गोवा में हुए भीषण नाइटक्लब अग्निकांड के बाद प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई करते हुए क्लब के मालिकों सौरभ और गौरव लूथरा के पासपोर्ट सस्पेंड कर दिए हैं। यह कदम 6 दिसंबर की रात को बिर्च बाय रोमियो लेन नाइट क्लब में लगी आग में 25 लोगों की दुखद मौत के बाद उठाया गया है और सरकार अब इन दोनों मालिकों के पासपोर्ट को स्थायी रूप से रद्द करने की तैयारी में है, जिन्होंने आग लगने के तुरंत बाद देश छोड़ने का प्रयास किया था।
भीषण अग्निकांड और उसके बाद की कार्रवाई
6 दिसंबर की रात गोवा के बिर्च बाय रोमियो लेन नाइट क्लब में लगी आग ने पूरे देश को झकझोर दिया था और इस भयावह घटना में 25 बेगुनाह लोगों की जान चली गई। घटना के बाद से ही पुलिस और प्रशासन हरकत में आ गया। पुलिस ने अब तक इस मामले में 6 लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें क्लब का एक पार्टनर भी शामिल है। इसके अलावा, प्रशासन ने रोमियो लेन की एक अन्य प्रॉपर्टी को भी बुलडोजर से गिरा दिया है, जो यह दर्शाता है कि सरकार अवैध निर्माण और सुरक्षा मानकों की अनदेखी के प्रति कितनी गंभीर है। यह कार्रवाई यह भी संदेश देती है कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सख्त कदम उठाए जाएंगे।
पासपोर्ट रद्द करने की प्रक्रिया
गोवा पुलिस की पहल पर भारत सरकार ने लूथरा ब्रदर्स के खिलाफ सख्त एक्शन लिया है। सौरभ और गौरव लूथरा के पासपोर्ट को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया गया है। यह कार्रवाई इस बात का संकेत है कि सरकार ऐसे मामलों में किसी भी तरह की ढिलाई बर्दाश्त नहीं करेगी, खासकर जब आरोपी देश छोड़कर भागने की कोशिश करें और पासपोर्ट सस्पेंड होने के बाद अब अगला कदम उनके पासपोर्ट को पूरी तरह से रद्द करने का होगा, जिससे वे किसी भी देश की यात्रा नहीं कर पाएंगे। यह कदम उन्हें कानूनी प्रक्रिया से बचने से रोकेगा और उन्हें भारत में ही रहकर जांच का सामना करना पड़ेगा।
गोवा नाइटक्लब आग मामले में विदेश मंत्रालय क्लब के मालिकों सौरभ लूथरा। और गौरव लूथरा के पासपोर्ट रद्द करने की तैयारी में जुट गया है। गोवा सरकार की तरफ से विदेश मंत्रालय को इस संबंध में एक औपचारिक लेटर भेजा गया है। मंत्रालय अब भारत के पासपोर्ट एक्ट के नियमों के अनुसार उनकी रिक्वेस्ट की जांच कर रहा है। शुरुआती एक्शन के तौर पर उनके पासपोर्ट को सस्पेंड कर दिया गया है, लेकिन अंतिम लक्ष्य उन्हें रद्द करना है। पासपोर्ट रद्द होने से लूथरा बंधुओं की विदेश यात्रा पर पूरी तरह से। रोक लग जाएगी, जिससे उन्हें भारत में ही कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा। यह प्रक्रिया सुनिश्चित करेगी कि कोई भी व्यक्ति गंभीर अपराधों के बाद देश से भाग न सके।
देश छोड़ने की कोशिश और खुलासे
नाइट क्लब आग मामले में हर रोज नए-नए खुलासे हो रहे हैं, जो इस घटना की गंभीरता को और बढ़ा रहे हैं। जांच में सामने आया है कि आग लगने के कुछ ही समय बाद क्लब मालिकों ने देश छोड़ने की तैयारी शुरू कर दी थी। क्लब के मालिक सौरभ और गौरव लूथरा ने 7 दिसंबर को सुबह करीब 1 बजे फुकेट के लिए टिकट बुक किया था। यह तथ्य उनके भागने के इरादे को स्पष्ट रूप से दर्शाता है और पुलिस की कार्रवाई को सही ठहराता है और दिल्ली की एक कोर्ट ने बुधवार को दोनों को गिरफ्तारी से कोई अंतरिम सुरक्षा देने से इनकार कर दिया, जबकि उनके पार्टनर को पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया था। कोर्ट में, लूथरा के वकील ने इन आरोपों का खंडन किया कि वे भाग गए थे और दावा किया कि यह यात्रा एक बिजनेस मीटिंग के लिए थी। उन्होंने यह भी तर्क दिया कि भाई केवल लाइसेंसधारी हैं, नाइट क्लब के असली मालिक नहीं। हालांकि, इन तर्कों को कोर्ट ने स्वीकार नहीं किया।
गिरफ्तारियां और आगे की जांच
गोवा नाइट क्लब मामले में अब तक पुलिस ने कुल 6 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है और इन गिरफ्तारियों में क्लब का एक पार्टनर अजय गुप्ता भी शामिल है, जो दिल्ली का रहने वाला है। कोर्ट में पेश किए जाने के बाद अजय गुप्ता को 36 घंटे की ट्रांजिट रिमांड। पर भेज दिया गया है, जिससे पुलिस उसे गोवा ले जाकर आगे की पूछताछ कर सके। इसके अलावा, नाइट क्लब के चीफ जनरल मैनेजर राजीव मोदक, जनरल मैनेजर विवेक सिंह, बार मैनेजर राजीव सिंघानिया, गेट मैनेजर रियांशु ठाकुर और एक कर्मचारी भरत कोहली को भी गिरफ्तार किया गया है। इन सभी गिरफ्तारियों से यह स्पष्ट होता है कि पुलिस इस मामले की तह तक। जाने और सभी जिम्मेदार व्यक्तियों को कानून के कटघरे में लाने के लिए प्रतिबद्ध है। जांच अभी जारी है और उम्मीद है कि और भी खुलासे होंगे।