Hong Kong Fire / हॉन्गकॉन्ग अग्निकांड: ताई पो में भीषण आग से 44 की मौत, 279 घायल; 35 मंजिला इमारतों में फैली लपटें

हॉन्गकॉन्ग के ताई पो में एक बड़े रिहायशी कॉम्प्लेक्स में लगी भीषण आग में 44 लोगों की मौत हो गई और 279 घायल हो गए। 35 मंजिला आठ इमारतों में बांस के मचान से शुरू हुई आग तेज हवाओं के कारण तेजी से फैली। यह दशकों में हॉन्गकॉन्ग की सबसे घातक आग है।

हॉन्गकॉन्ग के ताई पो इलाके में बुधवार को एक बड़े रिहायशी कॉम्प्लेक्स में लगी भीषण आग ने पूरे शहर को झकझोर कर रख दिया है। इस भयावह हादसे में अब तक 44 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 279 लोग घायल हुए हैं और यह घटना हॉन्गकॉन्ग के इतिहास में पिछले कई दशकों की सबसे घातक आग मानी जा रही है, जिसने एक विशाल आवासीय परिसर को अपनी चपेट में ले लिया। आग की लपटें इतनी तेजी से फैलीं कि कई इमारतें इसकी चपेट में आ गईं, जिससे जान-माल का भारी नुकसान हुआ।

आग की भयावह शुरुआत और फैलाव

आग की शुरुआत इमारतों के बाहर लगे बांस के मचानों से हुई, जिन पर मरम्मत का काम चल रहा था। ये मचान वांग फुक कोर्ट कॉम्प्लेक्स की 35 मंजिला इमारतों को ढंके हुए थे। तेज हवाओं और जलते हुए मलबे के कारण आग की लपटें एक इमारत से दूसरी इमारत तक फैलती चली गईं, जिससे स्थिति और भी गंभीर हो गई। मरम्मत कार्य के कारण कई खिड़कियां बंद थीं, जिससे आग लगने पर कई निवासियों को इसकी भनक तक नहीं लगी और वे समय रहते बाहर नहीं निकल पाए और जलते हुए बांस की कड़कड़ाहट दूर से ही सुनाई दे रही थी, जो इस भयावहता का प्रमाण थी।

वांग फुक कोर्ट: एक विशाल रिहायशी परिसर

जिस कॉम्प्लेक्स में यह आग लगी, वह वांग फुक कोर्ट के नाम से जाना जाता है और यह कुल आठ इमारतों का एक विशाल परिसर था, जिनमें से प्रत्येक इमारत 35 मंजिलों की थी। इन इमारतों में लगभग दो हजार अपार्टमेंट थे, जिनमें हजारों लोग रहते थे और यह कॉम्प्लेक्स ताई पो के घनी आबादी वाले इलाके में स्थित था, जिससे आग का प्रभाव और भी व्यापक हो गया। इस बड़े पैमाने के आवासीय परिसर में आग का फैलना एक बड़ी चुनौती बन गया, क्योंकि इसमें बड़ी संख्या में लोग फंसे हुए थे।

बचाव कार्य में चुनौतियाँ और बाधाएँ

आग बुझाने पहुंची टीम को भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। कई मंजिलों पर तापमान इतना ज्यादा था कि फायरफाइटर्स उन जगहों तक पहुंच भी नहीं पा रहे थे। इसी दौरान एक फायरफाइटर की मौत भी हो गई, जो बचाव अभियान की गंभीरता को दर्शाता है। कई बुजुर्ग निवासी समय पर बाहर नहीं निकल पाए, जैसा कि 40 साल से वहां रह रहे एक निवासी ने बताया कि उनके कई पड़ोसी बुजुर्ग हैं और वे जल्दी निकल नहीं सकते थे। आग पूरी तरह काबू में न आने के कारण कई लोग अपने। घरों में फंसे हुए थे और बाहर निकलने से डर रहे थे।

पुलिस जांच और गिरफ्तारियां

पुलिस अभी यह पता लगाने में जुटी है कि कितने लोग लापता हैं और कितने को सुरक्षित निकाला जा चुका है और इस मामले में पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार भी किया है, जिन पर आग के मामले में लापरवाही या गैर-इरादतन हत्या का शक जताया गया है। हालांकि, पुलिस ने यह नहीं बताया कि इन लोगों पर किस बात का आरोप है और इनके बारे में विस्तृत जानकारी भी नहीं दी गई है। जांच जारी है ताकि आग लगने के सही कारणों और जिम्मेदारियों का पता लगाया जा सके।

प्रभावितों के लिए सहायता और अस्थायी आश्रय

हॉन्गकॉन्ग सरकार ने वांग फुक कोर्ट कॉम्प्लेक्स में लगी आग। के बाद प्रभावितों के लिए तत्काल सहायता की घोषणा की है। अस्थायी शेल्टर खोले गए हैं ताकि बेघर हुए लोगों को आश्रय मिल सके। ये शेल्टर क्वॉन्ग फुक कम्युनिटी हॉल और तुंग चेओंग स्ट्रीट लीजर बिल्डिंग में बनाए गए हैं। चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने भी इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि सभी प्रभावित परिवारों को हर संभव मदद पहुंचाई जाए और जितना हो सके, नुकसान को कम किया जाए।

आग का स्तर और सुरक्षा उपाय

ताई पो में लगी इस आग को अब लेवल-5 कर दिया गया है, जो हॉन्गकॉन्ग में आग की सबसे गंभीर श्रेणी होती है। यह दर्शाता है कि स्थिति कितनी गंभीर और नियंत्रण से बाहर थी। हॉन्गकॉन्ग में पहले ऐसे हादसे बहुत होते थे, लेकिन पिछले कई सालों में सुरक्षा काफी बढ़ी है, इसलिए ऐसी घटना अब कम देखने को मिलती है। हालांकि, यह भीषण अग्निकांड सुरक्षा प्रोटोकॉल और आपातकालीन प्रतिक्रिया प्रणालियों की समीक्षा की आवश्यकता पर बल देता है।

प्रत्यक्षदर्शियों की आपबीती और आशंकाएं

घटनास्थल से मिले फुटेज में दिखाई दे रहा है कि इमारत के कई फ्लैटों के बाहर लगी बांस की मचान तेज लपटों में घिरी हुई हैं। एक महिला ने कहा कि यह सब देखकर दिल टूट जाता है और वह सिर्फ यही चाहती हैं कि सभी लोग सुरक्षित घर लौट सकें। आग लगने की वजह अभी पता नहीं चल पाई है। हालांकि, वहां रहने वाले कई लोगों को आशंका है कि यह आग सिगरेट से लगी होगी। यह आशंका जांच का एक महत्वपूर्ण बिंदु है।

बड़े पैमाने पर बचाव अभियान

इस भीषण आग पर काबू पाने और बचाव कार्य के लिए बड़े पैमाने पर संसाधनों को तैनात किया गया है। फायर डिपार्टमेंट ने 200 से ज्यादा दमकल गाड़ियां और लगभग 100 एम्बुलेंस तैनात कीं। आसपास की कई इमारतें भी खाली कराई जा रही हैं और पास की सड़कें बंद कर दी गई हैं ताकि बचाव कार्य सुचारु रूप से चल सके। रेस्क्यू वर्कर लगातार आग बुझाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन अभी तक आग पर पूरी तरह काबू नहीं पाया गया है, जिससे स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है।