Rahul Gandhi News: गुजरात में विधानसभा चुनाव होने में अभी ढाई साल का समय शेष है, लेकिन कांग्रेस ने अपनी तैयारियां अभी से शुरू कर दी हैं। इसी क्रम में कांग्रेस नेता राहुल गांधी गुजरात के दौरे पर हैं और उन्होंने पार्टी संगठन को लेकर कड़े संदेश दिए हैं। शनिवार को राहुल गांधी ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं की बैठक में अपनी ही पार्टी के नेताओं पर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा, "कांग्रेस में बब्बर शेर हैं, लेकिन सब चेन से बंधे हैं। गुजरात में दो तरह के कांग्रेस कार्यकर्ता हैं—कुछ जनता से कटे हुए हैं, और कुछ ऐसे हैं जो पार्टी को आगे ले जाने के लिए तत्पर हैं। यदि संगठन को मजबूत करने के लिए कुछ लोगों को हटाना भी पड़े, तो हटाने से पीछे नहीं हटना चाहिए।"
गुजरात में कांग्रेस के पुनर्गठन की पहल
राहुल गांधी ने शुक्रवार को 2027 के विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए दो दिवसीय गुजरात दौरा शुरू किया। इस दौरान उन्होंने राज्य की कांग्रेस इकाई में बड़े बदलाव के संकेत दिए और बीजेपी को हराने के लिए एक ठोस योजना लागू करने का आश्वासन दिया।
गांधी अहमदाबाद पहुंचने के बाद सीधे गुजरात कांग्रेस के मुख्यालय गए, जहां उन्होंने विभिन्न स्तरों के पार्टी नेताओं के साथ बैठकें कीं। उन्होंने कहा, "रेस में बारात के घोड़े डाल दिए गए हैं और अब कार्रवाई का समय आ गया है। यदि 30-40 लोगों को हटाना जरूरी हो, तो ऐसा करने में संकोच नहीं करना चाहिए।"
कांग्रेस को जनता के बीच मजबूत करने की रणनीति
राहुल गांधी ने अपने संबोधन में कहा, "मैं गुजरात के युवाओं, किसानों, छोटे व्यापारियों और बहनों के लिए आया हूं। मैंने खुद से पूछा कि मेरी और कांग्रेस पार्टी की क्या जिम्मेदारी है? पिछले 30 वर्षों से हम गुजरात में सत्ता से बाहर हैं। जब तक हम अपनी जिम्मेदारी को पूरी तरह निभाने में सक्षम नहीं होंगे, तब तक गुजरात की जनता हमें विजयी नहीं बनाएगी। जिस दिन हमने अपनी जिम्मेदारी पूरी कर ली, उसी दिन गुजरात की जनता कांग्रेस को अपना समर्थन दे देगी।"
बीजेपी के गढ़ में सेंध लगाने की रणनीति
गुजरात भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) का गढ़ माना जाता है और 1995 से पार्टी यहां सत्ता में है। कांग्रेस के लिए राज्य में वापसी करना एक चुनौतीपूर्ण कार्य है। हाल ही में राहुल गांधी ने कांग्रेस के जिला और शहर अध्यक्षों के साथ बैठक की थी, जिसमें उन्होंने पार्टी संगठन को मजबूत करने पर जोर दिया। इसके अलावा, उन्होंने 400 से अधिक तालुका और नगर पालिका प्रमुखों से भी बातचीत की।बैठकों के बाद कांग्रेस महासचिव के.सी. वेणुगोपाल ने कहा, "इस बैठक का उद्देश्य गुजरात में पार्टी संगठन को मजबूत करना था। राहुल गांधी ने प्रखंड, जिला और राज्य स्तर के पार्टी नेताओं से उनकी राय ली है। हमारा पूरा ध्यान संगठन को मजबूत करने पर केंद्रित है, और हम स्थानीय नेताओं की सहभागिता को प्राथमिकता दे रहे हैं।"
निष्कर्ष
राहुल गांधी के इस दौरे से स्पष्ट है कि कांग्रेस 2027 के गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए पूरी तरह से सक्रिय हो चुकी है। संगठन में बदलाव और कार्यकर्ताओं को नई दिशा देने की रणनीति पर जोर दिया जा रहा है। यह देखना दिलचस्प होगा कि कांग्रेस की यह नई रणनीति आगामी चुनावों में क्या प्रभाव डालती है और क्या पार्टी बीजेपी के गढ़ में सेंध लगाने में सफल हो पाती है।