Rajasthan Crime News / नागौर कोर्ट के बाहर दिनदहाड़े फायरिंग, गैंगस्टर संदीप शेट्टी की हत्या, सामने आया वीडियो

राजस्थान (Rajasthan) में नागौर कोर्ट परिसर में दिनदहाड़े गैंगवार देखने को मिला. दरअसल कुछ बदमाश बाइक पर सवार होकर कोर्ट पहुंचे और वहां हरियाणा के गैंगस्टर संदीप सेठी (Sandeep Sethi) को गोलियों से भून दिया. बदमाशों ने संदीप पर कई फायर किए जिससे उसकी मौत हो गई. वहीं इस घटना में एक वकील और 3 बदमाशों को भी गोलियां लगी है. जिनका फिलहाल इलाज किया जा रहा है. पुलिस ने मौके से कारतूस के करीब 10 से अधिक खोल बरामद किए हैं.

Rajasthan Crime News: राजस्थान (Rajasthan) में नागौर (Nagaur) कोर्ट परिसर में दिनदहाड़े गैंगवार देखने को मिला. दरअसल कुछ बदमाश बाइक पर सवार होकर कोर्ट पहुंचे और वहां हरियाणा के गैंगस्टर संदीप सेठी (Sandeep Sethi) को गोलियों से भून दिया. बदमाशों ने संदीप पर कई फायर किए जिससे उसकी मौत हो गई. वहीं इस घटना में एक वकील और 3 बदमाशों को भी गोलियां लगी है. जिनका फिलहाल इलाज किया जा रहा है. पुलिस ने मौके से कारतूस के करीब 10 से अधिक खोल बरामद किए हैं.

गवाही के लिए कोर्ट पहुंचा था संदीप

मामले की जानकारी देते हुए नागौर के ASP राजेश मीणा ने बताया कि,  गैंगस्टर संदीप सेठी एक मुकदमें में जेल बंद था 2 दिन पहले उसकी ज़मानत हुई थी. आज वह किसी मुकदमें के सिलसिले में कोर्ट आया था. वहीं कोर्ट के बाहर निकलते वक्त संदीप पर अचानक कुछ बदमाशों ने फायरिंग कर दी. जिसमें उसकी मौत हो गई. जबकि संदीप के साथ मौजूद दो लोग घायल हो गए. पुलिस का कहना है कि ये शूटर्स हरियाणा के हो सकते हैं.

संदीप की मौत, चार घायल

वहीं कार्यवाहक एडीजी लॉ एंड ऑर्डर वीके सिंह ने बताया कि इस गैंगवार में गैंगस्टर संदीप शेट्टी के एक साथी को भी गोली लगी है. वहीं एक गोली कोर्ट के बाहर खड़े एक वकील को भी छूकर निकल गई. घटना के बाद सभी को नागौर के जेएलएन अस्पताल ले जाया गया. जहां संदीप सेठी की मौत हो गई. वहीं संदीप के साथी को पुलिस ने डिटेन कर अस्पताल पहुंचाया. घटना की सूचना मिलने पर एसपी राममूर्ति जोशी, एडिशनल एसपी राजेश मीणा सहित पुलिस के अधिकारी मौके पर पहुंचे. फिलहाल आरोपी पुलिस की पकड़ से बाहर है.

ये घटना जंगलराज का सबूत है – हनुमान बेनीवाल

सांसद हनुमान बेनीवाल ने कहा कि नागौर शहर में न्यायालय परिसर में सरेआम फायरिंग करके एक व्यक्ति की हत्या कर देने की घटना दुर्भाग्यपूर्ण है. उन्होंने कहा कि जिला पुलिस अधीक्षक का आवास इस न्यायालय परिसर से महज 50 मीटर और कलेक्टर, एसपी का कार्यालय महज 100 मीटर दूर है. ऐसे में इस पूरे मामले में पुलिस और प्रशासन की जिम्मेदारी तय की जाए. उन्होंने कहा कि नागौर सहित प्रदेश में बढ़ता अपराध चिंता का विषय है. प्रदेश की कानून व्यवस्था वेंटिलेटर पर है और इस प्रकार की घटनाएं राजस्थान में जंगलराज होने का प्रमाण है. जिले में खनन माफिया सक्रिय है.