- भारत,
- 24-Aug-2025 09:53 PM IST
IMD Weather Rainfall: राजस्थान में पिछले कुछ दिनों से लगातार हो रही मूसलाधार बारिश ने कई जिलों में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा कर दी है। कोटा, बूंदी, सवाई माधोपुर और टोंक सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्रों में शामिल हैं। भारी बारिश के कारण चंबल नदी उफान पर है, जिसके चलते बूंदी में नदी का पानी रिहायशी इलाकों में घुस गया है। सड़कें और स्टेट हाईवे क्षतिग्रस्त हो गए हैं, वहीं सवाई माधोपुर में जमीन का बड़ा हिस्सा धंस गया है। इस आपदा से निपटने के लिए सेना और एयरफोर्स के Mi-17 हेलिकॉप्टर को राहत-बचाव कार्यों में लगाया गया है।
स्कूलों में छुट्टी और जनजीवन प्रभावित
जयपुर, सीकर सहित राजस्थान के 13 जिलों में भारी बारिश के मद्देनजर 1 से 3 दिन के लिए स्कूलों की छुट्टी घोषित की गई है। बारिश ने जनजीवन को पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया है। सीकर के नानी बीहड़ में मिट्टी से बना गंदे पानी का बांध टूट गया, जिसके कारण नेशनल हाईवे-52 पर पानी भर गया। यह हाईवे जयपुर को बीकानेर से जोड़ता है, और इसके बाधित होने से यातायात पर भारी असर पड़ा है।
बांधों पर बढ़ता दबाव
सिरोही जिले के रेवदर क्षेत्र में टोकरा बांध का जलस्तर चिंताजनक स्तर तक पहुंच गया है। बांध की अधिकतम भराव क्षमता 31 फीट है, और रविवार तक इसका जलस्तर 28.50 फीट तक पहुंच चुका है। जल संसाधन विभाग बांध की स्थिति पर कड़ी नजर रख रहा है ताकि किसी भी आपात स्थिति से निपटा जा सके।
बारिश से जुड़ी दुखद घटनाएं
लगातार बारिश ने कई दुखद घटनाओं को भी जन्म दिया है। उदयपुर में कुंवारी माइंस में पानी भर जाने से चार बच्चों की डूबने से मौत हो गई। वहीं, नागौर के लोहारपुरा क्षेत्र में एक पुराना मकान ढहने से दो लोगों की जान चली गई। इन घटनाओं ने स्थानीय प्रशासन और निवासियों के सामने चुनौतियों को और बढ़ा दिया है।
बारिश का कारण: मौसम वैज्ञानिकों की राय
मौसम केन्द्र जयपुर के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया कि पिछले 48 घंटों से मध्य प्रदेश और राजस्थान की सीमा पर मौजूद साइक्लोनिक सर्कुलेशन अब दक्षिण-पश्चिमी उत्तर प्रदेश और पूर्वी राजस्थान की ओर बढ़ गया है। इसके साथ ही मानसून ट्रफ लाइन गंगानगर, चूरू, ग्वालियर, सतना और डालटनगंज से होकर बंगाल की खाड़ी में बने लो-प्रेशर सिस्टम तक फैली हुई है। इस मौसमी सिस्टम के कारण राजस्थान में शुक्रवार से लगातार बारिश हो रही है, और अगले कुछ दिनों तक इसका असर बना रह सकता है।
राहत और बचाव कार्य
प्रशासन ने प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्य तेज कर दिए हैं। सेना और एयरफोर्स के हेलिकॉप्टरों की मदद से बाढ़ में फंसे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है। बूंदी में चंबल नदी के उफान के कारण प्रभावित रिहायशी इलाकों में विशेष ध्यान दिया जा रहा है। स्थानीय प्रशासन ने लोगों से नदी और बांधों के पास न जाने की अपील की है।
