राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा मंगलवार, 2 दिसंबर को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के एक महत्वपूर्ण दौरे पर हैं और इस दौरे को राज्य की विकास परियोजनाओं को गति देने और केंद्र तथा राज्य के बीच बेहतर तालमेल स्थापित करने के उनके प्रयासों के रूप में देखा जा रहा है. मुख्यमंत्री का यह दौरा ऐसे समय में हो रहा है जब राज्य सरकार की प्राथमिकताएं. तेजी से जमीन पर उतरने की तैयारी में हैं, जिसके लिए केंद्रीय समर्थन की आवश्यकता है. यह दौरा राजस्थान के भविष्य के आर्थिक और सामाजिक विकास के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित. हो सकता है, क्योंकि इसमें केंद्र सरकार के साथ विभिन्न स्तरों पर सहयोग के रास्ते तलाशे जाएंगे.
प्रधानमंत्री से संभावित मुलाकात
मुख्यमंत्री कार्यालय (CMO) के सूत्रों के अनुसार, भजनलाल शर्मा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात कर सकते हैं. यह मुलाकात कई मायनों में महत्वपूर्ण होगी, क्योंकि यह न केवल राज्य के प्रमुख एजेंडों. को राष्ट्रीय पटल पर लाएगी, बल्कि केंद्र और राज्य के बीच संबंधों को और मजबूत करेगी. मुख्यमंत्री शर्मा का मुख्य एजेंडा आगामी प्रवासी राजस्थानी सम्मेलन और बहुप्रतीक्षित पचपदरा रिफाइनरी के पूर्ण-स्तरीय शुभारंभ के लिए प्रधानमंत्री को औपचारिक रूप से आमंत्रित करना है. प्रधानमंत्री की उपस्थिति इन दोनों आयोजनों को एक राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय पहचान. प्रदान करेगी, जिससे राजस्थान की वैश्विक छवि और आर्थिक संभावनाओं को बल मिलेगा.
पचपदरा रिफाइनरी और प्रवासी राजस्थानी सम्मेलन
राजस्थान के इकोनॉमिक आउटलुक को बदलने की क्षमता रखने वाली पचपदरा रिफाइनरी का शुभारंभ राज्य सरकार के लिए एक बड़ी उपलब्धि होगी. यह परियोजना न केवल रोजगार के अवसर पैदा करेगी बल्कि राज्य के औद्योगिक विकास को भी नई दिशा देगी और मुख्यमंत्री शर्मा इस परियोजना के महत्व को रेखांकित करते हुए प्रधानमंत्री से इसके शीघ्र और सफल शुभारंभ के लिए समर्थन मांगेंगे. इसके अलावा, प्रवासी राजस्थानी सम्मेलन के माध्यम से सीएम शर्मा वैश्विक स्तर पर राजस्थान की छवि को मजबूत करना चाहते हैं और यह सम्मेलन दुनिया भर में फैले राजस्थानियों को एक मंच पर लाएगा, जिससे निवेश, पर्यटन और सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा मिलेगा. प्रधानमंत्री की उपस्थिति इस सम्मेलन को एक बड़ा राजनीतिक और आर्थिक बल प्रदान करेगी, जिससे यह आयोजन और भी सफल हो सकेगा.
केंद्रीय मंत्रियों से 'वन-टू-वन' बैठकें
सीएम भजनलाल शर्मा का यह दिल्ली दौरा विशेष रूप से विभिन्न केंद्रीय मंत्रियों के साथ 'वन-टू-वन' बैठकों पर केंद्रित है. लोकसभा सत्र के चलते मुख्यमंत्री संसद भवन परिसर में भी मंत्रियों से भेंट कर सकते हैं. इन बैठकों का उद्देश्य राज्य की विभिन्न विकास परियोजनाओं के लिए केंद्रीय सहायता सुनिश्चित करना और केंद्र पोषित योजनाओं के कार्यान्वयन में आने वाली बाधाओं को दूर करना है और इन मुलाकातों के माध्यम से मुख्यमंत्री राज्य के हितों को प्रभावी ढंग से प्रस्तुत करने और केंद्र से अधिकतम सहयोग प्राप्त करने का प्रयास करेंगे.
वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण के साथ चर्चा
इस दौरे के दौरान सबसे महत्वपूर्ण बैठकों में से एक वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण के साथ प्रस्तावित है. माना जा रहा है कि इस मुलाकात में राजस्थान की वित्तीय स्थिति, आगामी केंद्रीय बजट में राज्य की अपेक्षाओं, और केंद्र पोषित योजनाओं (CSS) के लिए फंड रिलीज में तेजी लाने जैसे मुद्दों पर गहन चर्चा होगी और मुख्यमंत्री राज्य के राजस्व संग्रह, व्यय पैटर्न और वित्तीय स्थिरता को मजबूत करने के लिए केंद्रीय सहायता की आवश्यकता पर जोर दे सकते हैं. इसके अतिरिक्त, राज्य के लिए विशेष वित्तीय पैकेज या अनुदान की संभावनाओं पर भी विचार-विमर्श हो सकता है, जो राजस्थान के विकास पथ को गति प्रदान करेगा.
पंचायती राज एवं मत्स्य पालन मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ लल्लन सिंह से संवाद
मुख्यमंत्री की एक और महत्वपूर्ण बैठक पंचायती राज एवं मत्स्य पालन मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ लल्लन सिंह के साथ प्रस्तावित है. इस मुलाकात में पंचायती राज से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर गहन चर्चा होगी, जिसमें स्थानीय स्वशासन को मजबूत करने के. लिए केंद्रीय योजनाओं की प्रगति और राज्य के विकास के लिए पंचायती राज संस्थाओं की भूमिका पर विमर्श शामिल है. मुख्यमंत्री पंचायती राज संस्थाओं को और अधिक सशक्त बनाने, उनके वित्तीय संसाधनों को बढ़ाने और. ग्रामीण विकास में उनकी भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए केंद्रीय समर्थन की मांग कर सकते हैं. मत्स्य पालन क्षेत्र में भी राज्य की संभावनाओं और केंद्रीय. योजनाओं के माध्यम से इसके विकास पर चर्चा हो सकती है.
अन्य प्रमुख क्षेत्रों पर फोकस
इन विशिष्ट बैठकों के अलावा, मुख्यमंत्री का दिल्ली दौरा वर्तमान में चल रही जल संसाधन, ऊर्जा, मेट्रो, शहरी विकास, कृषि, और कौशल विकास जैसे प्रमुख क्षेत्रों की योजनाओं की प्रगति की समीक्षा करने और केंद्र से आगामी परियोजनाओं के लिए सहयोग सुनिश्चित करने पर भी केंद्रित है. राजस्थान में जल संकट एक बड़ी चुनौती है, और मुख्यमंत्री केंद्रीय जल शक्ति मंत्रालय से इस संबंध में सहयोग की उम्मीद कर रहे हैं. ऊर्जा क्षेत्र में नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं को बढ़ावा देने और राज्य की ऊर्जा सुरक्षा सुनिश्चित करने पर भी चर्चा हो सकती है. मेट्रो और शहरी विकास परियोजनाओं के लिए भी केंद्रीय वित्तपोषण और तकनीकी सहायता महत्वपूर्ण होगी, खासकर राज्य के तेजी से बढ़ते शहरी केंद्रों के लिए. कृषि और कौशल विकास के क्षेत्र में केंद्र की योजनाओं का प्रभावी कार्यान्वयन राज्य की ग्रामीण अर्थव्यवस्था और युवा रोजगार के लिए महत्वपूर्ण है, जिस पर विशेष ध्यान दिया जाएगा.
'विजन मोदी': सीएम की विकास की परिभाषा
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा लगातार यह बात दोहराते रहे हैं कि केंद्र सरकार से सहयोग ही राज्य की प्रगति का मूल मंत्र है और उन्होंने कहा है, 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व और विजन के तहत, प्रदेश को केंद्र सरकार से लगातार सहयोग मिला है. हमारा लक्ष्य है कि केंद्र की योजनाओं को तेजी से लागू कर राजस्थान को देश के अग्रणी राज्यों की श्रेणी में लाया जाए. ' सीएम शर्मा का यह बयान स्पष्ट करता है कि वह राज्य के विकास को केंद्र के 'विजन इंडिया' से जोड़कर आगे बढ़ाना चाहते हैं, और यह दिल्ली दौरा उसी दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है और यह दौरा राजस्थान के लिए केंद्र से आवश्यक समर्थन और संसाधनों को जुटाने का एक महत्वपूर्ण अवसर है, जिससे राज्य एक नए विकास पथ पर अग्रसर हो सके.