Rajasthan / राजस्थान फोन टेपिंग मामले में आया नया मोड़, गृह मंत्रालय ने मांगी रिपोर्ट

Zoom News : Jul 18, 2020, 10:21 PM
Rajasthan:राजस्थान की सियासी सरगर्मी की आंच दिल्‍ली तक पहुंच गई है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने राजस्‍थान के मुख्‍य सचिव से फोन टैपिंग मामले पर रिपोर्ट तलब कर ली है। राजस्थान में सियासी खींचतान के बीच केंद्रीय गृह मंत्रालय ने फोन टेपिंग मामले में राज्य के प्रमुख सचिव से रिपोर्ट मांगी है। सूत्रों ने बताया कि मामले में गृह मंत्रालय ने राजस्था के प्रमुख सचिव से रिपोर्ट तलब की है। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने इसे प्राइवेसी का हनन बताया था।

उधर, मुख्‍यमंत्री अशोक गहलोत ने शाम को राज्‍यपाल कलराज मिश्र से मिलने राजभवन पहुंचे जिससे तमाम अटकलें लगाई जाने लगीं। वहीं भाजपा नेता अशोक सिंह और भारत मलानी ने फोन टैपिंग मामले की जांच के लिए अपनी आवाज के नमूने (Voice Sample) देने से इनकार कर दिया है। बता दें कि कथ‍ित खरीद फरोख्‍त के सनसनीखेज ऑडियो टेप सामने आने के बाद राजस्थान कांग्रेस और भाजपा दोनों आमने-सामने आ गए हैं। राजस्थान एसओजी भी इस मामले की तेजी से छानबीन में जुट गई है। 

इससे पहले राजस्थान में विधायकों की खरीद-फरोख्त से जुड़े वायरल ऑडियो क्लिप के मामले में आरोपियों ने वॉयस सैंपल देने से इनकार कर दिया था। सचिन पायलट के बागी तेवर अख्तियार करने के बाद राजस्थान में विधायकों की खरीद-फरोख्त से जुड़े ऑडियो क्लिप वायरल हुए थे। इसमें अशोक सिंह और भरत मलानी को आरोपी बनाया गया है। हालांकि अदालत के आदेश के बावजूद आरोपियों ने वॉयस सैंपल देने से मना कर दिया है। इसके बाद इसमें अब कोर्ट आगे का फैसला सुनाएगी।

बीजेपी ने बताया था प्राइवेसी का हनन

बता दें कि जिस टेप को लेकर कांग्रेस बीजेपी का पर्दाफाश करने का दावा कर रही थी, बीजेपी ने उस पर ही सवाल खड़े किए थे। बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा था कि राजस्थान सरकार सबकी प्राइवेसी का हनन कर रही है। जब राज्य में लोग कोरोना काल में वेंटिलेटर के लिए तरस रहे हैं तो कांग्रेस विधायक स्विमिंग पूल में स्विमिंग कर रहे हैं।

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