Bihar Elections 2025 / हेमंत सोरेन की झामुमो का यू-टर्न: बिहार चुनाव से खुद को किया अलग, राजद-कांग्रेस पर 'साजिश' का आरोप

हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाली झामुमो ने बिहार विधानसभा चुनाव नहीं लड़ने का ऐलान किया है। पार्टी ने पहले अकेले चुनाव लड़ने की घोषणा की थी, लेकिन सीट बंटवारे पर राजद और कांग्रेस के साथ गतिरोध के बाद यह फैसला लिया। झामुमो ने कांग्रेस और राजद पर 'राजनीतिक साजिश' का आरोप लगाया है।

हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाली झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने बिहार विधानसभा चुनाव से खुद को अलग करने का बड़ा ऐलान किया है। यह फैसला तब आया जब पार्टी ने पहले अकेले चुनाव लड़ने की घोषणा की थी, लेकिन सीट बंटवारे को लेकर राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और कांग्रेस के साथ चल रहे गतिरोध के कारण अब वह चुनाव में हिस्सा नहीं लेगी।

सीट बंटवारे पर गतिरोध और 'साजिश' का आरोप

बिहार में सीट बंटवारे पर जारी गतिरोध के बीच, झामुमो ने कांग्रेस और राजद पर 'राजनीतिक साजिश' का आरोप लगाया है। झारखंड के पर्यटन मंत्री कुमार ने कहा, "राजद और कांग्रेस एक राजनीतिक साजिश के तहत झामुमो को चुनाव लड़ने से वंचित करने के लिए जिम्मेदार हैं और झामुमो इसका करारा जवाब देगा और राजद व कांग्रेस के साथ अपने गठबंधन की समीक्षा करेगा। " यह बयान उस समय आया है जब झामुमो ने शनिवार (अक्टूबर 18, 2025) को छह विधानसभा। क्षेत्रों - चकाई, धमदाहा, कटोरिया, मनिहारी, जमुई और पीरपैंती - पर चुनाव लड़ने की घोषणा की थी। इन सीटों पर नामांकन पत्र जमा करने की अंतिम तिथि सोमवार (20 अक्टूबर, 2025) थी।

झारखंड की सियासत पर असर

झामुमो के इस फैसले का असर झारखंड की सियासत पर भी देखने को मिल सकता है। राजनीतिक जानकारों का मानना है कि झामुमो के साथ बिहार चुनाव में 'धोखा' हुआ है, जिससे भविष्य में झारखंड में सत्तारूढ़ गठबंधन के भीतर संबंधों में तनाव आ सकता है। पार्टी ने स्पष्ट किया है कि वह अपने गठबंधन की 'समीक्षा' करेगी।

बिहार चुनाव की तारीखें

बिहार की 243 विधानसभा सीटों पर 2 चरणों में चुनाव होंगे। राज्य में 6 नवंबर और 11 नवंबर को वोट डाले। जाएंगे, जबकि चुनाव के परिणाम 14 नवंबर को घोषित किए जाएंगे। झामुमो का यह यू-टर्न बिहार चुनाव के राजनीतिक समीकरणों में एक नया मोड़ लाया है।