- भारत,
- 23-Jul-2025 04:40 PM IST
- (, अपडेटेड 23-Jul-2025 03:01 PM IST)
US-China Trade Deal: राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में संकेत दिया है कि वह जल्द ही चीन की यात्रा कर सकते हैं, जो दुनिया की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं—अमेरिका और चीन—के बीच तनाव कम करने और संबंधों को बेहतर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हो सकता है। मंगलवार को व्हाइट हाउस में फिलीपीन के राष्ट्रपति फर्डिनेंड मार्कोस जूनियर के साथ मुलाकात के दौरान ट्रंप ने कहा, "चीन की यात्रा अब शायद बहुत दूर की बात नहीं है। हम चीन के साथ बहुत अच्छे से तालमेल बिठा रहे हैं। हमारे रिश्ते वास्तव में अच्छे हैं।" यह बयान ऐसे समय में आया है जब दोनों देश व्यापारिक तनाव को कम करने और आपसी सहयोग बढ़ाने की दिशा में कदम उठा रहे हैं।
व्यापार युद्ध में राहत
पिछले कुछ वर्षों में अमेरिका और चीन के बीच व्यापार युद्ध ने वैश्विक अर्थव्यवस्था को प्रभावित किया था। दोनों देशों ने एक-दूसरे के उत्पादों पर भारी टैरिफ लगाए, जिससे आपसी व्यापार और आपूर्ति श्रृंखला पर गहरा असर पड़ा। हालांकि, हाल ही में जिनेवा और लंदन में हुई उच्च स्तरीय वार्ताओं के बाद दोनों पक्षों ने टैरिफ में कमी और व्यापार प्रतिबंधों को कम करने पर सहमति जताई है। ट्रंप ने यह भी बताया कि चीन ने दुर्लभ धातुओं से बने मैग्नेट की आपूर्ति फिर से शुरू कर दी है, जो iPhone, इलेक्ट्रिक वाहन, रोबोट और सैन्य उपकरणों जैसे क्षेत्रों में महत्वपूर्ण हैं। यह कदम दोनों देशों के बीच विश्वास बहाली की दिशा में एक सकारात्मक संकेत है।
रणनीतिक संतुलन और हिंद-प्रशांत क्षेत्र
ट्रंप का यह बयान तब आया है जब अमेरिका हिंद-प्रशांत क्षेत्र में चीन के बढ़ते प्रभाव को संतुलित करने की रणनीति पर काम कर रहा है। इस क्षेत्र में फिलीपीन जैसे साझेदार देशों के साथ सैन्य सहयोग को मजबूत करना अमेरिका की प्राथमिकता रही है। ट्रंप ने फिलीपीन के साथ "शानदार सैन्य संबंधों" की सराहना करते हुए इसे क्षेत्रीय स्थिरता के लिए महत्वपूर्ण बताया। यह दर्शाता है कि अमेरिका एक ओर चीन के साथ संबंध सुधारने की कोशिश कर रहा है, तो दूसरी ओर अपने रणनीतिक हितों को भी मजबूत कर रहा है।
ट्रंप-जिनपिंग मुलाकात की संभावना
ट्रंप के व्हाइट हाउस में दोबारा लौटने के बाद से यह अटकलें तेज हो गई हैं कि वह जल्द ही चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात कर सकते हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि यह शिखर वार्ता, भले ही अस्थायी रूप से, दोनों देशों के बीच विश्वास बहाली में सहायक हो सकती है। विश्लेषकों का अनुमान है कि यह मुलाकात नवंबर 2025 में हो सकती है, बशर्ते चीन व्यापार और रणनीतिक मुद्दों पर सहयोग के लिए तैयार हो। हालांकि, अभी तक किसी तारीख की आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है।
क्या टिकेगी यह दोस्ती?
ट्रंप के बयानों और नीतियों को देखते हुए यह कहना मुश्किल है कि अमेरिका-चीन संबंधों में यह सुधार कितना टिकाऊ होगा। ट्रंप का मिजाज और नीतिगत फैसले अक्सर अप्रत्याशित रहे हैं। फिर भी, वर्तमान में व्यापारिक तनाव में कमी और आपसी सहयोग के संकेत दोनों देशों के लिए सकारात्मक हैं। यदि यह सकारात्मक दिशा बनी रहती है, तो न केवल अमेरिका और चीन, बल्कि वैश्विक अर्थव्यवस्था और भू-राजनीतिक स्थिरता को भी इसका लाभ मिल सकता है।
