राजस्थान / झुंझुनूं में रसद विभाग की प्रवर्तन निरीक्षक दो दिन से धरने पर, बोलीं- अधिकारी सुनते ही नहीं

अपने खिलाफ चल रही जांच समेत अनेक प्रकरणों का बरसों से निस्तारण नहीं होने से परेशान रसद विभाग की प्रवर्तन अधिकारी अनामिका दूसरे दिन भी कलेक्ट्रेट के बाहर धरने पर बैठी रही। अनामिका ने बताया कि तीन साल पहले तत्कालीन जिला परिषद एसीईओ और कार्यवाहक रसद अधिकारी रामरतन सौकरिया ने डीलरों का डेटा ऑनलाइन समय पर फीड नहीं करने के मामले में उन पर व्यक्तिगत टिप्पणी करते हुए आरोप लगाए थे।

अपने खिलाफ चल रही जांच समेत अनेक प्रकरणों का बरसों से निस्तारण नहीं होने से परेशान रसद विभाग की प्रवर्तन अधिकारी अनामिका दूसरे दिन भी कलेक्ट्रेट के बाहर धरने पर बैठी रही। अनामिका ने बताया कि तीन साल पहले तत्कालीन जिला परिषद एसीईओ और कार्यवाहक रसद अधिकारी रामरतन सौकरिया ने डीलरों का डेटा ऑनलाइन समय पर फीड नहीं करने के मामले में उन पर व्यक्तिगत टिप्पणी करते हुए आरोप लगाए थे।

इस मामले में अनामिका ने प्रमुख शासन सचिव, रसद विभाग के शासन सचिव, कार्मिक विभाग के प्रमुख सचिव को उनके खिलाफ की गई जांच की रिपोर्ट देने के लिए कई पत्र लिखे, लेकिन सुनवाई नहीं हुई। रावतसर में रहते हुए वहां के तत्कालीन एसडीएम अवि शर्मा ने कई दिनों तक उनके उपस्थिति रजिस्टर में लीव व क्रॉस लगा दिए। वहां के कलेक्टर ने तीन एडीएम को जांच दी, जो अभी तक नहीं हुई। अक्टूबर 2018 में सीएल के मामले में अभिशंसा वाली पत्रवाली का निस्तारण नहीं किया गया।

अनामिका का कहना है कि जांच की रिपोर्ट तो छोड़ीए, वेतन वृद्धि, बकाया वेतन का भुगतान आज तक नहीं मिला। इनके निस्तारण के लिए रसद विभाग, कार्मिक विभाग समेत प्रमुख शासन सचिव को बहुत पत्र लिखे, लेकिन सुनवाई नहीं हुई। मुख्यमंत्री जनसंपर्क पोर्टल, पीएम पोर्टल शिकायत की, लेकिन कहीं से भी न्याय नहीं मिला तो मुझे मजबूर होकर धरने पर बैठना पड़ा।