Xi Jinping News / चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग का चल गया पता, मीडिया ने निर्देश देते दिखाया

साउथ चाइना मार्निंग पोस्ट के अनुसार, 20 मई से लापता चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने पोलितब्यूरो को संबोधित कर अपनी वापसी का संकेत दिया। उन्होंने भ्रष्टाचार विरोधी अभियान और अनुशासन पर जीरो टॉलरेंस की बात कही, साथ ही जनता, पार्टी और कानून के सम्मान पर बल दिया।

Xi Jinping News: साउथ चाइना मार्निंग पोस्ट की एक हालिया रिपोर्ट के अनुसार, चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने कई दिनों की गुमनामी के बाद फिर से सार्वजनिक रूप से अपनी उपस्थिति दर्ज की है। चीनी कम्युनिस्ट पार्टी (CCP) और राज्य मीडिया ने उन्हें गत सोमवार को पोलितब्यूरो को निर्देश देते हुए दिखाया। यह घटना इस बात का संकेत देती है कि शी जिनपिंग अब भी सत्ता की कमान मजबूती से संभाले हुए हैं। इस दौरान उन्होंने भ्रष्टाचार विरोधी अभियान और पार्टी अनुशासन को लेकर जीरो टॉलरेंस की नीति पर जोर दिया।

कब से थे लापता?

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, शी जिनपिंग 20 मई, 2025 से सार्वजनिक कार्यक्रमों से दूर थे। उनकी अनुपस्थिति ने कई तरह की अटकलों को जन्म दिया। कुछ लोग दावा कर रहे थे कि उन्हें हाउस अरेस्ट किया गया है, जबकि अन्य उनकी गैरमौजूदगी को चीनी सेना (पीएलए) में चल रही उथल-पुथल से जोड़ रहे थे। हालांकि, साउथ चाइना मार्निंग पोस्ट के दावे के अनुसार, शी ने पोलितब्यूरो की बैठक में हिस्सा लिया और महत्वपूर्ण निर्देश जारी किए।

पोलितब्यूरो को शी का संदेश

सोमवार को 24 सदस्यीय पोलितब्यूरो की समूह अध्ययन बैठक को संबोधित करते हुए शी ने भ्रष्टाचार विरोधी अभियान को और मजबूत करने की बात कही। उन्होंने कहा कि देश को एक “स्पष्ट, पारदर्शी और ट्रेसेबल” प्रक्रिया की आवश्यकता है, जो राष्ट्रीय भ्रष्टाचार विरोधी अभियान की निगरानी कर सके। यह टिप्पणी चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की स्थापना की 104वीं वर्षगांठ की पूर्व संध्या पर आई। शी ने जोर देकर कहा, “भ्रष्टाचार से लड़ने के लिए सत्ता के प्रयोग को नियंत्रित करना होगा। हमें सत्ता के अधिकार, प्रयोग और नियंत्रण को एकीकृत करने के लिए संस्थागत तंत्र को बेहतर बनाना होगा।”

जनता, पार्टी और कानून का सम्मान

शी ने पार्टी सदस्यों और अधिकारियों से जनता, पार्टी और कानून का सम्मान करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा, “सारी सत्ता जनता द्वारा दी जाती है। इसलिए हमें जनता, पार्टी, कानून और अनुशासन का सम्मान करना चाहिए।” इसके साथ ही, उन्होंने दशक पुराने आठ-सूत्रीय सादगी नियमों को कड़ाई से लागू करने की आवश्यकता पर बल दिया, जो 2012 में उनके सत्ता में आने के बाद शुरू किए गए थे। ये नियम पार्टी सदस्यों की भ्रष्ट और भोग-विलासी प्रवृत्तियों को नियंत्रित करने के लिए एक व्यापक शिक्षा अभियान का हिस्सा हैं।

सेना में उथल-पुथल और सैन्य अधिकारियों का निलंबन

पिछले कुछ समय में शी जिनपिंग ने पीएलए के कई वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों को निलंबित और निष्कासित किया है, जिसके बाद सेना में व्यापक असंतोष और उथल-पुथल की खबरें सामने आई हैं। इसी दौरान उनकी अनुपस्थिति की अफवाहें भी तेज हुईं। हालांकि, अब उनकी वापसी और आठ-सूत्रीय नियमों को फिर से लागू करने की बात से यह स्पष्ट होता है कि वह पार्टी और देश में अनुशासन को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

जनमत की निगरानी और “एडवांस पोस्ट”

शी ने कहा कि जनता की देखभाल और जनमत की निगरानी को “एडवांस पोस्ट” बनाना चाहिए। उन्होंने विभिन्न निगरानी तंत्रों में बेहतर समन्वय की आवश्यकता पर बल दिया। साथ ही, उन्होंने चीनी आधुनिकीकरण को एक कठिन कार्य बताते हुए कहा कि पार्टी को “अत्यंत जटिल प्रशासनिक वातावरण” का सामना करना पड़ रहा है। इस स्थिति में आत्म-सुधार की भावना को बनाए रखना और भी महत्वपूर्ण है।

अनुशासन के प्रति जीरो टॉलरेंस

शी जिनपिंग ने पार्टी अनुशासन को “लोहे जैसे नियम” के रूप में लागू करने की बात कही, जो “लोहे जैसे दांत” दिखा सकें। उन्होंने वरिष्ठ अधिकारियों, विशेषकर शीर्ष नेतृत्व, से इस प्रयास की अगुवाई करने और हर प्रकार की “अनहेल्दी टेंडेंसी” पर सख्ती से लगाम लगाने का आह्वान किया। शी ने यह भी कहा कि अनुशासन को केवल कागजी नियमों तक सीमित नहीं रखा जाना चाहिए, बल्कि इसे वास्तविक कार्रवाई में बदला जाना चाहिए।