Share Market News / बैंकों ने दिखाया दम, बाजार हुआ बम-बम, निवेशकों ने कमाए 4 लाख करोड़

आरबीआई के 22 बड़े ऐलानों ने शेयर बाजार को जबरदस्त बूस्ट दिया। सेंसेक्स 800 अंक चढ़ा और निफ्टी 260 अंक उछला। बैंकिंग व एनबीएफसी स्टॉक्स में तेजी रही, बैंक निफ्टी 55,500 के पार पहुंचा। निवेशकों की कमाई 4 लाख करोड़ बढ़ी। बाजार ने आरबीआई की नीतियों का जोरदार स्वागत किया।

Share Market News: 8 दिनों की लगातार गिरावट के बाद अक्टूबर 2025 में शेयर बाजार में जबरदस्त तेजी देखने को मिली। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 800 से ज्यादा अंकों की बढ़त के साथ 81,068.43 अंकों पर बंद हुआ। सेंसेक्स ने दिन की शुरुआत तेजी के साथ की थी, लेकिन भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा पॉलिसी रेट में कोई बदलाव न करने के ऐलान के बाद बाजार में हल्की गिरावट देखी गई और यह 80,173.24 अंकों के निचले स्तर पर पहुंच गया था। दूसरी ओर, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी भी 250 से ज्यादा अंकों की तेजी के साथ 24,867.95 अंकों के उच्च स्तर पर पहुंचा, हालांकि यह दिन में 24,605.95 अंकों के निचले स्तर को भी छूआ था।

बैंकिंग शेयरों में उछाल

आरबीआई ने बैंकिंग सेक्टर और अर्थव्यवस्था के लिए कई दीर्घकालिक लाभकारी ऐलान किए, जिसके चलते बैंकिंग शेयरों में जबरदस्त तेजी देखने को मिली। कोटक महिंद्रा बैंक के शेयरों में लगभग 3% की बढ़त दर्ज की गई। एक्सिस बैंक के शेयर 2.25% की तेजी के साथ कारोबार करते दिखे। आईसीआईसीआई बैंक और एचडीएफसी बैंक के शेयर भी 1.50% से अधिक की बढ़त के साथ बंद हुए। इसके अलावा, टाटा मोटर्स के शेयरों में 5.50% की शानदार तेजी देखने को मिली।

तेजी के प्रमुख कारण

1. आरबीआई की मॉनेटरी पॉलिसी

आरबीआई की मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी ने रेपो दर को 5.50% पर अपरिवर्तित रखने का सर्वसम्मति से फैसला किया। आरबीआई गवर्नर संजय मल्होत्रा ने बताया कि अगस्त की नीति के बाद से ग्रोथ और महंगाई की गतिशीलता में बदलाव आया है। जीएसटी को युक्तिसंगत बनाने और खाद्य कीमतों में कमी के कारण महंगाई का अनुमान अधिक अनुकूल हुआ है। इसके चलते केंद्रीय बैंक ने वित्त वर्ष 2026 के लिए औसत महंगाई अनुमान को 3.1% से घटाकर 2.6% कर दिया।

2. बैंकिंग सेक्टर को प्रोत्साहन

एचडीएफसी बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, आईसीआईसीआई बैंक और एक्सिस बैंक जैसे प्रमुख बैंकों के शेयरों में उछाल ने निफ्टी बैंक इंडेक्स को 1% से अधिक की बढ़त दिलाई। आरबीआई ने लोन फ्लो को बेहतर करने के लिए शेयरों पर लोन की सीमा को 20 लाख रुपये से बढ़ाकर 1 करोड़ रुपये और आईपीओ फाइनेंसिंग की सीमा को 25 लाख रुपये तक बढ़ा दिया। इसे बैंकिंग सेक्टर के लिए एक बड़े प्रोत्साहन के रूप में देखा जा रहा है।

3. ओवरसोल्ड मार्केट कंडीशंस

लगातार 8 दिनों की गिरावट के बाद निफ्टी 3% (लगभग 800 अंक) और सेंसेक्स 3.8% (लगभग 2,300 अंक) टूट चुका था। गिरावट पर खरीदारी की रणनीति और आरबीआई की मजबूत टिप्पणियों ने बाजार को तेजी प्रदान की।

4. रुपये में सुधार

भारतीय रुपये में स्थिरता देखी गई और यह अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 5 पैसे की बढ़त के साथ 88.75 पर पहुंच गया। अमेरिकी सरकार के संभावित बंद की आशंकाओं के बीच डॉलर एक सप्ताह के निचले स्तर पर रहा, जिसने भारतीय बाजारों को समर्थन दिया।

5. कच्चे तेल की कीमतों का प्रभाव

ओपेक+ द्वारा उत्पादन में वृद्धि और इराक के कुर्दिस्तान क्षेत्र से निर्यात शुरू होने की उम्मीदों के कारण कच्चे तेल की कीमतों में कमी आई। ब्रेंट क्रूड 1.3% गिरकर 67.10 डॉलर प्रति बैरल और अमेरिकी वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट 1.5% गिरकर 62.51 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया।

6. विदेशी बाजारों से सकारात्मक संकेत

अमेरिकी शेयर बाजार मंगलवार को बढ़त के साथ बंद हुए। एसएंडपी 500 0.41% बढ़कर 6,688.46 और नैस्डैक कंपोजिट 0.31% बढ़कर 22,660.01 पर पहुंच गया। डॉव जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज 0.18% की बढ़त के साथ 46,397.89 पर बंद हुआ, जो एक नया रिकॉर्ड है।

निवेशकों को 4 लाख करोड़ रुपये का फायदा

इस तेजी के कारण निवेशकों को लगभग 4 लाख करोड़ रुपये का लाभ हुआ। बीएसई का मार्केट कैप मंगलवार को 4,51,44,414.11 करोड़ रुपये था, जो बुधवार को बढ़कर 4,55,41,976.54 करोड़ रुपये हो गया। इसका मतलब है कि मार्केट कैप में 3,97,562.43 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी हुई।