IND vs ENG / जसप्रीत बुमराह कितने और मैच खेलेंगे, क्या फिर से फंसेगा पेच

भारत-इंग्लैंड टेस्ट सीरीज में अब तक तीन मुकाबले हो चुके हैं, जिसमें इंग्लैंड 2-1 से आगे है। बचे दो टेस्ट निर्णायक होंगे, लेकिन जसप्रीत बुमराह के वर्कलोड मैनेजमेंट को लेकर असमंजस है। कप्तान शुभमन गिल के सामने मुश्किल फैसला है—क्या बुमराह अगला मैच खेलेंगे या आखिरी के लिए बचाए जाएंगे?

IND vs ENG: भारत और इंग्लैंड के बीच चल रही टेस्ट सीरीज रोमांचक मोड़ पर पहुंच चुकी है। अब तक तीन मुकाबले खेले जा चुके हैं, जिसमें इंग्लैंड ने दो और भारत ने एक मैच में जीत हासिल की है। बचे हुए दो मैचों के नतीजे इस सीरीज का भविष्य तय करेंगे। लेकिन इस बीच सारा ध्यान भारतीय तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह पर टिका है, जिनके वर्कलोड मैनेजमेंट के चलते यह तय किया गया था कि वह पांच में से केवल तीन मैच ही खेलेंगे। अब सवाल यह है कि बचे हुए दो मैचों में से बुमराह कौन सा खेलेंगे और कौन सा मिस करेंगे।

चौथे और पांचवें टेस्ट में समय का संकट

चौथा टेस्ट 23 जुलाई से मैनचेस्टर में शुरू होगा। तीसरे और चौथे टेस्ट के बीच भले ही कुछ समय का अंतर हो, लेकिन चौथा टेस्ट खत्म होने के तुरंत बाद, 31 जुलाई से पांचवां और आखिरी टेस्ट शुरू हो जाएगा। अगर चौथा टेस्ट पूरे पांच दिन चला, तो यह 27 जुलाई को खत्म होगा, यानी दोनों मैचों के बीच केवल तीन दिन का गैप होगा। ऐसे में बुमराह के लिए दोनों मैच खेलना मुश्किल है, और कप्तान शुभमन गिल, टीम मैनेजमेंट और बुमराह को यह तय करना होगा कि वह किस मैच में खेलेंगे।

तीसरे टेस्ट की हार ने बढ़ाई मुश्किल

तीसरे टेस्ट में भारत की हार ने समीकरण को और जटिल कर दिया है। अगर भारत यह मैच जीत जाता, तो बुमराह को चौथे टेस्ट में आराम देना आसान हो सकता था। लेकिन अब, जब भारत सीरीज में 1-2 से पीछे चल रहा है, बुमराह को अगले टेस्ट में आराम देना जोखिम भरा हो सकता है। दूसरी ओर, दूसरे टेस्ट में बुमराह की गैरमौजूदगी में युवा तेज गेंदबाज आकाश दीप ने शानदार प्रदर्शन किया था और कई विकेट झटके थे। लेकिन तीसरे टेस्ट में बुमराह की वापसी के बाद आकाश दीप का प्रदर्शन फीका पड़ गया। यह भारतीय टीम के लिए एक और चिंता का विषय है, क्योंकि बुमराह की अनुपस्थिति में गेंदबाजी आक्रमण की धार कमजोर पड़ सकती है।

शुभमन गिल पर बड़ा दांव

कप्तान शुभमन गिल और टीम मैनेजमेंट के सामने एक बड़ा सवाल है। अगर मैनचेस्टर में होने वाला चौथा टेस्ट हार गए, तो सीरीज गंवाने का खतरा बढ़ जाएगा। लेकिन अगर यह मैच जीत लिया गया, तो पांचवें टेस्ट में सीरीज बराबर करने या जीतने की संभावना बनी रहेगी। भारत ने 2007 के बाद से इंग्लैंड की सरजमीं पर कोई टेस्ट सीरीज नहीं जीती है। ऐसे में शुभमन गिल के पास इतिहास रचने का सुनहरा मौका है। लेकिन यह मौका बुमराह के खेलने या न खेलने के फैसले पर काफी हद तक निर्भर करता है।

बुमराह का फैसला: चौथा या पांचवां?

बुमराह का अगला मैच खेलना सीरीज के लिए निर्णायक हो सकता है। मैनचेस्टर का चौथा टेस्ट सीरीज को बराबर करने का मौका दे सकता है, जबकि पांचवां टेस्ट सीरीज का अंतिम और निर्णायक मुकाबला होगा। बुमराह की मौजूदगी न केवल गेंदबाजी को मजबूती देती है, बल्कि पूरी टीम का मनोबल भी बढ़ाती है। लेकिन उनके वर्कलोड को देखते हुए यह तय करना मुश्किल है कि उन्हें कब और कहां खिलाया जाए।

क्या गिल रच पाएंगे इतिहास?

भारत के लिए यह सीरीज केवल एक टेस्ट सीरीज नहीं, बल्कि 18 साल के लंबे इंतजार को खत्म करने का मौका है। शुभमन गिल की कप्तानी और बुमराह का प्रदर्शन इस सीरीज के नतीजे को तय करने में अहम भूमिका निभाएंगे। अब यह देखना रोमांचक होगा कि क्या बुमराह मैनचेस्टर में गेंदबाजी का जिम्मा संभालेंगे या फिर उन्हें आखिरी टेस्ट के लिए बचाकर रखा जाएगा। क्रिकेट प्रेमियों की नजर इस बड़े फैसले पर टिकी है।