पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) की राजनीति में एक बड़ा भूचाल आने वाला है, जहाँ पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) ने चौधरी मोहम्मद यासीन को अगले प्रधानमंत्री पद के लिए अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया है. पार्टी के चेयरमैन बिलावल भुट्टो जरदारी ने खुद यासीन के नाम पर. मुहर लगाई है, जो उनकी पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PoK) के अध्यक्ष भी हैं. यह कदम मौजूदा प्रधानमंत्री चौधरी अनवर-उल-हक के खिलाफ जल्द ही अविश्वास प्रस्ताव लाए जाने की. अटकलों के बीच आया है, जिससे PoK में सत्ता परिवर्तन की राह साफ दिख रही है. यासीन अपनी भारत विरोधी बयानबाजी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखे हमलों के. लिए कुख्यात हैं, साथ ही उन्हें पाकिस्तानी सेना का भी करीबी माना जाता है.
PoK की सियासत में PPP का बड़ा दांव
पाकिस्तान पीपल्स पार्टी की केंद्रीय बैठक में PoK के प्रधानमंत्री पद के लिए चार प्रमुख नामों पर गहन चर्चा हुई, जिनमें चौधरी यासीन, लतीफ अख़बर, फैसल मुत्तज़ राठौर और सरदार याकूब खान शामिल थे. अंततः, पार्टी के शीर्ष नेतृत्व और बिलावल भुट्टो जरदारी ने सर्वसम्मति से चौधरी मोहम्मद यासीन को अंतिम उम्मीदवार घोषित किया. यह निर्णय PoK में PPP की राजनीतिक पकड़ मजबूत करने और भारत के प्रति अपनी कठोर स्थिति को रेखांकित करने के एक बड़े रणनीतिक कदम के रूप में देखा जा रहा है और यासीन का चयन ऐसे समय में हुआ है जब PoK में राजनीतिक अस्थिरता अपने चरम पर है और एक मजबूत नेतृत्व की आवश्यकता महसूस की जा रही है.
**कौन हैं चौधरी मोहम्मद यासीन?
चौधरी मोहम्मद यासीन पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PoK) के वर्तमान अध्यक्ष हैं और पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व में उनकी मजबूत पकड़ मानी जाती है. वह बिलावल भुट्टो जरदारी के बेहद नजदीकी सहयोगियों में से एक हैं और कई मौकों पर उन्हें PPP की कश्मीर रणनीति का मुख्य चेहरा भी कहा गया है और यासीन की पहचान केवल एक पार्टी नेता के रूप में नहीं है, बल्कि वह लंबे समय से भारत के खिलाफ तीखी बयानबाजी के लिए भी जाने जाते हैं. उन्होंने विभिन्न अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारतीय सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर मुखर हमले किए हैं. इसके अतिरिक्त, सूत्रों के अनुसार, यासीन को पाकिस्तानी सेना का भी करीबी माना जाता है, जो PoK जैसे संवेदनशील क्षेत्र में सत्ता परिवर्तन के खेल में उनकी स्थिति को और मजबूत करता है. उनका राजनीतिक करियर विभिन्न पदों पर सेवा करने और अपनी पार्टी के प्रति अटूट निष्ठा बनाए रखने से जुड़ा रहा है.
पीएम मोदी और भारत पर तीखे हमले
चौधरी यासीन ने हाल ही में जिनेवा में संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार आयोग (UNHRC) के मुख्यालय के बाहर एक बड़े विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व किया था. इस प्रदर्शन के दौरान उन्होंने भारत के खिलाफ जमकर जहर उगला और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सीधा निशाना साधा. अपने भाषण में, यासीन ने दावा किया था कि “भारत चाहे जितना प्रयास करे, कश्मीर की आजादी की लड़ाई को दबाया नहीं जा सकता. लाखों शहीदों का खून एक दिन रंग लाएगा. ” उनके ये बयान उनकी भारत विरोधी छवि को और पुख्ता करते हैं और यह दर्शाते हैं कि PoK के प्रधानमंत्री बनने के बाद भी उनकी यह बयानबाजी जारी रह सकती है, जिससे भारत-पाकिस्तान संबंधों में तनाव बढ़ने की आशंका है.
PoK विधानसभा में PPP का मजबूत पलड़ा
PoK विधानसभा में कुल 52 सीटें हैं और बहुमत के लिए 27 सदस्यों का समर्थन आवश्यक है. वर्तमान में, PPP के पास 17 सीटें हैं, जबकि PML-N के पास 9 सीटें हैं और हालांकि, पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के फॉरवर्ड ब्लॉक के 10 सदस्यों ने PPP को समर्थन देने का ऐलान किया है, जिससे पार्टी की कुल संख्या 36 तक पहुंच गई है, जो बहुमत के आंकड़े से काफी अधिक है. PML-N ने यह स्पष्ट कर दिया है कि वह नई सरकार में शामिल नहीं होगी, लेकिन PPP द्वारा लाए जाने वाले अविश्वास प्रस्ताव का समर्थन करेगी और वहीं, मौजूदा प्रधानमंत्री अनवर-उल-हक के पास अब केवल 10 सदस्यों का समर्थन बचा है, जिससे उनका पद पर बने रहना असंभव लग रहा है. यह संख्या बल चौधरी यासीन के प्रधानमंत्री बनने की राह को आसान बनाता है और PoK में एक नई राजनीतिक पारी की शुरुआत का संकेत देता है, जिसके क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दूरगामी परिणाम हो सकते हैं.