Rajasthan Elections 2023 / कांग्रेस को राजस्थान से पहले बड़ा झटका, वसुंधरा गुट के इस नेता की BJP में हुई वापसी

Zoom News : Sep 29, 2023, 08:12 AM
Rajasthan Elections 2023: राजस्थान में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं। उससे पहले नेताओं का पाला बदलने का सिलसिला शुरू हो गया है। राजस्थान में कांग्रेस को बड़ा झटका देते हुए लंबे वक्त के बाद वसुंधरा राजे सरकार में मंत्री रहे देवी सिंह भाटी एक बार फिर बीजेपी में लौट आए हैं। उनके साथ कुछ अन्य नेता भी पार्टी में शामिल हुए हैं। सीएलसी कोचिंग निदेशक श्रवण चौधरी, बांदीकुई से बसपा के पूर्व प्रत्याशी भागचंद सैनी और गेटवैल हॉस्पिटल, सीकर के बीएल रणवां भी बीजेपी में फिर से शामिल हुए हैं। प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी, राष्ट्रीय महासचिव एवं प्रदेश प्रभारी अरूण सिंह, प्रदेश चुनाव प्रभारी एवं केंद्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी, नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने इन नेताओं को पार्टी की सदस्यता ग्रहण कराई। 

कांग्रेस सरकार पर हमला

इस मौके पर पार्टी मुख्यालय में आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव एवं प्रदेश प्रभारी अरूण सिंह ने कहा कि राजस्थान में बीजेपी की सदस्यता ग्रहण करने को लेकर बहुत उत्साह है। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार के 'जंगलराज' और 'कुशासन' से आज प्रदेश का हर वर्ग परेशान है। उन्होंने कहा, "आज भारतीय जनता पार्टी का परिवार और बढ़ रहा है। लोगों का बीजेपी के प्रति आस्था और विश्वास बढ़ा है।" केंद्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व पर विश्वास के आधार पर ये नेता पार्टी में शामिल हुए हैं। 

"पार्टी ने मुझे गले लगा लिया"

पूर्व मंत्री देवी सिंह भाटी पांच साल बाद पार्टी में लौटे हैं। इस मौके पर उन्होंने कहा, "मैं 5 साल बाद बीजेपी में लौटा हूं। पार्टी ने मुझे गले लगा लिया है। कुछ परिस्थितियों की वजह मैं किसी समय अलग हो गया था। मेरी वरिष्ठ पदाधिकारियों से चर्चा हुई। जो भी गिले-शिकवे थे वे दूर हो गए हैं। मैंने केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल से भी बात की है। हम दोनों संतुष्ट हैं। हम मिलकर 2023 में बीजेपी सरकार बनाएंगे।" 

मेघवाल के खिलाफ किया था प्रचार

गौरतलब है कि देवी सिंह भाटी 2019 के लोकसभा चुनाव में मेघवाल को बीकानेर से उम्मीदवार बनाए जाने से नाखुश होकर पार्टी छोड़ दी थी। उन्होंने मेघवाल के खिलाफ खुलेआम प्रचार किया था। इस बीच, पिछले कई महीनों से उनकी पार्टी में वापसी की चर्चा चल रही थी और गुरुवार को उनकी वापसी हो गई। भाटी 1980 में कोलायत विधानसभा क्षेत्र से पहली बार विधायक चुने गए थे। तब से लेकर 2008 तक वह लगातार इसी सीट से विधायक चुने गए। 2013 में वह चुनाव हार गए। 2018 में बीजेपी ने उनकी बहू पूनम कंवर को टिकट दिया था, लेकिन वह भी कांग्रेस उम्मीदवार भंवर सिंह भाटी से चुनाव हार गईं।

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