को 10 नवंबर को मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती। कराया गया था, और 12 नवंबर की सुबह उन्हें छुट्टी दे दी गई।
अस्पताल में भर्ती और डिस्चार्ज
धर्मेंद्र को 10 नवंबर को सांस लेने में तकलीफ के। चलते मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उनकी हालत गंभीर थी और उन्हें वेंटिलेटर पर भी रखा गया था। अस्पताल में भर्ती होने के बाद से ही उनके स्वास्थ्य को लेकर चिंताएं बढ़ गई थीं। हालांकि, डॉक्टरों की कड़ी निगरानी और उपचार के बाद उनकी हालत में तेजी से सुधार हुआ। 11 नवंबर को सनी देओल की टीम ने भी उनकी सेहत में सुधार की जानकारी दी थी, जिससे उनके प्रशंसकों को राहत मिली। आखिरकार, 12 नवंबर की सुबह 7:30 बजे उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। उनके डॉक्टर, डॉ. प्रतीत समदानी ने बताया कि परिवार ने अब उनका इलाज घर पर ही जारी रखने का फैसला किया है।
अमिताभ बच्चन का भावुक दौरा
धर्मेंद्र के घर लौटने के बाद, उनसे मिलने वालों का तांता लग गया। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अमिताभ बच्चन खुद गाड़ी चलाकर धर्मेंद्र के जुहू स्थित आवास पर पहुंचे। सोशल मीडिया पर बिग बी का एक वीडियो भी सामने आया था, जिसमें वह अपनी गाड़ी से धर्मेंद्र के घर की ओर जाते हुए दिखाई दिए। यह दौरा दोनों दिग्गजों के बीच गहरे सम्मान और दोस्ती को दर्शाता है और अमिताभ बच्चन के अलावा भी कई अन्य सेलेब्स धर्मेंद्र से मिलने पहुंचे, जो हिंदी सिनेमा में उनके कद और लोकप्रियता को दर्शाता है। इस तरह के दौरे से धर्मेंद्र का मनोबल भी बढ़ा होगा, जो उनकी रिकवरी के लिए महत्वपूर्ण है।
परिवार की गोपनीयता की अपील
अस्पताल से डिस्चार्ज होने के बाद, धर्मेंद्र के परिवार ने मीडिया और जनता से उनकी निजता का सम्मान करने की अपील की। एक आधिकारिक बयान जारी कर परिवार ने कहा था कि धर्मेंद्र जी को अस्पताल से छुट्टी मिल गई है और वे अब घर पर आराम करेंगे। उन्होंने सभी से अनुरोध किया कि वे किसी भी तरह की अफवाह न फैलाएं और इस समय उनकी तथा परिवार की निजता का सम्मान करें। परिवार ने उन सभी लोगों का धन्यवाद भी किया जिन्होंने धर्मेंद्र जी की अच्छी सेहत और लंबी उम्र के लिए दुआ की। यह अपील विशेष रूप से महत्वपूर्ण थी क्योंकि उनके स्वास्थ्य को। लेकर कई तरह की अटकलें और फर्जी खबरें फैल रही थीं।
पुलिस द्वारा सुरक्षा व्यवस्था
धर्मेंद्र के डिस्चार्ज होने के बाद, जुहू में उनके घर वाली गली में भीड़ जमा होने से रोकने के लिए पुलिस ने विशेष इंतजाम किए। पुलिस ने गली को बंद कर दिया ताकि अनावश्यक भीड़ जमा न हो सके और परिवार को शांतिपूर्ण माहौल मिल सके। यह कदम परिवार की निजता की अपील और अभिनेता के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए उठाया गया था, ताकि उन्हें बिना किसी बाधा के आराम करने का मौका मिल सके। यह दर्शाता है कि प्रशासन भी उनकी सेहत को लेकर गंभीर। था और किसी भी तरह की अव्यवस्था को रोकना चाहता था।
निधन की फर्जी खबरों पर नाराजगी
धर्मेंद्र के अस्पताल में भर्ती होने के दौरान, 11 नवंबर की सुबह उनके निधन की फर्जी खबरें मीडिया में फैल गई थीं। इन खबरों ने उनके परिवार और प्रशंसकों को गहरा सदमा पहुंचाया। इन अफवाहों पर उनके परिवार ने कड़ी नाराजगी जताई और उनकी बेटी ईशा देओल और पत्नी हेमा मालिनी ने सोशल मीडिया के माध्यम से इन फर्जी खबरों का खंडन किया और अपनी आपत्ति दर्ज कराई।
ईशा देओल और हेमा मालिनी का बयान
ईशा देओल ने सोशल मीडिया पर एक बयान जारी कर। कहा था कि मीडिया पूरी तरह गलत खबरें फैला रहा है। उन्होंने स्पष्ट किया कि पापा की हालत स्थिर है और वे रिकवर कर रहे हैं और ईशा ने सभी से निवेदन किया कि उनके परिवार की निजता का सम्मान करें और पापा की जल्दी सेहतमंदी के लिए दुआ करने के लिए धन्यवाद दिया। वहीं, हेमा मालिनी ने भी निधन की खबरें सामने आने के बाद अपनी नाराजगी व्यक्त करते हुए लिखा था कि जो हो रहा है, वह माफ करने लायक नहीं है और उन्होंने जिम्मेदार चैनलों पर सवाल उठाते हुए कहा कि वे किसी ऐसे व्यक्ति के बारे में झूठी खबरें कैसे फैला सकते हैं जो इलाज का जवाब दे रहा है और ठीक हो रहा है? उन्होंने इसे बेहद असम्मानजनक और गैर-जिम्मेदाराना व्यवहार बताया और परिवार। तथा उनकी निजता की आवश्यकता का सम्मान करने की अपील की।
रक्षा मंत्री की प्रतिक्रिया और पोस्ट हटाना
फर्जी खबरों का प्रभाव इतना व्यापक था कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी मंगलवार। सुबह धर्मेंद्र के निधन की खबर पर सोशल मीडिया एक्स पर शोक व्यक्त कर दिया था। हालांकि, बाद में जब सच्चाई सामने आई तो उन्होंने अपनी पोस्ट हटा ली। यह घटना फर्जी खबरों के तेजी से फैलने और उनके गंभीर परिणामों को दर्शाती है, जब एक जिम्मेदार पद पर बैठे व्यक्ति को भी गलत जानकारी के आधार पर प्रतिक्रिया देनी पड़ जाती है। यह पूरे प्रकरण ने मीडिया की जिम्मेदारी और सूचना के। सत्यापन के महत्व को एक बार फिर उजागर किया है। धर्मेंद्र अब घर पर हैं और धीरे-धीरे ठीक हो रहे हैं,। उनके प्रशंसक उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना कर रहे हैं।