Donald Trump News / कनाडा और मेक्सिको ने अमेरिकी सामान पर जवाबी टैरिफ लगाने का दिया आदेश- ट्रंप को मिला जवाब

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा आयात शुल्क बढ़ाने के फैसले के जवाब में कनाडा और मेक्सिको ने अमेरिकी सामान पर भारी शुल्क लगाने का आदेश दिया है। कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने अमेरिकी उत्पादों के बहिष्कार की अपील की। दोनों देशों ने ट्रंप प्रशासन की धमकियों के बावजूद यह कदम उठाया।

Vikrant Shekhawat : Feb 03, 2025, 11:40 AM

Donald Trump News: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मेक्सिको, कनाडा और चीन से आयात होने वाली वस्तुओं पर कड़े शुल्क लगाने संबंधी एक आदेश पर हस्ताक्षर किए थे। इसके जवाब में अब कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो और मेक्सिको की राष्ट्रपति क्लाउडिया शिनबाम ने अमेरिका को उन्हीं की भाषा में जवाब दिया है। इन दोनों देशों ने अमेरिकी सामान पर भारी जवाबी शुल्क लगाने का आदेश जारी किया है।

'अमेरिकी सामान का बहिष्कार करें'

कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने अपने देश के नागरिकों से अमेरिकी सामान के बहिष्कार की अपील की है। उन्होंने कहा कि कनाडा के लोगों को न केवल अमेरिकी वस्तुओं का उपयोग बंद करना चाहिए, बल्कि उन्हें अपनी छुट्टियां भी अमेरिका में नहीं मनानी चाहिए। उन्होंने यह बयान तब दिया जब ट्रंप प्रशासन ने कनाडा और मेक्सिको के खिलाफ आयात शुल्क की दर बढ़ाने की धमकी दी, बावजूद इसके दोनों देशों ने जवाबी शुल्क लगाने का फैसला किया।

ट्रूडो ने कहा, “हम व्यापार युद्ध में नहीं उलझना चाहते, न ही इसकी इच्छा रखते हैं, लेकिन हम पीछे भी नहीं हटेंगे।” उनका यह बयान इस बात को दर्शाता है कि कनाडा अमेरिका के इस फैसले के खिलाफ पूरी तरह से मोर्चा खोल चुका है।

ट्रूडो और शिनबाम ने की आपसी चर्चा

ट्रंप प्रशासन ने कनाडा और मेक्सिको से आयातित वस्तुओं पर 25 फीसदी और चीन से आने वाले माल पर 10 फीसदी शुल्क लगाने की घोषणा की थी। इस कदम के बाद कनाडा के प्रधानमंत्री ट्रूडो और मेक्सिको की राष्ट्रपति क्लाउडिया शिनबाम ने फोन पर चर्चा की। बातचीत के दौरान शिनबाम ने यह स्पष्ट कर दिया कि वे अमेरिकी वस्तुओं पर जवाबी शुल्क लगाएंगी। हालांकि, उन्होंने यह नहीं बताया कि यह शुल्क किन वस्तुओं पर लागू होगा और इसकी दर क्या होगी।

'अमेरिका के साथ खड़ा रहा है कनाडा'

इससे पहले जस्टिन ट्रूडो ने ट्रंप के इस फैसले की कड़ी आलोचना करते हुए कहा था कि व्हाइट हाउस की नीति ने मित्र देशों को एकजुट करने के बजाय अलग कर दिया है। ट्रूडो ने अमेरिकियों को यह भी याद दिलाया कि कनाडा हमेशा अमेरिका के साथ खड़ा रहा है, चाहे वह अफगानिस्तान में युद्ध हो या फिर कैलिफोर्निया के जंगलों में आग और तूफान ‘कैटरीना’ से निपटने की स्थिति।

ट्रूडो और शिनबाम के इस कड़े रुख से साफ है कि अमेरिका, कनाडा और मेक्सिको के बीच व्यापारिक तनाव अब और अधिक बढ़ सकता है। इससे न केवल आर्थिक संबंध प्रभावित होंगे, बल्कि वैश्विक व्यापार पर भी इसका प्रभाव पड़ेगा। अब देखना यह होगा कि ट्रंप प्रशासन इस स्थिति से कैसे निपटता है।