कर्नाटक / हिजाब पहनकर कॉलेज आई छात्राओं को लौटाया गया, शिक्षा मंत्री बोले, 'सिर्फ यूनिफॉर्म की है इजाजत'

Zoom News : May 28, 2022, 04:56 PM
दक्षिण कन्नड़ (कर्नाटक)। दक्षिण कन्नड़ जिले के एक कॉलेज के अधिकारियों ने शनिवार को हिजाब पहनकर आई छात्राओं को वापस घर भेज दिया। कर्नाटक के शिक्षा मंत्री बी। सी। नागेश की ओर से यह बयान देने के बाद कि कक्षाओं के अंदर केवल वर्दी पहनने वाले छात्रों को ही अनुमति है, यह फैसला लिया गया है। घटना मंगलौर के यूनिवर्सिटी कॉलेज की है। इससे पहले कॉलेज ने सिंडिकेट के फैसले के तहत हिजाब पहनने पर रोक लगा दी थी। हालांकि अधिकांश मुस्लिम छात्राएं शनिवार को बिना हिजाब के कक्षाओं में शामिल हुईं, लेकिन 12 छात्राएं हिजाब पहनकर कॉलेज पहुंची थीं।

उन्होंने उन्हें हिजाब के साथ ही कक्षाओं में जाने की अनुमति देने पर जोर दिया। हालांकि, कॉलेज के प्रिंसिपल ने उन्हें कक्षाओं में जाने से रोक दिया और उन्हें पुस्तकालय जाने की अनुमति भी नहीं दी गई, जिसके बाद छात्राएं घर लौट आईं। जिस तरह से जिले में हिजाब विवाद एक फिर से जोर पकड़ रहा है, कॉलेज विकास समिति ने छात्राओं को हिजाब वॉशरूम या किसी खाली कक्ष में उतारने और फिर कक्षाओं में भाग लेने की अनुमति देने का निर्णय लिया है।

कर्नाटक के शिक्षा मंत्री ने क्या कहा?

हिजाब विवाद के बीच कर्नाटक के शिक्षा मंत्री बी।सी। नागेश ने शनिवार को कहा कि राज्य भर के स्कूल और कॉलेजों में सिर्फ यूनिफॉर्म की अनुमति है। उन्होंने आगे कहा कि इस मुद्दे को लेकर कर्नाटक उच्च न्यायालय के आदेश का पालन किया जाना चाहिए। राज्य शिक्षा मंत्री का यह बयान ऐसे समय में सामने आया है, जब मंगलौर के यूनिवर्सिटी कॉलेज के सैकड़ों छात्र कक्षा में हिजाब पहनने के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे है।


छात्रों ने किया विरोध-प्रदर्शन

कोर्ट और सरकार के आदेश के बावजूद छात्रों ने हिजाब को इजाजत देने पर अधिकारियों के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन किया। शनिवार को अपने बयान में, शिक्षा मंत्री ने विपक्षी कांग्रेस पर छात्रों और राज्य में पाठ्यपुस्तक संशोधन विवाद को लेकर भ्रम पैदा करने का आरोप लगाया। कांग्रेस के शीर्ष नेताओं सिद्धारमैया और आर मल्लिकार्जुन खड़गे ने हिजाब विवाद के सिलसिले में राज्य की सत्तारूढ़ भाजपा पर तीखा हमला किया था।

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