दिल्ली में सोमवार शाम लाल किले के पास एक कार में हुए भीषण धमाके के बाद पड़ोसी राज्य हरियाणा में तत्काल प्रभाव से 'हाई अलर्ट' जारी कर दिया गया है। इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना में कम से कम आठ लोगों की मौत हो गई और कई वाहन जलकर खाक हो गए। दिल्ली में हुई इस त्रासदी के मद्देनजर, हरियाणा सरकार और पुलिस प्रशासन ने राज्य भर में सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए व्यापक कदम उठाए हैं, विशेष रूप से राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) के तहत आने वाले जिलों में।
दिल्ली में भयावह कार धमाका
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली सोमवार शाम एक भयावह घटना की गवाह बनी, जब लाल किले के पास एक कार में जोरदार धमाका हुआ और इस धमाके की तीव्रता इतनी अधिक थी कि आसपास खड़े कई वाहन आग की चपेट में आकर जलकर खाक हो गए। प्रारंभिक रिपोर्टों के अनुसार, इस दुखद घटना में कम से कम आठ लोगों की जान चली गई, जिससे पूरे क्षेत्र में दहशत और चिंता का माहौल बन गया। यह घटना दिल्ली की सुरक्षा व्यवस्था पर एक गंभीर सवाल खड़ा करती है और पड़ोसी राज्यों को भी सतर्क रहने पर मजबूर करती है।
हरियाणा में तत्काल 'हाई अलर्ट'
दिल्ली में हुए इस घातक धमाके के तुरंत बाद, हरियाणा राज्य में सोमवार शाम को ही 'हाई अलर्ट' घोषित कर दिया गया। यह कदम दिल्ली से हरियाणा की भौगोलिक निकटता और संभावित सुरक्षा खतरों को देखते हुए उठाया गया है। राज्य के उन सभी जिलों में विशेष सतर्कता बरती जा रही है जो। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) का हिस्सा हैं, जैसे गुरुग्राम, फरीदाबाद, सोनीपत और झज्जर। इन जिलों में सुरक्षा एजेंसियों को अतिरिक्त चौकसी बरतने के निर्देश दिए गए हैं ताकि किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके।
डीजीपी ओ पी सिंह का महत्वपूर्ण बयान
हरियाणा के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) ओ पी सिंह ने 'एक्स' (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट के माध्यम से जनता को सूचित किया कि दिल्ली की घटना के मद्देनजर पूरे हरियाणा में हाई अलर्ट जारी किया गया है और उन्होंने लोगों से शांति बनाए रखने और किसी भी तरह की अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की। डीजीपी ने यह भी आग्रह किया कि यदि किसी को कोई संदिग्ध व्यक्ति। या लावारिस वस्तु दिखाई दे, तो तुरंत आपातकालीन हेल्पलाइन '112' पर इसकी सूचना दें। उन्होंने आश्वस्त किया कि सभी पुलिस अधिकारी अपने-अपने क्षेत्रों में पूरी तरह से तैनात हैं और स्थिति पर कड़ी नजर रख रहे हैं।
सुरक्षा उपायों का व्यापक क्रियान्वयन
डीजीपी ओ पी सिंह ने विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि राज्य भर में सुरक्षा उपायों को कड़ा कर दिया गया है। अंतरराज्यीय सीमाओं पर वाहनों की सघन जांच की जा रही है ताकि किसी भी संदिग्ध गतिविधि या व्यक्तियों की आवाजाही को रोका जा सके। इसके अतिरिक्त, सार्वजनिक परिवहन के साधनों, जैसे बस स्टैंड और रेलवे स्टेशनों, पार्किंग क्षेत्रों, होटलों और धर्मशालाओं की भी गहन जांच की जा रही है। इन स्थानों पर भीड़भाड़ अधिक होती है, इसलिए यहां विशेष सतर्कता बरतना आवश्यक है।
एनसीआर और सीमावर्ती जिलों में विशेष सतर्कता
एक आधिकारिक बयान में हरियाणा सरकार ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश जारी किए हैं कि वे दिल्ली की सीमा से सटे जिलों में विशेष सतर्कता बरतें। इन जिलों में सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत किया गया है ताकि दिल्ली से सटे होने के कारण उत्पन्न होने वाले किसी भी संभावित खतरे का प्रभावी ढंग से सामना किया जा सके। भीड़भाड़ वाले सार्वजनिक स्थानों, बाजारों, शॉपिंग मॉल्स और राज्य के ऐतिहासिक स्थलों पर भी। विशेष चौकसी बरती जा रही है, जहां बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा होते हैं।
अफवाहों से बचने की अपील
सुरक्षा एजेंसियों और सरकार ने जनता से अपील की है कि वे किसी भी तरह की अफवाहों पर ध्यान न दें और केवल आधिकारिक स्रोतों से मिली जानकारी पर ही भरोसा करें। अफवाहें अक्सर भय और भ्रम पैदा करती हैं, जिससे स्थिति और बिगड़ सकती है। दिल्ली में भी इस घटना के बाद हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है, और दोनों राज्यों की पुलिस एजेंसियां। आपसी समन्वय से काम कर रही हैं ताकि स्थिति को नियंत्रण में रखा जा सके और शांति व्यवस्था बनी रहे।
फरीदाबाद में विस्फोटक की बड़ी बरामदगी
यह धमाका फरीदाबाद से एक कश्मीरी चिकित्सक के मकान से लगभग 360 किलोग्राम संदिग्ध अमोनियम नाइट्रेट तथा हथियारों और गोलाबारूद का जखीरा बरामद होने के कुछ ही घंटों बाद हुआ। यह बरामदगी दिल्ली में हुए धमाके के संदर्भ में सुरक्षा एजेंसियों के लिए एक बड़ी चिंता का विषय है। फरीदाबाद, हरियाणा का एक प्रमुख शहर है और दिल्ली से सटा हुआ है, जिससे इस बरामदगी का महत्व और बढ़ जाता है।
आतंकी मॉड्यूल का पर्दाफाश और गिरफ्तारियां
इस घटना से 15 दिन पहले चलाए गए एक अभियान के बाद, अधिकारियों ने जैश-ए-मोहम्मद और अंसार गजवत-उल-हिंद से जुड़े एक सफेदपोश आतंकी मॉड्यूल का पर्दाफाश किया था और इस अभियान के तहत कश्मीर के डॉ. मुजम्मिल गनी सहित तीन चिकित्सकों समेत कुल आठ लोगों को गिरफ्तार किया गया था। अधिकारियों ने बताया कि इस मॉड्यूल से 2,900 किलोग्राम विस्फोटक जब्त किया गया था, जो इसकी खतरनाक क्षमता को दर्शाता है। यह आतंकी मॉड्यूल कश्मीर, हरियाणा और उत्तर प्रदेश तक फैला हुआ। था, जिससे यह स्पष्ट होता है कि यह एक व्यापक नेटवर्क था। इन गिरफ्तारियों और बरामदगी के बाद भी दिल्ली में धमाका होना, सुरक्षा एजेंसियों के लिए एक बड़ी चुनौती पेश करता है और उन्हें अपनी सतर्कता और जांच को और तेज करने की आवश्यकता है।